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अंबिकापुर केंद्रीय जेल में डायरिया का कहर, 11 कैदी पहुंचे अस्पताल - डायरिया से पाड़ित कैदी

अंबिकापुर केंद्रीय जेल में 11 कैदी डायरिया से पीड़ित बताये जा रहे हैं. डॉक्टर मौसम में आए परिवर्तन को इसका कारण मान रहे हैं.

अंबिकापुर जेल वार्ड
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Published : Sep 25, 2019, 8:32 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: अंबिकापुर केंद्रीय जेल में एक बार फिर डायरिया का प्रकोप फैला है. डायरिया पीड़ित कैदियों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां अस्थाई जेल वार्ड बनाकर कैदियों का इलाज किया जा रहा है. कैदियों की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है. करीब एक साल पहले भी जेल के कई कैदियों की डायरिया के कारण मौत हो गई थी. फिलहाल कुछ कैदियों तो इलाज के बाद वापस जेल भेज दिया गया है. कैदियों में फैले डायरिया और के कारण प्रशासन और जेल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है.

अंबिकापुर केंद्रीय जेल में डायरिया का कहर

जेल में बंद कुल 11 कैदियों को डायरिया हुआ है. इनमें से कुछ की हालत में सुधार बताया जा रहा है. जेल में डायरिया फैलने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है, लेकिन डॉक्टर का मानना है कि दूषित खाना और पानी पीने के कारण यह बीमारी फैली है. इसके साथ ही डॉक्टर मौसम परिवर्तन को भी एक कारण मान रहे हैं.

कैदियों की हालत में सुधार
डॉक्टर एसआर शर्मा ने बताया कि केंद्रीय जेल से आए डायरिया पीड़ितों का उपचार चल रहा है. जेल वार्ड में बिस्तर कम पड़ने के कारण कैदियों को पेइंग वार्ड में रखकर उनका उपचार किया जा रहा है. इनमें से कुछ को वापस जेल भेज दिया गया है बाकी कैदियों की हालत में सुधार है. केंद्रीय जेल अंबिकापुर में पिछले साल भी डायरिया फैला था और एक दो मरीजों से शुरू हुआ उल्टी दस्त का सिलसिला 72 मरीजों तक पहुंच गया था. ऐसे में अगर समय रहते एहतियात नहीं बरती गई तो डायरिया पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो सकता है.

सरगुजा: अंबिकापुर केंद्रीय जेल में एक बार फिर डायरिया का प्रकोप फैला है. डायरिया पीड़ित कैदियों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यहां अस्थाई जेल वार्ड बनाकर कैदियों का इलाज किया जा रहा है. कैदियों की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है. करीब एक साल पहले भी जेल के कई कैदियों की डायरिया के कारण मौत हो गई थी. फिलहाल कुछ कैदियों तो इलाज के बाद वापस जेल भेज दिया गया है. कैदियों में फैले डायरिया और के कारण प्रशासन और जेल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है.

अंबिकापुर केंद्रीय जेल में डायरिया का कहर

जेल में बंद कुल 11 कैदियों को डायरिया हुआ है. इनमें से कुछ की हालत में सुधार बताया जा रहा है. जेल में डायरिया फैलने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है, लेकिन डॉक्टर का मानना है कि दूषित खाना और पानी पीने के कारण यह बीमारी फैली है. इसके साथ ही डॉक्टर मौसम परिवर्तन को भी एक कारण मान रहे हैं.

कैदियों की हालत में सुधार
डॉक्टर एसआर शर्मा ने बताया कि केंद्रीय जेल से आए डायरिया पीड़ितों का उपचार चल रहा है. जेल वार्ड में बिस्तर कम पड़ने के कारण कैदियों को पेइंग वार्ड में रखकर उनका उपचार किया जा रहा है. इनमें से कुछ को वापस जेल भेज दिया गया है बाकी कैदियों की हालत में सुधार है. केंद्रीय जेल अंबिकापुर में पिछले साल भी डायरिया फैला था और एक दो मरीजों से शुरू हुआ उल्टी दस्त का सिलसिला 72 मरीजों तक पहुंच गया था. ऐसे में अगर समय रहते एहतियात नहीं बरती गई तो डायरिया पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो सकता है.

Intro:

सरगुजा : अंबिकापुर केंद्रीय जेल में एक बार फिर डायरिया का प्रकोप फैला है। डायरिया पीड़ित बंदियों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां अस्थाई जेल वार्ड बनाकर बंदियों का उपचार किया जा रहा है। फिलहाल बन्दीयों की हालत गंभीर बताई जा रही है। केंद्रीय जेल अंबिकापुर में पिछले एक वर्ष पूर्व भी डायरिया फैला था। एक दो मरीजों से शुरू हुआ उल्टी दस्त का सिलसिला 72 मरीजों तक पहुंच गया था और उस दौरान कई कैदियों की डायरिया के कारण मौत हो गई थी। बंदियों में फैले डायरिया व मौतों के कारण प्रशासन व जेल प्रबंधन में हड़कंप मच गया था। वहीं एक बार फिर केंद्रीय जेल में डायरिया फैलने की खबर आ रही है। जेल में निरुद्ध 11 बंदियों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


Body:बताया जा रहा है कि अस्पताल के जेल वार्ड में कुल चार बेड है ऐसे में बाकी डायरिया पीड़ित कैदियों को पेइंग वार्ड में अस्थाई जेल वार्ड बनाकर उनका उपचार किया जा रहा है। जेल में डायरिया फैलने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है, लेकिन डाक्टर का मानना है की दूषित भोजन व पानी पिलाने के कारण यह बीमारी फैली है ,साथ ही डाक्टर मौसम परिवर्तन को भी कारण मान रहे हैं। ऐसे में अगर समय रहते एहतियात नहीं बरती गई तो डायरिया पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इस सम्बन्ध में डॉक्टर ने बताया कि केंद्रीय जेल से आए डायरिया पीड़ितों का उपचार चल रहा है। जेल वार्ड में बिस्तर कम पड़ने के कारन कैदियों को पेइंग वार्ड में रखकर उनका उपचार किया जा रहा है, कुछ को वापस जेल भेज दिया गया है बाकी बन्दियों की हालत में सुधार है।

बाईट01_डॉ एस आर शर्मा (सहायक अस्प्ताल अधीक्षक)

देश दीपक सरगुजाConclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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