सरगुजा: ETV भारत की मुहिम 'नदिया किनारे, किसके सहारे' के साथ जिले के साहित्यकार भी जुड़ रहे हैं. इस दौरान मुहिम से जुड़ी काव्य गोष्ठी आयोजित की गई. स्थानीय केशरवानी भवन में यह आयोजन किया गया.
सरगुजा साहित्य परिषद के रंजीत कुमार सारथी ने इस अभियान में सभी साहित्यकारों को जोड़ा और संगोष्ठी में अपनी रचनाओं से जल, जंगल और पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के विषय में विचार रखे.
'ETV भारत के साथ हैं हम'
संगोष्ठी में उपस्थित सभी साहित्यकारों ने ETV भारत के अभियान की जमकर सराहना की और कहा कि, प्रकृति को बचाने शुरू की गई इस मुहिम में वो हमेशा ETV भारत के साथ हैं.
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अपने अंदाज में रखे विचार
संगोष्ठी में पहुंचे साहित्यकारों ने कविता, गीत, गजल और आलेख के माध्यम से इस विषय पर जागरूकता लाने का प्रयास किया. आयोजन में महिलाओं ने बढ़कर हिस्सा लिया.
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कार्यक्रम में साहित्यकारों ने पहले तो अपने शब्द बाणों से लोगों के मन में जागृति लाने का प्रयास किया, ये बताते हुए कि सभी को नदियों का संवर्धन करना है और पर्यावरण बचाना है. इसके बाद सभी लोगों ने ये संकल्प लिया कि वो निजीतौर पर अपने जीवन में जल संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण का काम करेंगे.
हर कदम है सराहनीय
ज्यादातर साहित्यकारों ने इस बात पर जोर दिया कि, 'हम में से हर एक व्यक्ति अगर इस दिशा की तरफ बढ़ता है और अपने से जुड़े लोगों को इसके लिए जागरूक करता है, तो प्रकृति को सुरक्षित रखा जा सकता है. इस काम के लिए सभी का एक कदम भी सराहनीय है'.