सरगुजा: कोरोना वायरस संक्रमण (corona virus infection in chhattisgarh) का असर प्रदेश में धीरे-धीरे कम हो रहा है. वहीं पाबंदियां भी हटा ली गई हैं. प्रदेश में लंबे समय से स्कूल नहीं खुल पाए हैं. क्योंकि यहां बच्चे पढ़ते हैं और बच्चों की भीड़ स्कूल में जमा करना उनके जान को जोखिम में डालने का फैसला हो सकता है. ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार ने मोहल्ला क्लास (mohalla class in chhattisgarh) का फॉर्मेट अपनाया और अब प्रदेश में मोहल्ला क्लास लगाकर बच्चों की पढ़ाई शुरू कराई गई है.
ETV भारत ने सरगुजा में पड़ताल की क्या वाकई मोहल्ला क्लास (mohalla class in sarguja) चल रही है ?. यहां किस तरह की पढ़ाई हो रही है ?. पड़ताल करते हुए हम सकोला ग्राम पहुंचे, जहां पेड़ के नीचे बच्चों को बैठाकर शिक्षक पढ़ा रहे थे. हमने इनसे बातचीत की तो पता चला की लगभग 1 सप्ताह से मोहल्ला क्लास फिर शुरू कर दी गई है. इस बार बच्चे भी मोहल्ला क्लास में रुचि ले रहे हैं. क्लास में बच्चों की संख्या बढ़ी है. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करते हुए, पेड़ के नीचे ब्लैक बोर्ड लगाकर टीचर बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
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मोहल्ला क्लास के संचालन में भी एक व्यवहारिक दिक्कत आ रही है. बरसात का मौसम है और बारिश होने पर खुले आसमान के नीचे पढ़ना कठिन हो जाता है, ऐसी स्थिति में यहां के टीचर इस दिन ऑनलाइन क्लास का सहारा लेते हैं. दरअसल कोरोना संक्रमण की शरुआत में शासन ने ऑनलाइन क्लास का प्रयास किया था, लेकिन इसमें भी दिक्कत आई. हर बच्चे के पास स्मार्ट फोन की उपलब्धता सम्भव नहीं थी, कहीं नेटवर्क की भी समस्या थी, लिहाजा ऑनलाइन की जगह मोहल्ला क्लास लगाने की कवायद शुरू की गई.
बहरहाल बच्चों की जिंदगी की सुरक्षा भी बेहद जरूरी है, और इन्हें पढ़ाई कराना भी उतना ही जरूरी है, ऐसे में सरकार क्लास लगाने के हर संभव प्रयास कर रही है. मोहल्ला क्लास के प्रति शिक्षकों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से शासन ने एक प्रतियोगिता भी आयोजित की है, जिसमे उत्कृष्ट मोहल्ला क्लास को पुरस्कृत किए जाने की योजना है.