सरगुजा: अम्बिकापुर नगर निगम के सामान्य सभा की बैठक (General Assembly meeting in Ambikapur Municipal Corporation) सोमवार को स्थानीय राजमोहिनि देवी ऑडिटोरियम में की गई. इस बैठक में सदस्यों से कई सवालों पर चर्चा हुई. बैठक में मुख्य रूप से अमृत मिशन योजना की प्रगति (Progress of AMRUT Mission Scheme) और गार्बेज कैफे का मुद्दा (Garbage cafe issue) गरमाया रहा. गार्बेज कैफे को बंद करने के सवाल पर मेयर भावुक हो गये (Mayor emotional on question of closing garbage cafe )और उन्होंने कहा कि जिस चीज से शहर की पहचान हो, उसे बंद करना उचित (closing garbage cafe in Ambikapur)नहीं है.
2 साल बाद भी नहीं मिल रहा शुद्ध जल
केंद्र सरकार ने अम्बिकापुर नगर निगम को सौ करोड़ से अधिक की अमृत मिशन योजना दी थी. जिससे शहर को 24 घंटे शुद्ध पेयजल दिया जाना था. लेकिन 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा था. जिस पर विपक्ष ने हंगमा कर दिया, जिसके जवाब में सभापति ने कहा की अमृत मिशन के अधिकारी, ठेकेदार और सदस्यों की एक बैठक आयोजित कर इस समस्या का समाधान किया जायेगा.
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गार्बेज में पॉलीथिन नहीं
गार्बेज कैफे में पॉलीथिन नहीं आने और संचालक के माध्यम से गार्बेज कैफे में निजी दुकान संचालित करने का आरोप लग रहा है. अब इस कैफे को बंद करने की बात कही जा रही है. गार्बेज कैफे को बंद किये जाने के सवाल पर मेयर अजय तिर्की भावुक हो गये. दुखी मन से उन्होंने कहा कि जिस चीज से शहर की पहचान हो, उसे बंद नहीं किया जा सकता. सदस्यों ने जो सवाल किए हैं, उस पर जांच कर की जाएगी.
मेयर ने समस्याओं को दूर करने का दिया भरोसा
गौर हो कि देश का पहला गार्बेज कैफे अम्बिकापुर नगर निगम में खोला गया था, जिससे न सिर्फ गार्बेज फ्री सिटी की दिशा में सहयोग किया गया बल्कि अम्बिकापुर नगर निगम को देश-विदेश में पहचान भी मिली. अब ऐसी योजना को बंद करना शहर के सम्मान पर आघात जैसा होगा. लिहाजा मेयर समस्याओं को दूर करने की बात कह रहे हैं.