अंबिकापुर: आजादी के बाद से अब तक कनेक्टिविटी की कमी का दंश झेल रहे सरगुजा में अब भी एयर कनेक्टिविटी अधर में लटकी हुई है. हवाई सेवा कब शुरू होगी, इस पर संशय बरकरार है लेकिन हवाई सेवा के लिये एयरपोर्ट पर बनाया गया नया रनवे सियासी दलों का अखाड़ा जरूर बन चुका है. सियासी दल इस अखाड़े पर शक्ति प्रदर्शन कर अपनी उपलब्धि गिना रहे हैं.
भाजपा कांग्रेस में श्रेय लेने की होड़: भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल एयरपोर्ट का श्रेय लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. 6 मई को सीएम भूपेश बघेल दल बल के साथ दरिमा एयरपोर्ट पहुंचे और कार्यों की समीक्षा की. नए रनवे पर लैंडिंग ट्रायल भी देखा. इस दौरान सीएम ने कहा- जल्द ही दरिमा एयरपोर्ट की लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. भाजपा के श्रेय लेने पर सीएम ने कहा भाजपा ने इसके लिए क्या किया.
"48 करोड़ रुपये हमने लगाया. एयरपोर्ट के एक्सटेंशन के लिए भी राज्य का पैसा लग रहा है. विकास के जितने भी काम हो रहे हैं उसमें राज्या सरकार का पैसा लग रहा है. केंद्र का इसमें क्या लगा है ?."- भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
केंद्र ने दिया 56 करोड़ 50 लाख रुपये: महामाया एयरपोर्ट पर कांग्रेस के श्रेय लेने के बीच केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह भी दलबल के साथ एयरपोर्ट पहुंची और भूपेश बघेल को झूठा करार दे दिया. रेणुका सिंह ने कहा- उड़ान योजना के तहत जगदलपुर, बिलासपुर और अंबिकापुर में एयरपोर्ट के लिए केंद्र सरकार ने 90 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी. 56 करोड़ 50 लाख रुपये केंद्र ने राज्य को रनवे, टर्मिनल एक्टेंशन, टैक्सी वे और एप्रेन के लिए दिया है. जिस पर काम चल रहा है. लेकिन भूपेश सरकार सारा श्रेय खुद ही लेने पर तुले हए हैं.
"देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री को झूठ बोलने के सिवा कुछ भी बोलने नहीं आता है. भूपेश बघेल ने कहा 48 करोड़ की राशि राज्य सरकार ने दी है लेकिन मैं कहती हूं कि 48 करोड़ नहीं बल्कि 56 करोड़ 50 लाख रुपये केंद्र ने रनवे के काम के लिए दिए हैं.-केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह
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हवाई सेवा शुरू होने पर अब भी संशय: भाजपा और कांग्रेस की सियासी कुश्ती के बीच डीजीसीए की टीम भी एयरपोर्ट का जायजा लेने सरगुजा पहुंची और जांच कर वापस जा चुकी है. अब भी यह तय नहीं है कि हवाई सेवा कब शुरू होगी. हवाई सेवा शुरू होने में देरी और मामले में सियासत को लेकर आम आदमी और सामाजिक कार्यकर्ताओं में नाराजगी है.
"रनवे अखाड़ा बन चुका है. जैसा अखाड़ा नागपंचमी के दिन हनुमान मंदिर में बनता है यहां तो रोज नागपंचमी हो रही है. नेता इस तरह एक्सपर्ट बनाकर ट्रायल ले रहे हैं जैसे वो विशेषज्ञ हैं. नेता हैं राजनीति करें. बार बार बता रहे हैं कि हमने इतना दिया हमने इतना दिया तो पैसा आपने जनता का दिया है. हमारे टेक्स का पैसा ही दिया है".- सरगुजा के सामाजिक कार्यकर्ता राकेश तिवारी
सियासी अखाड़ा बना रनवे: हवाई सेवा सरगुजा वासियों का बड़ा सपना है. चुनावी वर्ष है. ऐसे में कोई भी नेता इसका श्रेय लेने से पीछे हटना नहीं चाहता. लेकिन श्रेय लेने के चक्कर में एयरपोर्ट का रनवे सियासी अखाड़ा बन चुका है. भाजपा कांग्रेस तक तो ठीक है लेकिन कांग्रेस में भी अलग अलग गुटों के बीच श्रेय लेने की होड़ देखी गई. पहली बार जब ट्रायल लैंडिंग होना था तो स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को एविएशन विभाग ने सूचना दी और वो एयरपोर्ट पहुंचे. इस दिन प्रभारी मंत्री शिव डहरिया और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत जिले की समीक्षा बैठक ले रहे थे. स्वास्थ्य मंत्री के एयरपोर्ट पहुते ही थोड़ी देर में दोनों मंत्री पूरे प्रशासनिक अमले के साथ एयरपोर्ट पहुंचे और वहां इन दोनों गुटों में तकरार साफ साफ देखी गई.