सरगुजा: असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा बड़े ही धूमधाम से अंबिकापुर में मनाया गया. बुराई के प्रतीक स्वरूप रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले का दहन पीजी कॉलेज मैदान में किया गया.
दशहरे पर हुई बारिश से आयोजन में शामिल अतिथि और दर्शकों के उम्मीदों पर पानी फिरते दिखाई दिया,लेकिन इन दिक्कतों के बावजूद पुतलों का दहन कर कार्यक्रम को सफल बनाया गया.
तेज बारिश के बावजूद पुतला दहन
आयोजन में अतिथि के तौर पर केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह और छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत उपस्थित रहे. अतिथि जैसे ही भगवान राम, लक्ष्मण और सीता के साथ रावण दहन के लिए मंच से प्रस्थान करने वाले थे, उसी वक्त तेज बारिश होने लगी. तेज बारिश की वजह से अफरा-तफरी मच गई. करीब आधे घंटे बाद बारिश कम हुई और दशहरा उत्सव समिति के लोगों ने आतिशबाजी शुरू की. बड़ी मुश्किल से रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया.
राम के मार्ग पर चलने के लिए ली शपथ
मंत्री अमरजीत भगत ने जनसमूह को शुभकामनाएं देने के साथ ही भगवान राम के मार्ग पर चलने की शपथ ली. बारिश होने के बाद ड्यूटी पर मौजूद प्रशासन और पुलिस के अधिकारी आयोजन समिति के लोगों के साथ मिलकर रावण दहन की बची हुई औपचारिकता को पूरा करने में जुटे रहे.