सरगुजा: आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से भी बच्चे खेल के क्षेत्र में आगे जा रहे हैं. नेशनल गेम में यहां के बच्चे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हाल ही में अम्बिकापुर की साक्षी भगत का चयन छत्तीसगढ़ की बास्केटबॉल टीम में हुआ है. अब साक्षी छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल टीम से नेशनल खेलने जायेंगी. साक्षी पहले भी नेशनल खेल चुके हैं. इस नेशनल खेलने के दौरान अगर साक्षी ने अच्छा प्रदर्शन किया और अगर उसने मेडल प्राप्त किया तो वो खेल कोटे से मिलने वाली नौकरियों के लिये योग्य हो जायेगी.
पहले भी कई मेडल : साक्षी बताती है कि " मैं पहले भी बास्केटबॉल नेशनल खेल चुकी हूं. जब मैं स्टार्ट की थी तब मैं सब जूनियर्स स्कूल नेशनल खेली थी. जिसमें मैं सबसे पहले ब्रॉन्ज मेडल और 2 गोल्ड मेडल जीती थी. ओपन्स मिनी में एक सिलवर मेडल लगा था. अभी मैं 72 जूनियर नेशनल खेलने जा रही हूं जिसमें कोशिश रहेगी कि हम लोग गोल्ड ही लाये. एक साल से हम लोग राजेश सर के अंडर में तैयारी कर रहे हैं."
सब जूनियर स्तर से ही मिलेगा पायदान: बास्केटबॉल कोच राजेश प्रताप सिंह बताते हैं कि " बास्केटबॉल खेल बचपन से ही बच्चे खेल रहे हैं. साक्षी भगत भी बचपन से खेल रही है. अभी ये जूनियर नेशनल लेबल खेलने जा रही है. खेल का असली पायदान यहीं से होता है. इसमे अगर मेडल लगता है तो बच्चों के नौकरी में जाने के चांस रहते हैं रेलवे में ओएनजीसी में प्राइवेट सेक्टर में भी कई ऐसे विभाग रहते हैं जहां नौकरी में बच्चों को यहीं से लिया जाता है. इस बार छत्तीसगढ़ की टीम से सरगुजा से साक्षी अकेली है. इस खेल में टॉप की 8 टीम में से जिनके पास मेडल होता है उन्हीं बच्चों का चयन शासकीय नौकरी के लिए किया जाता है."
इस बार संभाग से अकेली: बास्केटबॉल में सरगुजा से हर वर्ष एक या दो बच्चे छत्तीसगढ़ की टीम में शामिल होते हैं. पहले भी कुछ बच्चों की सरकारी नौकरी खेल कोटे से लग चुकी है. अब बारी है साक्षी भगत की अगर नेशनल गेम में साक्षी ने अच्छा प्रदर्शन किया और एक भी मेडल प्राप्त किया तो वो भी खेल कोटे से सरकारी नौकरी पा सकती हैं.
आदिवासी बाहुल्य सरगुजा में खेल प्रतिभा, साक्षी भगत खेलेगी बास्केटबॉल जूनियर नेशनल
सरगुजा के खिलाड़ी साक्षी भगत छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल टीम से नेशनल खेलने जायेंगी. साक्षी पहले भी नेशनल खेल चुकी हैं.
सरगुजा: आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से भी बच्चे खेल के क्षेत्र में आगे जा रहे हैं. नेशनल गेम में यहां के बच्चे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हाल ही में अम्बिकापुर की साक्षी भगत का चयन छत्तीसगढ़ की बास्केटबॉल टीम में हुआ है. अब साक्षी छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल टीम से नेशनल खेलने जायेंगी. साक्षी पहले भी नेशनल खेल चुके हैं. इस नेशनल खेलने के दौरान अगर साक्षी ने अच्छा प्रदर्शन किया और अगर उसने मेडल प्राप्त किया तो वो खेल कोटे से मिलने वाली नौकरियों के लिये योग्य हो जायेगी.
पहले भी कई मेडल : साक्षी बताती है कि " मैं पहले भी बास्केटबॉल नेशनल खेल चुकी हूं. जब मैं स्टार्ट की थी तब मैं सब जूनियर्स स्कूल नेशनल खेली थी. जिसमें मैं सबसे पहले ब्रॉन्ज मेडल और 2 गोल्ड मेडल जीती थी. ओपन्स मिनी में एक सिलवर मेडल लगा था. अभी मैं 72 जूनियर नेशनल खेलने जा रही हूं जिसमें कोशिश रहेगी कि हम लोग गोल्ड ही लाये. एक साल से हम लोग राजेश सर के अंडर में तैयारी कर रहे हैं."
सब जूनियर स्तर से ही मिलेगा पायदान: बास्केटबॉल कोच राजेश प्रताप सिंह बताते हैं कि " बास्केटबॉल खेल बचपन से ही बच्चे खेल रहे हैं. साक्षी भगत भी बचपन से खेल रही है. अभी ये जूनियर नेशनल लेबल खेलने जा रही है. खेल का असली पायदान यहीं से होता है. इसमे अगर मेडल लगता है तो बच्चों के नौकरी में जाने के चांस रहते हैं रेलवे में ओएनजीसी में प्राइवेट सेक्टर में भी कई ऐसे विभाग रहते हैं जहां नौकरी में बच्चों को यहीं से लिया जाता है. इस बार छत्तीसगढ़ की टीम से सरगुजा से साक्षी अकेली है. इस खेल में टॉप की 8 टीम में से जिनके पास मेडल होता है उन्हीं बच्चों का चयन शासकीय नौकरी के लिए किया जाता है."
इस बार संभाग से अकेली: बास्केटबॉल में सरगुजा से हर वर्ष एक या दो बच्चे छत्तीसगढ़ की टीम में शामिल होते हैं. पहले भी कुछ बच्चों की सरकारी नौकरी खेल कोटे से लग चुकी है. अब बारी है साक्षी भगत की अगर नेशनल गेम में साक्षी ने अच्छा प्रदर्शन किया और एक भी मेडल प्राप्त किया तो वो भी खेल कोटे से सरकारी नौकरी पा सकती हैं.
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