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एक ओर हरियाली बढ़ाने की दलील, दूसरी ओर हजारों पेड़ों की चढ़ रही बलि - 'नरुवा, गरूवा, घुरवा बारी'

वृक्षारोपण के लिए एक ओर जहां हर साल सरकार के साथ ही सरकारी संस्थाएं कई अभियान चलाती हैं, तो वहीं दूसरी ओर एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि विकास कार्यों के लिए हर साल बड़ी संख्या में पेड़ काट दिए जाते हैं. एक ऐसी ही सच्चाई सीतापुर के सोनतराई गांव की है.

एक ओर हरियाली की गुणगान, दूसरी ओर हजारों पेड़ों की चढ़ रही बली
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Published : Jun 6, 2019, 12:42 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के लिए एक ओर जहां हर साल सरकार के साथ ही सरकारी संस्थाएं कई अभियान चलाती हैं, तो वहीं दूसरी ओर एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि विकास कार्यों के लिए हर साल बड़ी संख्या में पेड़ काट दिए जाते हैं. एक ऐसी ही सच्चाई सीतापुर के सोनतराई गांव की है. जहां 'नरवा गरुवा घुरवा बारी' प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए प्रशासन द्वारा हजारों पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है.

एक ओर हरियाली का गुणगान, दूसरी ओर हजारों पेड़ों की चढ़ रही बलि

प्रशासन को नहीं ध्यान
बता दें कि सीतापुर के सोनतराई में भी सरकारी प्रोजेक्ट 'नरवा, गरूवा, घुरवा बारी' की योजना को तैयार करने के लिए हजारों संख्या में पेड़ों की बली चढ़ाई जा रही है. प्रशासन को पर्यावरण की कोई चिंता नहीं तभी तो प्रशासन पर्यावरण को बचाने के बजाए कुंभकरण की गहरी नींद सो रहा है. वहीं प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए धड़ल्ले से बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है. इससे हरे भरे पेड़ों की अवैध रूप से कटाई से आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने की आशंका बढ़ती जा रही है.

CEO ने कहा जड़ से उग जाएंगे पेड़
मामले में जब ETV भारत की टीम ने सीतापुर जनपद सी.ई.ओ विनय गुप्ता से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं होना चाहिए हमारे द्वारा जिन पेड़ों को काटा गया है उसके जड़ से फिर जल्द ही नये पेड़ उग जाएंगे.

सरगुजा: पर्यावरण संरक्षण और वृक्षारोपण के लिए एक ओर जहां हर साल सरकार के साथ ही सरकारी संस्थाएं कई अभियान चलाती हैं, तो वहीं दूसरी ओर एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि विकास कार्यों के लिए हर साल बड़ी संख्या में पेड़ काट दिए जाते हैं. एक ऐसी ही सच्चाई सीतापुर के सोनतराई गांव की है. जहां 'नरवा गरुवा घुरवा बारी' प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए प्रशासन द्वारा हजारों पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है.

एक ओर हरियाली का गुणगान, दूसरी ओर हजारों पेड़ों की चढ़ रही बलि

प्रशासन को नहीं ध्यान
बता दें कि सीतापुर के सोनतराई में भी सरकारी प्रोजेक्ट 'नरवा, गरूवा, घुरवा बारी' की योजना को तैयार करने के लिए हजारों संख्या में पेड़ों की बली चढ़ाई जा रही है. प्रशासन को पर्यावरण की कोई चिंता नहीं तभी तो प्रशासन पर्यावरण को बचाने के बजाए कुंभकरण की गहरी नींद सो रहा है. वहीं प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए धड़ल्ले से बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है. इससे हरे भरे पेड़ों की अवैध रूप से कटाई से आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने की आशंका बढ़ती जा रही है.

CEO ने कहा जड़ से उग जाएंगे पेड़
मामले में जब ETV भारत की टीम ने सीतापुर जनपद सी.ई.ओ विनय गुप्ता से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं होना चाहिए हमारे द्वारा जिन पेड़ों को काटा गया है उसके जड़ से फिर जल्द ही नये पेड़ उग जाएंगे.

Intro:सीतापुर के सोनतराई में नरवा गरुआ घुरवा अउ बाड़ी प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए काटे जा रहे है हजारों संख्या में बेसकीमती पेड़,प्रशासन को पर्यावरण की कोई चिंता नहीं कुम्भकरण की निद्रा में सो रहा है प्रशासन।

सीतापुर~पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण के लिए एक ओर जहाँ हर साल सरकार और गैर सरकारी संस्थाएं अभियान चलाती हैं तो दूसरी ओर एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि विकास कार्यों के लिए हर साल बड़ी संख्या में पेड़ काट दिए जाते हैं।

सरगुजा जिले के सीतापुर के सोनतराई में भी कुछ ऐसा देखने को मिला है जहाँ नरुआ गरुआ घुरवा अउ बाड़ी योजना के प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए हजारों संख्या में बेसकीमती पेड़ों को काटा जा रहा है वहीं इस प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए अभी तक हजारों की संख्या में पेड़ भी कट भी चुके है।

आज पर्यावरण पेड़ों की अवैध कटाई के कारण असुरक्षित सा प्रतीत होता दिख रहा है।

आपको बता दे कि सीतापुर के सोनतराई में भी सरकारी प्रोजेक्ट नरुआ गरूआ घुरवा अउ बाड़ी की योजना को तैयार करने के लिए हजारों संख्या में पेड़ों की बली चढ़ाई जा रही है। प्रशासन को पर्यावरण की कोई चिंता नहीं तभी तो प्रशासन पर्यावरण को बचाने के बजाएँ कुम्भकरण की गहरी निद्रा में सो रहा है और धड़ल्ले से प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए बेसकीमती लिप्ट्स के पेड़ों की अवैध कटाई कर दी जा रही है।

ज्ञातव्य हो कि सीतापुर के कई इलाकों में हरे भरे पेड़ों की अवैध रूप से कटाई जारी रहने से पर्यावरण संकट बढ़ता जा रहा है।पेड़ों की अवैध कटाई से आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने की आशंका बढ़ती जा रही है।

सीतापुर में पेड़ों का अवैध कटाई करके प्रशासन अपनी प्रोजेक्ट तो तैयार कर ले रही है किन्तु प्रकृति से हरियाली घटती जा रही है।

सीतापुर इलाके में कई ऐसे पेड़ व पौधे हैं,जो कई बीमारियों के लिए संजीवनी का कार्य करते हैं, लेकिन पेड़ों की कटाई करने वाले इन औषधियों को भी नहीं छोड़ते। सीतापुर के सोनतराई में पेड़ों की अवैध कटाई करने वाले प्रशासन को इस बात की जरा भी फिक्र नहीं की इसके प्रभाव से मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

गौरतलब हो कि सीतापुर के सोनतराई में नरुआ गरुआ घुरवा अउ बाड़ी योजना को तैयार करने के लिए हजारो की संख्या में पेड़ काटे जा रहें है।

बेसकीमती पेड़ों के संबंध में जब Etv Bharat की टीम सीतापुर जनपद सी.ई.ओ विनय गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं होना चाहिए किन्तु हमारें द्वारा जो पेड़ों को काटा गया है उसके जड़ से फिर जल्द ही नये पेड़ उग जायेंगे।

किन्तु प्रशासन अपनी इस प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए पर्यावरण का हित भी नहीं देख रही है,,,पेड़ों को अवैध रूप रे धड़ल्ले से काटना पर्यावरण के लिए घातक साबित हो सकता है।

विजुअल 01~नरुआ गरूआ घुरवा अउ बाड़ी प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए काटे गए हजारों की संख्या में बेसकीमती लिप्ट्स के पेड़ों का दृश्य।

विजुअल 02~पेड़ों के जड़ का दृश्य,,,जो कट चुके है।

विजुअल 03~लिप्ट्स के पेड़ों के खूंटे जिसे काटकर बाउंड्री किया जा रहा है।

विजुअल 04~पेड़ों का कट जाने के बाद जड़ सहित सपात मैदान का दृश्य।

विजुअल 05~नरुआ गरुआ अउ बाड़ी के बोर्ड का दृश्य।

विजुअल 06~जनपद सी.ई.ओ और उनकी टीम के वार्तालाप का दृश्य।

बाईट 01~विनय कुमार गुप्ता
(जनपद सी.ई.ओ सीतापुर)
पहचान~टोपी पहने हुए।

बाईट 02~स्थानीय।

बाईट 03~स्थानीय।

Report~Roshan Soni
Sitapur Surguja C.G...!!!Body:सीतापुर के सोनतराई में नरवा गरुआ घुरवा अउ बाड़ी प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए काटे जा रहे है हजारों संख्या में बेसकीमती पेड़,प्रशासन को पर्यावरण की कोई चिंता नहीं कुम्भकरण की निद्रा में सो रहा है प्रशासन।

सीतापुर~पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण के लिए एक ओर जहाँ हर साल सरकार और गैर सरकारी संस्थाएं अभियान चलाती हैं तो दूसरी ओर एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि विकास कार्यों के लिए हर साल बड़ी संख्या में पेड़ काट दिए जाते हैं।

सरगुजा जिले के सीतापुर के सोनतराई में भी कुछ ऐसा देखने को मिला है जहाँ नरुआ गरुआ घुरवा अउ बाड़ी योजना के प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए हजारों संख्या में बेसकीमती पेड़ों को काटा जा रहा है वहीं इस प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए अभी तक हजारों की संख्या में पेड़ भी कट भी चुके है।

आज पर्यावरण पेड़ों की अवैध कटाई के कारण असुरक्षित सा प्रतीत होता दिख रहा है।

आपको बता दे कि सीतापुर के सोनतराई में भी सरकारी प्रोजेक्ट नरुआ गरूआ घुरवा अउ बाड़ी की योजना को तैयार करने के लिए हजारों संख्या में पेड़ों की बली चढ़ाई जा रही है। प्रशासन को पर्यावरण की कोई चिंता नहीं तभी तो प्रशासन पर्यावरण को बचाने के बजाएँ कुम्भकरण की गहरी निद्रा में सो रहा है और धड़ल्ले से प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए बेसकीमती लिप्ट्स के पेड़ों की अवैध कटाई कर दी जा रही है।

ज्ञातव्य हो कि सीतापुर के कई इलाकों में हरे भरे पेड़ों की अवैध रूप से कटाई जारी रहने से पर्यावरण संकट बढ़ता जा रहा है।पेड़ों की अवैध कटाई से आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने की आशंका बढ़ती जा रही है।

सीतापुर में पेड़ों का अवैध कटाई करके प्रशासन अपनी प्रोजेक्ट तो तैयार कर ले रही है किन्तु प्रकृति से हरियाली घटती जा रही है।

सीतापुर इलाके में कई ऐसे पेड़ व पौधे हैं,जो कई बीमारियों के लिए संजीवनी का कार्य करते हैं, लेकिन पेड़ों की कटाई करने वाले इन औषधियों को भी नहीं छोड़ते। सीतापुर के सोनतराई में पेड़ों की अवैध कटाई करने वाले प्रशासन को इस बात की जरा भी फिक्र नहीं की इसके प्रभाव से मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

गौरतलब हो कि सीतापुर के सोनतराई में नरुआ गरुआ घुरवा अउ बाड़ी योजना को तैयार करने के लिए हजारो की संख्या में पेड़ काटे जा रहें है।

बेसकीमती पेड़ों के संबंध में जब Etv Bharat की टीम सीतापुर जनपद सी.ई.ओ विनय गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं होना चाहिए किन्तु हमारें द्वारा जो पेड़ों को काटा गया है उसके जड़ से फिर जल्द ही नये पेड़ उग जायेंगे।

किन्तु प्रशासन अपनी इस प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए पर्यावरण का हित भी नहीं देख रही है,,,पेड़ों को अवैध रूप रे धड़ल्ले से काटना पर्यावरण के लिए घातक साबित हो सकता है।

विजुअल 01~नरुआ गरूआ घुरवा अउ बाड़ी प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए काटे गए हजारों की संख्या में बेसकीमती लिप्ट्स के पेड़ों का दृश्य।

विजुअल 02~पेड़ों के जड़ का दृश्य,,,जो कट चुके है।

विजुअल 03~लिप्ट्स के पेड़ों के खूंटे जिसे काटकर बाउंड्री किया जा रहा है।

विजुअल 04~पेड़ों का कट जाने के बाद जड़ सहित सपात मैदान का दृश्य।

विजुअल 05~नरुआ गरुआ अउ बाड़ी के बोर्ड का दृश्य।

विजुअल 06~जनपद सी.ई.ओ और उनकी टीम के वार्तालाप का दृश्य।

बाईट 01~विनय कुमार गुप्ता
(जनपद सी.ई.ओ सीतापुर)
पहचान~टोपी पहने हुए।

बाईट 02~स्थानीय।

बाईट 03~स्थानीय।

Report~Roshan Soni
Sitapur Surguja C.G...!!!Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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