इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टाफ की ड्यूटी अक्सर संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय द्वारा अन्य कार्यों में लगा दी जाती है. साथ ही कॉलेज में तकनीकी और तकनीकी अनुभव रखने वाले लोगों की खासी कमी है, जिसके चलते कभी परीक्षा लेट हो जाती है तो कभी रिजल्ट देरी से आता है.
विश्वविद्यालय इतना सक्षम नहीं है कि अपने अधीन इंजीनियरिंग कॉलेज संचालित कर सके, लिहाजा छात्र कॉलेज की संबंद्धता स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय दुर्ग से करने की मांग कर रहे हैं.
वर्तमान सरकार में मंत्री टीएस सिंहदेव इस मांग को तब से उठाते आ रहे हैं जब वो विपक्ष में थे, अब सरकार में वो खुद हैं. ऐसे में छात्रों ने एक बार फिर मांग तेज कर दी है. अब देखना होगा कि छात्रों की ये मांग पूरी होती है या नहीं.