सरगुजा: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने महामाया शक्कर कारखाने का शुभारंभ किया था. ताकि किसानों का भला हो सके. लेकिन कारखाने में शुरू से इसका उल्टा होते आया है. शक्कर कारखाना अपने अस्तित्व के बाद से ही विवादों में रहा है. अब एक बार फिर कारखाने की कारगुजारियों के किस्से सामने आए हैं. इस बार मामला सीधा किसानों के हक की चोरी का है. कारखाने के तराजू में किसानों का गन्ना चुराया जा रहा है.
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50 किलो का बांट बात रहा 45 किलो वजन
केरता के महामाया शक्कर कारखाना में किसानों के साथ धोखा हो रहा है. यहां रखे 50-50 किलोग्राम के बाट को इलेक्ट्रिक कांटा से चेक करने पर 45-45 किलोग्राम शो हो रहा है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक विक्रेता अपना गन्ना लोडकर अंबिकापुर लाया. जहां से तौल कराने के बाद शक्कर फैक्टरी में तौल कराया, जिसमें दोनों जगह अलग-अलग वजन बताया.
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विजय ने पकड़ी चोरी
तपरकेला निवासी विजय कुमार सिंह ट्रक में गन्ना लोड कराकर शक्कर कारखाना केरता ला रहे थे. इससे पहले उन्होंने अंबिकापुर के चांदनी चौक में गन्ने का वजन कराया. गन्ने का वजन 28 टन 570 किलोग्राम बताया गया. जब केरता शक्कर कारखाना में तौल कराया गया, तो वहां 27 टन 410 किलो बताया गया. दोनों जगहों में भिन्नता पाए जाने पर विजय कुमार ने कर्मचारियों की शिकायत की. इसके बाद कर्मचारियों ने गन्ना व्यापारी को सुबह आने के लिए बुलाया.
लंबे समय से चल रहा खेल
गन्ना विक्रेता विजय कुमार सिंह ने बताया की उनके साथ ऐसा दो बार हुआ है. जब तौल में अलग-अलग वजन बताया गया. उन्होंने बताया कि इससे पहले 20 फरवरी को भेजे गाड़ी में 11 क्विंटल कम हुआ. एक गाड़ी में 5 क्विंटल 60 किलो कम हुआ. अब शक्कर कारखाने में किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है.
क्षति पूर्ती देने की बात
मामले में कारखाना के अध्यक्ष विद्या सागर सिंह ने कहा कि अबतक कोई शिकायत संज्ञान में नहीं आया है. तौल में इस तरह का अंतर है तो गलत है. कांटा में मिस्टेक होगा तो जांच काराएंगे. तौल में मिस्टेक होगा तो कारखाना क्षतिपूर्ति देगा.