सरगुजा: मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के द्वारा अंबिकापुर शासकीय मेडिकल कालेज को शैक्षणिक वर्ष 2019-20 में जीरो ईयर घोषित कर देने के मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है. ETV भारत को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सिंहदेव ने अंबिकापुर मेडिकल कालेज में जीरो ईयर होने पर निराशा व्यक्त की है, हालांकि उन्होंने अब भी इस दिशा में उम्मीद जताई है.
दरअसल जीरो ईयर होने के बाद मंत्री टी एस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात कर इस विषय में आग्रह किया था, लेकिन फिर भी कोई बात नहीं बनी थी, लिहाजा नियमों के तहत 15 जून वो अंतिम तिथि थी जब तक अम्बिकापुर मेडिकल कालेज को जीरो ईयर होने से बचाया जा सकता था, लेकिन अंतिम तिथि भी समाप्त हो गई.
मंत्री सिंहदेव ने कहा कि इसे बचाने का एक ही रास्ता था की हम कोर्ट में जाते और कोर्ट से जीरो ईयर समाप्त कराने के लिए तमाम वादे शासन को करने पड़ते. जिन्हें एक वर्ष में पूरा करना शायद संभव नहीं हो पाता, इसलिए उन्होंने कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया. आज वो समय भी समाप्त हो चुका है, लेकिन प्रदेश की कुल सीटों में छात्रों को होने वाले नुकसान की भरपाई की आस अब भी बनी हुई है. सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश में विशेष कैटेगरी से 250 सीट तक ली जा सकती है और वो उसके लिए प्रयास कर रहे हैं.3
हालांकि वो कौन सी कैटेगरी और कौन से नियम होंगे जिनसे ये 250 सीटें छत्तीसगढ़ को मिल सकती है, इस बात को मंत्री ने अभी राज ही रखा है. उनका मानना है कि पहले से बोल देने में घाटा हो सकता है, लेकिन फिर भी एक आस अभी बची हुई है. बहरहाल स्वास्थ्य मंत्री का यह प्रयास अगर सफल होता है, तो निश्चित ही प्रदेश के मेडिकल छात्रों का बड़ा नुकसान होने से बच सकता है.