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शोपीस बन गई 5 करोड़ की सीटी स्कैन मशीन, दर-दर भटक रहे मरीज

ढाई साल बीत जाने के बाद भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन शुरू नहीं हुआ है, जिससे मरीजों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

शो-पीस साबित हो रही करोड़ों की मशीन
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Published : Jul 28, 2019, 8:42 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

अंबिकापुर: सरगुजा संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन होने के बाद भी मरीजों को सीटी स्कैन कराने के लिए भटकना पड़ रहा है.

शो-पीस बन गई 5 करोड़ की सीटी स्कैन मशीन

बता दें कि सरगुजा संभाग आदिवासी बहुल क्षेत्र है और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है. लिहाजा संभाग के सीरियस मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है, लेकिन यहां आने के बाद मरीजों के परिजनों को सिटी स्कैन चालू नहीं होने से काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है.

5 करोड़ 25 लाख की सीटी स्कैन मशीन
सरकार ने 5 करोड़ 25 लाख खर्च कर अमेरिका से मशीन मंगवाई थी, लेकिन वो मशीन अब शोपीस साबित हो रही है. इससे दूरदराज से आए मरीजों को भटकना पड़ता है. साथ ही ये भोले-भाले ग्रामीण आए दिन दलालों के चक्कर में पड़ जाते हैं और उन्हें मोटी रकम चुकानी पड़ती है.

सीटी स्कैन मशीन की हो रही जांच
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने बताया कि सिटी स्कैन मशीन के लिए जो मापदंड भेजे गए थे, उसमे कुछ अंतर की बात आ रही है. टेंडर क्या लगा था, उसको चेक करवाया जा रहा है. अगर टेंडर के अनुकूल सप्लाई हुई होगी, तो जल्द ही सिटी स्कैन मशीन चालू हो जाएगी.

अंबिकापुर: सरगुजा संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन होने के बाद भी मरीजों को सीटी स्कैन कराने के लिए भटकना पड़ रहा है.

शो-पीस बन गई 5 करोड़ की सीटी स्कैन मशीन

बता दें कि सरगुजा संभाग आदिवासी बहुल क्षेत्र है और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है. लिहाजा संभाग के सीरियस मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है, लेकिन यहां आने के बाद मरीजों के परिजनों को सिटी स्कैन चालू नहीं होने से काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है.

5 करोड़ 25 लाख की सीटी स्कैन मशीन
सरकार ने 5 करोड़ 25 लाख खर्च कर अमेरिका से मशीन मंगवाई थी, लेकिन वो मशीन अब शोपीस साबित हो रही है. इससे दूरदराज से आए मरीजों को भटकना पड़ता है. साथ ही ये भोले-भाले ग्रामीण आए दिन दलालों के चक्कर में पड़ जाते हैं और उन्हें मोटी रकम चुकानी पड़ती है.

सीटी स्कैन मशीन की हो रही जांच
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने बताया कि सिटी स्कैन मशीन के लिए जो मापदंड भेजे गए थे, उसमे कुछ अंतर की बात आ रही है. टेंडर क्या लगा था, उसको चेक करवाया जा रहा है. अगर टेंडर के अनुकूल सप्लाई हुई होगी, तो जल्द ही सिटी स्कैन मशीन चालू हो जाएगी.

Intro:अम्बिकापुर- सरगुजा संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल जहाँ छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव का गृह ग्राम है ,इस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को सिस्टम की लापरवाही की ऐसी सजा मिल रही है, जो देखने में काफी तकलीफ दे है ।यहाँ सीटी स्कैन मशीन करीब 2 वर्ष से खराब थी । पहले खराब पड़ी सीटी स्कैन मशीन के बदले नई मशीन नहीं आने का रोना रोया जा रहा था, अब मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अमेरिका से 5 करोड़ 25 लाख की सिटी स्कैन मशीन लगने के बाद भी मरीजों को सीटी स्कैन के लिए भटकना पड़ रहा है।


Body:सरगुजा संभाग आदिवासी बहुल क्षेत्र है और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है ।लिहाजा संभाग के सीरियस मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है, यहां आने के बाद मरीजो के परिजनों को सिटी स्कैन चालू नहीं होने से काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है।
फिलहाल अस्पताल प्रबंधन मरीजों को सस्ती दर पर बाहर के प्राइवेट क्लीनिको में सिटी स्कैन कराने की सुविधा तो दे दी है ,पर यह सभी क्लिनिक अस्पताल से दो सौ से तीन सौ मीटर की दूरी पर है, ऐसे में चाहे गर्मी हो या बरसात परिजन मरीज को खुद के वाहन से या फिर स्ट्रक्चर पर खींच कर ले जाते हैं जिसके कारण मरीज और परिजनों को काफी कष्टदायक साबित हो रहा है।


Conclusion:नए सिटी स्कैन मशीन इंस्टॉलेशन और इंस्पेक्शन के लिए 12 जुलाई को रायपुर से रेडियो डायग्नोसिस विभाग के अधिकारी पहुंचे थे ।नई सिटी स्कैन मशीन के एक-एक सिस्टम का बारीकी से जायजा किया और बिना कुछ जानकारी दिए इंस्पेक्शन रिपोर्ट बंद लिफाफे में लेकर रवाना हो गए।

सिटी स्कैन मशीन अस्पताल परिसर में नहीं होने से यहां आए मरीजों को भटकना पड़ता है दूरदराज से आए मरीज बाहर कहां सीटी स्कैन कराना है नहीं समझ पाते और दलालों के चक्कर में अपने मोटी रकम गंवा बैठते हैं।

वहीं स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने बताया कि सिटी स्कैन मशीन के लिए जो मापदंड भेजे गए थे उसमे कुछ अंतर की बात आ रही है टेंडर क्या लगा था उसको चेक करवाया जा रहा है अगर टेंडर के अनुकूल सप्लाई हुई होगी तो जल्द ही सीटी स्कैन मशीन चालू हो जाएगी।


बाईट01- सखी राम (मरीज)

बाईट 02- नवीन सिंह ( स्थानीय निवासी)

बाईट 03- टीएस सिंह देव( स्वास्थ्य मंत्री छत्तीसगढ़ शासन)

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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