बलरामपुर: जिले के करवां गांव में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. क्षेत्र के लोगों में हाथियों का खौफ है. किसान फसल बर्बाद होने से परेशान हैं. लगातार हाथियों का झुंड इन इलाकों में पहुंचकर फसलों को तबाह कर रहे हैं, जिससे किसानों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. शनिवार की रात हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और खेतों में धान की फसलों को रौंद डाला.
गोपालपुर वन परिक्षेत्र के इस इलाके में कुछ दिनों से अलग-अलग दलों में 20 से 25 हाथी विचरण कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि हाथी करीब रात 1:30 बजे जंगल से आए और खेतों में लगे धान की फसल को पुरा तहस-नहस कर दिया. गांव के लोगों ने बताया कि वे हाथियों से डरे हुए हैं. हाथियों की जानकारी वन विभाग को दी गई थी, लेकिन जब तक वन अमला मौके तक पहुंचता हाथी फसल बर्बाद कर निकल चुके थे. किसान ने बताया कि एक एकड़ से ज्यादा में उगे फसलों को हाथियों ने खराब कर दिया है.
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हाथियों को रोकने के लिए शासन-प्रशासन की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है. ऐसा लगता है कि छत्तीसगढ़ में इंसानों और हाथियों के बीच जंग छिड़ गयी है! कुछ दिन पहले ही गोपालपुर अतोरी के जंगल में हथिनी की लाश मिलने के बाद से एक बार फिर हाथियों का झुंड यहां पहुंचा है.
हाथी होने की खबर के बाद वन विभाग ने इस इलाके के लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिए है, ताकि हाथियों के आतंक की चपेट में कोई जनहानि न हो.