ETV Bharat / state

आवास योजना की खुली पोल, टपकती छत के नीचे रहने को मजबूर पहाड़ी कोरवा

जनजाति उत्थान के लिए सरकार देश में कई योजनाएं संचालित कर रही है. वो ही जनजाति के लोग आज टपकते छत के नीचे रहने को मजबूर हैं. बलरामपुर के राजपुर विकासखंड के करंजी गांव में ETV भारत की टीम आवास योजना के तहत बने मकानों का जायजा लेने पहुंची. इस दौरान देखा गया कि कई मकान अधूरे हैं और कई मकान तो 5 साल में भी बनकर तैयार नहीं हुई है.

families-of-korwa-tribe-of-balrampur-are-not-getting-benefit-of-housing-scheme
आसरे की आस में कोरवा जनजाति
author img

By

Published : Sep 26, 2020, 3:36 PM IST

Updated : Sep 26, 2020, 6:29 PM IST

बलरामपुर: राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाली कोरवा जनजाति आज आवास के लिए तरस रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना देश के निचले तबके के लोगों को पक्का मकान मुहैया कराए जाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, लेकिन सरकार की अन्य योजनाओं की तरह ही ये योजना भी धरातल पर आते ही भ्रष्टाचार का शिकार हो गई. बलरामपुर जिले के करजी गांव में पहाड़ी कोरवा जनजाति के बहुत से परिवार निवास करते हैं. राजपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले इस गांव में सरकार की योजना तो पहुंची, लेकिन इन परिवारों को सिर पर छत नसीब नहीं हो सका.

आवास योजना का हाल बेहाल

पढ़ें- दीवार तो है लेकिन छत नहीं, कैसे होगा आशियाने का सपना पूरा

करजी गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 6 परिवारों को आवास आवंटित किया गया था. जिसमें से 2 परिवारों ने तो अपना मकान बना लिया, लेकिन 4 परिवारों का मकान अस्तित्व में ही नहीं आया है. इस परिवार के लोग पिछले 5 साल से अपने घर बनने का इंतजार कर रहे हैं. कोरवा जनजाति के लोग अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए लकड़ी काटकर बेचते हैं. इनकी स्थिति दिन-ब-दिन दयनीय होती जा रही है.

families-of-korwa-tribe-of-balrampur-are-not-getting-benefit-of-housing-scheme
अधूरे बने मकान

पीड़ितों ने लगाया आवास मित्र पर आरोप

इस क्षेत्र में आवास योजना के तहत बनाए जाने वाले मकान की जिम्मेदारी आवास मित्र को सौंपी गई थी. आज 4 से 5 वर्ष होने जा रहे हैं, लेकिन मकान का कोई नामो निशान तक नहीं है. आज भी यहां के 4 परिवार के लोग मकान बनने का सपना सजाए अपनी टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं. इन परिवारों का साफ तौर पर आरोप है कि वे गरीब लोग आवास बनवाने में सक्षम नहीं थे, जिसके लिए सरपंच सचिव ने आवास मित्र के माध्यम से बनाने का आश्वासन दिया गया था. वे सभी से आवास मित्र ने मकान बनाने के लिए अंगूठा लगवा रुपये निकाल लिए हैं और कुछ सामान गिराकर यह भरोसा दिया कि उनका मकान बहुत जल्द बन जाएगा.

families-of-korwa-tribe-of-balrampur-are-not-getting-benefit-of-housing-scheme
अब तक नहीं शुरू हुआ मकान का काम

जनपद सदस्य ने की कार्रवाई की मांग

राजपुर विकासखंड के क्षेत्र क्रमांक-5 के जनपद सदस्य शुकुल पैकरा ने कोरवा परिवार की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए अपने स्तर से राजपुर जनपद पंचायत के अधिकारियों से चर्चा भी की थी, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति कर जांच को आधे में ही छोड़ दिया गया. जनपद सदस्य ने इन परिवारों को न्याय दिलाने के लिए इस विषय पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. राजपुर एसडीएम आरएस लाल ने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए बताया है कि तत्काल एक जांच टीम गठित कर जांच कराई जाएगी और इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

families-of-korwa-tribe-of-balrampur-are-not-getting-benefit-of-housing-scheme
4 साल से अधूरा आवास योजना का मकान

बलरामपुर: राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाली कोरवा जनजाति आज आवास के लिए तरस रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना देश के निचले तबके के लोगों को पक्का मकान मुहैया कराए जाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, लेकिन सरकार की अन्य योजनाओं की तरह ही ये योजना भी धरातल पर आते ही भ्रष्टाचार का शिकार हो गई. बलरामपुर जिले के करजी गांव में पहाड़ी कोरवा जनजाति के बहुत से परिवार निवास करते हैं. राजपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले इस गांव में सरकार की योजना तो पहुंची, लेकिन इन परिवारों को सिर पर छत नसीब नहीं हो सका.

आवास योजना का हाल बेहाल

पढ़ें- दीवार तो है लेकिन छत नहीं, कैसे होगा आशियाने का सपना पूरा

करजी गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 6 परिवारों को आवास आवंटित किया गया था. जिसमें से 2 परिवारों ने तो अपना मकान बना लिया, लेकिन 4 परिवारों का मकान अस्तित्व में ही नहीं आया है. इस परिवार के लोग पिछले 5 साल से अपने घर बनने का इंतजार कर रहे हैं. कोरवा जनजाति के लोग अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए लकड़ी काटकर बेचते हैं. इनकी स्थिति दिन-ब-दिन दयनीय होती जा रही है.

families-of-korwa-tribe-of-balrampur-are-not-getting-benefit-of-housing-scheme
अधूरे बने मकान

पीड़ितों ने लगाया आवास मित्र पर आरोप

इस क्षेत्र में आवास योजना के तहत बनाए जाने वाले मकान की जिम्मेदारी आवास मित्र को सौंपी गई थी. आज 4 से 5 वर्ष होने जा रहे हैं, लेकिन मकान का कोई नामो निशान तक नहीं है. आज भी यहां के 4 परिवार के लोग मकान बनने का सपना सजाए अपनी टूटी-फूटी झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं. इन परिवारों का साफ तौर पर आरोप है कि वे गरीब लोग आवास बनवाने में सक्षम नहीं थे, जिसके लिए सरपंच सचिव ने आवास मित्र के माध्यम से बनाने का आश्वासन दिया गया था. वे सभी से आवास मित्र ने मकान बनाने के लिए अंगूठा लगवा रुपये निकाल लिए हैं और कुछ सामान गिराकर यह भरोसा दिया कि उनका मकान बहुत जल्द बन जाएगा.

families-of-korwa-tribe-of-balrampur-are-not-getting-benefit-of-housing-scheme
अब तक नहीं शुरू हुआ मकान का काम

जनपद सदस्य ने की कार्रवाई की मांग

राजपुर विकासखंड के क्षेत्र क्रमांक-5 के जनपद सदस्य शुकुल पैकरा ने कोरवा परिवार की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए अपने स्तर से राजपुर जनपद पंचायत के अधिकारियों से चर्चा भी की थी, लेकिन सिर्फ खानापूर्ति कर जांच को आधे में ही छोड़ दिया गया. जनपद सदस्य ने इन परिवारों को न्याय दिलाने के लिए इस विषय पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. राजपुर एसडीएम आरएस लाल ने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए बताया है कि तत्काल एक जांच टीम गठित कर जांच कराई जाएगी और इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

families-of-korwa-tribe-of-balrampur-are-not-getting-benefit-of-housing-scheme
4 साल से अधूरा आवास योजना का मकान
Last Updated : Sep 26, 2020, 6:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.