बलरामपुर: रामानुजगंज की जीवनदायिनी कन्हर नदी इस भीषण गर्मी में पूरी तरह से सूख चुकी है. शहर की 25 हजार की आबादी, पेयजल आपूर्ति के लिए कन्हर नदी पर ही निर्भर है. जून का आधा महीना बीत जाने के बाद भी अब तक क्षेत्र में बारिश नहीं हुई है.इसका सीधा असर कन्हर नदी पर भी पड़ा है.
कन्हर नदी के सूखने से लोग परेशान: शहर के वरिष्ठ नागरिक धनंजय पाठक ने कहा कि "पहले ऐसे हालात नहीं होते थे और साल भर नदी में पानी रहता था. लेकिन अब वनों की कटाई ,प्रदूषण और पर्यावरण के साथ खिलवाड़ की वजह से बारिश नहीं हो रही है. पशु पक्षियों को बूंद बूद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. गर्मी के खतरनाक रूप से लोग परेशान हैं . कन्हर नदी का यह रूप हमने पहले कभी नहीं देखा है, जो हाल के कुछ वर्षों में दिखाई पड़ रहा है. नदी में पानी पहले कभी सूखती ही नहीं थी. बस ऊपर से पानी की धार पतली हो जाया करती थी. गंगा दशहरा के समय से फिर नदी में पानी का स्रोत आने लगता था. "
बारिश नहीं होने से क्षेत्र का ग्रउंड वाटर लेवल गिरा: पहले के समय में आषाढ़ महीना शुरू होते ही बरसात होना निश्चित माना जाता था. परंतु अब पहले का समय नहीं रह गया. आषाढ़ का आधा से अधिक महीना गुजर जाने के बाद भी बरसात की आस लगाए लोग आसमान की ओर निहारते नजर आ रहे हैं. किसान खेती के आस में बैठा हुआ है. कृषि संबंधित दुकानों में लोग अभी तक नहीं पहुंच रहे हैं क्योंकि जब तक बढ़िया बरसात नहीं होती. खाद, बीज और अन्य कृषि सामान को खरीदने के बारे में लोग नहीं सोचते. बरसात नहीं होने से नगर की जीवनदायिनी कन्हर नदी भी कई महीनों से पूरी तरह सूख गई है. जिससे नगर का जल स्तर इतना कम हो गया है कि कई कुएं, हैंडपंप पूरी तरह सूख गए हैं. लोग पानी को लेकर काफी परेशान हो गए हैं.
पशु पक्षियों के लिए गर्मी के मौसम में कन्हर नदी जीवनदायिनी का काम करती है. मार्च से नदी में पानी का जल स्तर खत्म हो रहा था. जून महीने में नदी का जल स्तर पूरी तरह खत्म हो चुका है. नदी सूख चुकी है. ऐसे में अब लोगों को बारिश पर ही आस है.