बलरामपुर: जिले का सामरी पाठ आलू की खेती के लिए काफी फेमस है. हर साल किसान आलू की फसल से लाखों रुपये कमाते हैं, लेकिन इस साल किसानों को आलू की फसल पर दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. आलू की पैदावार करने वाले किसानों को इस बार काफी नुकसान हुआ है.
आलू की फसल पर दोहरी मार
बलरामपुर में लगाई गई आलू की फसल पर पहले सफेद कीड़े का प्रकोप था, जिससे कंद बैठ नहीं पाया और अब झुलसा रोग के कारण फसल सूखने लगी है. इस मुश्किल समय में लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी पूरी फसल बर्बाद होने से किसान न सिर्फ परेशान हैं बल्कि उन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है.
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आलू की फसल पर सफेद कीड़े और झुलसा रोग का प्रकोप
किसानों ने अपनी आलू की फसल को कीड़े और झुलसा रोग से बचाने कई अलग-अलग तरह की दवाईयों का छिड़काव भी किया, लेकिन उससे भी कोई फायदा नहीं हो रहा है. दिनोंदिन आलू की फसल सूखती जा रही है.
किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी
जिले के किसान आशीष, मोहन यादव और मोहम्मद नूरे ने बताया कि हर साल आलू की फसल से उन्हें काफी फायदा होता था. इस बार भी उन्होंने लाखों रुपए कर्ज लेकर आलू की फसल लगाई. उन्हें उम्मीद थी कि इस बार कोरोना और लॉकडाउन में कई महीने नुकसान झेलने के बाद उन्हें आलू की फसल से अच्छा मुनाफा मिलेगा, लेकिन आलू में लगने वाले सफेद कीड़े और झुलसा रोग ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
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सरकार से मदद दिलाने का आश्वासन
कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष हरीश मिश्रा ने बताया कि सामरी इलाके के किसान पूरी तरह आलू की खेती पर निर्भर रहते हैं. इसी खेती से उन्हें हर साल 15 गुना तक कमाई होती है, लेकिन इस साल आए रोग के कारण उन्हें काफी नुकसान हुआ है. ब्लॉक अध्यक्ष हरीश मिश्रा ने शासन से इस संबंध में बात करने का आश्वासन दिया.
मामले में उद्यानिकी विभाग के अधिकारी भी बता रहे हैं कि किसानों को इससे काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि किसानों की हरसंभव मदद की जाएगी और इस रोग को रोकने के लिए दवाईयों का छिड़काव कराया जाएगा.