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बरसात में बढ़ा 'जहर' का कहर, अंधविश्वास बन रहा काल

सरगुजा: बरसात के मौसम में सरगुजा में सर्पदंश के मामलों की बाढ़ सी आ जाती है, जंगली और पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से यहां सांपों की संख्या अधिक हैं

अंधविश्वास बन रहा काल
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Published : Jul 20, 2019, 1:26 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: बरसात के मौसम में सरगुजा में सर्पदंश के मामलों की बाढ़ सी आ जाती है, जंगली और पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से यहां सांपों की संख्या अधिक हैं

Snake bite cases increases in sarguja in rainy season


लिहाजा सांप अधिक संख्या में यहां पाये जाते हैं, इसी डर से यहां आम तौर पर लोग जमीन पर बिस्तर लगाकर नहीं सोते हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार जिले में अब तक 147 लोग सांप काटने के कारण अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. हालांकि सही इलाज मिलने से सभी की जान बच गई.


दरअसल इस वर्ष सरगुज़ा जिले के शासकीय अस्पतालों समेत मिशन अस्पताल में सर्पदंश के कुल 147 मरीज भर्ती हुए और इनमें से सभी स्वस्थ और सुरक्षित बचा लिए गए.


झाड़फूंक पर विश्वास कर रहे लोग
इसके बावजूद सरगुजा में लोग झाड़फूंक और अंधविश्वास के चक्कर मे पड़ कर मरीज को समय पर अस्पताल नहीं ले जाते है और उनकी मौत हो जाती है. हाल ही में सीतापुर से एक सर्पदंश से मृत व्यक्ति को जिला अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.


अंधविश्वास का खेल जारी
बहरहाल जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इन आंकड़ों से खुश हैं कि अस्पताल में लाए गए सर्पदंश के एक भी मरीज की मौत नहीं हुई लेकिन अंधविश्वास के जाल में फंसकर मौत के गाल में समा जाने वालों के लिए ये चेतवानी और सबक भी है कि वो ऐसे ठगों के चक्कर में न पड़ें और सांप काटने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं.

सरगुजा: बरसात के मौसम में सरगुजा में सर्पदंश के मामलों की बाढ़ सी आ जाती है, जंगली और पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से यहां सांपों की संख्या अधिक हैं

Snake bite cases increases in sarguja in rainy season


लिहाजा सांप अधिक संख्या में यहां पाये जाते हैं, इसी डर से यहां आम तौर पर लोग जमीन पर बिस्तर लगाकर नहीं सोते हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार जिले में अब तक 147 लोग सांप काटने के कारण अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. हालांकि सही इलाज मिलने से सभी की जान बच गई.


दरअसल इस वर्ष सरगुज़ा जिले के शासकीय अस्पतालों समेत मिशन अस्पताल में सर्पदंश के कुल 147 मरीज भर्ती हुए और इनमें से सभी स्वस्थ और सुरक्षित बचा लिए गए.


झाड़फूंक पर विश्वास कर रहे लोग
इसके बावजूद सरगुजा में लोग झाड़फूंक और अंधविश्वास के चक्कर मे पड़ कर मरीज को समय पर अस्पताल नहीं ले जाते है और उनकी मौत हो जाती है. हाल ही में सीतापुर से एक सर्पदंश से मृत व्यक्ति को जिला अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.


अंधविश्वास का खेल जारी
बहरहाल जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इन आंकड़ों से खुश हैं कि अस्पताल में लाए गए सर्पदंश के एक भी मरीज की मौत नहीं हुई लेकिन अंधविश्वास के जाल में फंसकर मौत के गाल में समा जाने वालों के लिए ये चेतवानी और सबक भी है कि वो ऐसे ठगों के चक्कर में न पड़ें और सांप काटने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं.

Intro:सरगुज़ा : बरसात के मौसम में सरगुज़ा में सर्पदंश के मामलों की बाढ़ सी आ जाती है, जंगली और पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से यहां सांपो की संख्या अधिक हैं और नागलोक के नाम से विख्यात जशपुर जिला बगल में है, लिहाजा सांप अधिक संख्या में यहां पाये जाते हैं, इसी डर से यहां आम तौर पर लोग जमीन में बिस्तर लगाकर नही सोते हैं, सांप के काटने से मौत होना भी यहां स्वाभाविक है, लेकिन इस वर्ष बरसात के मौसम में एक भी मौत सांप काटने से नही हुई है, यह आंकड़े सरकारी हैं, स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ो में जितने भी मरीज सर्पदंश के अस्पताल लाये गए उन सबकी जान बचा ली गई।


Body:दरअसल इस वर्ष सरगुज़ा जिले के शासकीय अस्पतालो सहित मिशन अस्पताल में सर्पदंश के कुल 147 मरीज भर्ती हुए और इनमे से सभी स्वस्थ और सुरक्षित बचा लिए गए, एंटी स्नेक वेनम के डोज से इन सभी की जान बच सके, इस रिकॉर्ड के मुताबिक ऐसा एक भी मरीज नही है, जिसकी मौत हुई हो, लेकिन इसके बावजूद सरगुज़ा में सर्प दंश से लोगो की मौत हुई है, उसका कारण है, झाड़फूंक और अंधविश्वास लोग झाड़फूक के चक्कर मे पड़ कर मरीज को समय पर अस्पताल नही लाते हैं और उनकी मौत हो जाती है हालही में सीतापुर से एक सर्प दंश से मृत व्यक्ति को जिला अस्पताल लाया गया था, लेकिन मृत व्यक्ति को जिंदा नही किया जा सकता।


Conclusion:बहरहाल जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी इन आंकड़ो से प्रसन्न हैं की अस्पताल में लाये गए सर्पदंश के एक भी मरीज की मौत ना होना ये सुखद है, लेकिन अंधविश्वास के जाल में फंसकर मौत के गाल में समा जाने वालों के लिए ये चेतवानी और सबक भी है की वो ऐसे ठगों के चक्कर मे न पड़ें और सांप काटने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं।

बाईट01_पी एस सिसोदिया (सीएमएचओ)

देश दीपक सरगुज़ा
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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