बलरामपुर: वाड्रफनगर ग्राम पंचायत के मैना गांव में पुलिस का अमानवीय रवैया सामने आया था. बलरामपुर में एक बीमार महिला को ई पास नहीं होने की वजह से रास्ते पर ही रोक दिया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी. इस पर राजनीति शुरू हो गई है. शुक्रवार को बीजेपी विधायक दल की टीम वाड्रफनगर पहुंची. विधायक नारायण चंदेल और कृष्णमूर्ति बांधी ने पीड़ितों का बयान दर्ज किया. इस दौरान पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा और पूर्व सांसद कमलभान सिंह भी मौजूद थे.
महिला की मौत के बाद बीजेपी नेता लगातार इस मसले में कार्रवाई की मांग कर रहे थे. विधायक दल ने पीडब्लूडी के रेस्ट हाऊस के एक कमरे में पीड़ित से मुलाकात कर उनसे जानकारी ली. मृतिका के पति और बेटे ने बीजेपी विधायक दल को घटना की पूरी जानकारी दी. पीड़ितों ने बताया कि उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला है. प्रशासन से उन्हें अब तक कोई मदद नहीं मिली है. बीजेपी विधायक दल ने पीड़ितों से बात करने के बाद एसडीओपी और एसडीएम से इसकी जानकारी ली है.
विधानसभा सत्र ने उठाया जाएगा सवाल
विधायक नारायण चंदेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि यह घटना प्रदेश को झकझोर देने वाली थी और इसमें पुलिस की अमानवियता दिख रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना प्रदेश में किसी के साथ न हो और पीड़िता को इसमें न्याय मिले इसका बीजेपी पूरा प्रयास करेगी. छत्तीसगढ़ सरकार पीड़ितों का आर्थिक मदद देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार इसमें गंभीर नहीं हुई तो ये मुद्दा विधानसभा सत्र में भी उठाया जाएगा और इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है.