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EXCLUSIVE: मेडिकल के छात्रों को मिलेगी राहत, प्रदेश में बढ़ सकती है सीटें

एमसीआई के द्वारा अंबिकापुर शासकीय मेडिकल कालेज को शैक्षणिक वर्ष 2019-20 में जीरो ईयर घोषित कर देने के मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है.

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Published : Jun 16, 2019, 12:10 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री, छत्तीसगढ़

सरगुजा: मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के द्वारा अंबिकापुर शासकीय मेडिकल कालेज को शैक्षणिक वर्ष 2019-20 में जीरो ईयर घोषित कर देने के मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है. ETV भारत को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सिंहदेव ने अंबिकापुर मेडिकल कालेज में जीरो ईयर होने पर निराशा व्यक्त की है, हालांकि उन्होंने अब भी इस दिशा में उम्मीद जताई है.

सिंहदेव से खास बातचीत

दरअसल जीरो ईयर होने के बाद मंत्री टी एस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात कर इस विषय में आग्रह किया था, लेकिन फिर भी कोई बात नहीं बनी थी, लिहाजा नियमों के तहत 15 जून वो अंतिम तिथि थी जब तक अम्बिकापुर मेडिकल कालेज को जीरो ईयर होने से बचाया जा सकता था, लेकिन अंतिम तिथि भी समाप्त हो गई.

मंत्री सिंहदेव ने कहा कि इसे बचाने का एक ही रास्ता था की हम कोर्ट में जाते और कोर्ट से जीरो ईयर समाप्त कराने के लिए तमाम वादे शासन को करने पड़ते. जिन्हें एक वर्ष में पूरा करना शायद संभव नहीं हो पाता, इसलिए उन्होंने कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया. आज वो समय भी समाप्त हो चुका है, लेकिन प्रदेश की कुल सीटों में छात्रों को होने वाले नुकसान की भरपाई की आस अब भी बनी हुई है. सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश में विशेष कैटेगरी से 250 सीट तक ली जा सकती है और वो उसके लिए प्रयास कर रहे हैं.3

हालांकि वो कौन सी कैटेगरी और कौन से नियम होंगे जिनसे ये 250 सीटें छत्तीसगढ़ को मिल सकती है, इस बात को मंत्री ने अभी राज ही रखा है. उनका मानना है कि पहले से बोल देने में घाटा हो सकता है, लेकिन फिर भी एक आस अभी बची हुई है. बहरहाल स्वास्थ्य मंत्री का यह प्रयास अगर सफल होता है, तो निश्चित ही प्रदेश के मेडिकल छात्रों का बड़ा नुकसान होने से बच सकता है.

सरगुजा: मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के द्वारा अंबिकापुर शासकीय मेडिकल कालेज को शैक्षणिक वर्ष 2019-20 में जीरो ईयर घोषित कर देने के मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है. ETV भारत को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सिंहदेव ने अंबिकापुर मेडिकल कालेज में जीरो ईयर होने पर निराशा व्यक्त की है, हालांकि उन्होंने अब भी इस दिशा में उम्मीद जताई है.

सिंहदेव से खास बातचीत

दरअसल जीरो ईयर होने के बाद मंत्री टी एस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात कर इस विषय में आग्रह किया था, लेकिन फिर भी कोई बात नहीं बनी थी, लिहाजा नियमों के तहत 15 जून वो अंतिम तिथि थी जब तक अम्बिकापुर मेडिकल कालेज को जीरो ईयर होने से बचाया जा सकता था, लेकिन अंतिम तिथि भी समाप्त हो गई.

मंत्री सिंहदेव ने कहा कि इसे बचाने का एक ही रास्ता था की हम कोर्ट में जाते और कोर्ट से जीरो ईयर समाप्त कराने के लिए तमाम वादे शासन को करने पड़ते. जिन्हें एक वर्ष में पूरा करना शायद संभव नहीं हो पाता, इसलिए उन्होंने कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया. आज वो समय भी समाप्त हो चुका है, लेकिन प्रदेश की कुल सीटों में छात्रों को होने वाले नुकसान की भरपाई की आस अब भी बनी हुई है. सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश में विशेष कैटेगरी से 250 सीट तक ली जा सकती है और वो उसके लिए प्रयास कर रहे हैं.3

हालांकि वो कौन सी कैटेगरी और कौन से नियम होंगे जिनसे ये 250 सीटें छत्तीसगढ़ को मिल सकती है, इस बात को मंत्री ने अभी राज ही रखा है. उनका मानना है कि पहले से बोल देने में घाटा हो सकता है, लेकिन फिर भी एक आस अभी बची हुई है. बहरहाल स्वास्थ्य मंत्री का यह प्रयास अगर सफल होता है, तो निश्चित ही प्रदेश के मेडिकल छात्रों का बड़ा नुकसान होने से बच सकता है.

Intro:सरगुज़ा : मेडिकल कैंसिल आफ इंडिया (एमसीआई) के द्वारा अम्बिकापुर शासकीय मेडिकल कालेज को शैक्षणिक वर्ष 2019-20 में ज़ीरो ईयर घोषित कर देने के मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है,ईटीव्ही भारत को दिए एक्सक्लुसिव इंटरव्यू में सिंह देव ने अम्बिकापुर मेडिकल कालेज में जीरो ईयर होने पर निराशा व्यक्त की है, पर अभी भी उन्होंने प्रदेश के छात्रों के नुकसान को बढ़ाने की कोशिश नही छोड़ी है।




Body:दरअसल जीरो ईयर होने के बाद मंत्री टी एस सिंह ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह से मुलाकात कर इस विषय मे आग्रह किया था, लेकिन फिर भी कोई बात नही बनी थी, लिहाजा नियमो के तहत 15 जून वो अंतिम तिथि थी जब तक अम्बिकापुर मेडिकल कालेज को जीरो ईयर होने से बचाया जा सकता था, लेकिन अंतिम तिथि भी समाप्त हुई, जिसके बाद हमने सिंह देव से पूछा की अंतिम समय भी निकल गया अब क्या होगा.?

जिसके जवाब में मंत्री सिंह देव ने कहा की इसे बचाने के एक ही रास्ता था की हम कोर्ट में जाते और कोर्ट से जीरो ईयर समाप्त कराने के लिए तमाम वादे शासन को करने पड़ते, जिन्हें एक वर्ष में पूरा करना शायद संभव नही हो पाता, इसलिए उन्होंने कोर्ट का रास्ता इख्तियार नही किया और आज वो समय भी समाप्त हो चुका है, लेकिन प्रदेश की कुल सीटों में छात्रों को होने वाले नुकसान के भरपाई की आस अब भी बनी हुई है, सिंह देव ने बताया की प्रदेश में विशेष कैटेगरी से 250 सीट तक ली जा सकती है, और वो उसके लिए प्रयास कर रहे हैं।


Conclusion:हालाकी वो कौन सी कैटेगरी और कौन से नियम होंगे जिनसे ये 250 सीटें छत्तीसगढ़ को मिल सकती है, इस बात को सिंहदेव ने अभी राज ही रखा है, उनका मानना है की पहले से बोल देने में घाटा हो सकता है, लेकिन फिर भी एक आस अभी बची हुई है, बहरहाल स्वास्थ्य मंत्री का यह प्रयास अगर सफल होता है, तो निश्चित ही प्रदेश के मेडिकल छात्रो का बड़ा नुकसान होने से बच सकता है।

121_टी एस सिंह देव (स्वास्थ्य मंत्री)

देश दीपक गुप्ता सरगुज़ा
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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