बलरामपुर : छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में जोरदार बारिश हुई.तो कुछ इलाके सूखे हैं. सरगुजा संभाग में बारिश नहीं होने से नदियां सूखने की कगार पर है. सावन के मौसम में हमेशा कल कल बहने वाली बलरामपुर जिले की कन्हर नदी का हाल भी बेहाल है.हालात ये है कि जिस नदी के किनारे पर पहले कावड़ियों को आसानी से जल मिल जाता था.अब उन्हें सूख चुकी नदी के बीच में से चलकर दूसरे किनारे से पतली सी धारा से जल लेना पड़ रहा है. कन्हर नदी की इस हालत को देखकर भक्त के साथ-साथ स्थानीय लोग भी परेशान हैं.
कन्हर नदी में पड़ चुकी है दरार : सावन महीने में बारिश नहीं होने का परिणाम कन्हर नदी में साफ नजर आ रहा है. नदी में जगह-जगह पर दरारें पड़ चुकी हैं.नदी में जहां देखो रेत नजर आ रहा है. इसी रेत के सहारे भक्त जल लेने के लिए दूसरे किनारे जा रहे हैं.
'' तातापानी में भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए रामानुजगंज कन्हर नदी में जल लेने आई थी. लेकिन सावन में नदी का सूखना चिंता का विषय है. क्षेत्र में अच्छी बारिश नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है.'' सरिता देवी,श्रद्धालु
'' सावन के महीने में पूरे जिले में बहुत कम बारिश हुई है. जिसके कारण नदी सूखने की कगार पर पहुंच गई है. श्रद्धालुओं को जल लेने में दिक्कतें हो रही है. कीचड़ के रास्ते से गुजरते हुए श्रद्धालुओं को जल लेने के लिए नदी के दूसरे किनारे पर जाना पड़ रहा है.''-श्रीकांत राय, श्रद्धालु
कन्हर नदी से होती है जलापूर्ति : रामानुजगंज नगर पंचायत क्षेत्र की लगभग 25 हजार की आबादी कन्हर नदी पर निर्भर है.लेकिन इस बार मानसून की बेरूखी ने कन्हर नदी की रंगत छीन ली है.आज नदी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है.यदि आने वाले समय में बारिश नहीं हुई तो जल संकट भी गहरा सकता है.