सरगुजा : सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी जिले में ब्लैक फिल्म लगे चार पहिया वाहन धड़ल्ले से सड़क पर दौड़ रहे हैं. जिस पर न शासन ध्यान दे रहा न प्रशासन, अधिकारी हो या आम जनता सभी अपनी मनमानी कर रहे हैं और ध्यान देने वाला कोई नहीं है.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सभी गाड़ियों पर ब्लैक फिल्म लगाने पर बैन लगा दिया है. इसके पहले सेंट्रल मोटर व्हीकल्स एक्ट 1989 की धारा 100 (2) के अनुसार, चार पहिया वाहनों में सामने लगे शीशे में 70 फीसदी और खिड़कियों में लगे शीशे में 40 फीसदी तक पारदर्शिता होनी चाहिए.
ब्लैक फिल्म हटाए जाने का आदेश
कोर्ट के आदेश के अनुसार जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त वीआईपी वाहनों को छोड़कर मंत्री, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधियों आदि के वाहनों के कांच से भी ब्लैक फिल्म हटाए जाने का आदेश दिया था, लेकिन इसके बावजूद जिले में राजनीतिक रसूख रखने वाले व्यक्ति अपने वाहनों में बिना किसी डर के ब्लैक फिल्म का इस्तेमाल कर रहे हैं.
'चार पहिया वाहनों के खिलाफ अभियान शुरू करने की कही बात'
यातायात पुलिस द्वारा दो पहिया वाहन चालकों के खिलाफ हेलमेट न लगाने पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन ब्लैक फिल्म चढ़ी कारों पर पुलिस कार्रवाई करते नहीं दिख रही है. बहरहाल अब सरगुजा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने ब्लैक फिल्म वाले चार पहिया वाहनों के खिलाफ अभियान जल्द शुरू करने की बात कही है.