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शराब दुकान खुलते ही सरगुजा के लोग एक दिन में पी गए 64 लाख की शराब

ग्रीन जोन में दी गई छूट के तहत सरगुजा में भी शासकीय कार्यालयों में कामकाज शुरू हो गया है. वहीं शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं. ग्रीन जोन में सरकार से मिली छूट के कारण शासकीय कार्यालयों में स्थिति सामान्य रही, जबकि जिले में 64 लाख की शराब की बिक्री हुई है, जो बाकी दिनों के मुकाबले बहुत ज्यादा है.

Liquor sales of 64 lakhs in one day in Surguja
शराब दुकान खुलते ही सरगुजा के लोग एक दिन में ही पी गए 64 लाख की शराब
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Published : May 5, 2020, 8:29 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा : लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है और इसी के साथ ग्रीन जोन में शामिल जिले और शहरों को दी गई छूट के तहत शासकीय कार्यालयों में भी कामकाज शुरू हो गया है.

सरगुजा में एक दिन में ही हुई 64 लाख की शराब बिक्री

रजिस्ट्री का काम भी शुरू हो गया है, साथ ही शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं. 40 दिनों के बंद के बाद की बात की जाए, तो शासकीय कार्यालयों में स्थिति सामान्य रही और अधिकारी-कर्मचारी पुराने पेंडिंग फाइल निपटाते नजर आए, जबकि पंजीयन कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन इन सब के विपरीत शराब दुकान के बाहर सुबह 6 बजे से ही लोगों की लाइन देखी गई.

Liquor sales of 64 lakhs in one day in Surguja
पंजीयन कार्यालय में पसरा रहा सन्नाटा

कड़ी धूप के बाद भी लोगों ने कतार में लगकर शराब की खरीदी की. यह स्थिति शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र की शराब दुकानों में भी देखने को मिली और देर शाम तक जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक एक दिन में जिलेवासियों ने 64 लाख की शराब खरीदी हुई है.

Liquor sales of 64 lakhs in one day in Surguja
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

शराब दुकानों के सामने लोगों की भीड़

लॉकडाउन में शासन ने शराब दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है, जिसके तहत सोमवार को जिलेभर के देशी-विदेशी शराब दुकानों में लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली. बता दें कि शहर के गंगापुर, गाड़ाघाट और भगवानपुर की अंग्रेजी शराब और एक देशी शराब दुकान के साथ ही लखनपुर, सीतापुर और बतौली में भी शराब की दुकानें संचालित हैं, जहां सुबह से ही लोगों की भीड़ देखने को मिली.

6 बजे से ही शराब दुकानों में लोगों की कतारें लगनी शुरू

शराब दुकानों के संचालन की अनुमति मिलने के बाद दुकानों के बाहर गोल घेरे बनाए गए हैं, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की तैयारी भी की गई है. सोमवार सुबह 6 बजे से ही शहर और ग्रामीण क्षेत्र में शराब दुकानों में लोगों की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं.

64 लाख रुपए की शराब बिक्री

सुबह से लेकर शाम 7 बजे तक शराब बिक्री का कारोबार चलता रहा. इस दौरान लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा था. वहीं साबुन और हैंड सेनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई थी, हालांकि कई शराब दुकानों में लोगों को मनपसंद शराब नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी भी जताई. लोगों का कहना था कि उन्हें ब्रांडेड शराब नहीं मिल पाई, हालांकि देर शाम तक जिले की सात शराब दुकानों में 64 लाख रुपए के शराब की बिक्री हुई है, जबकि सामान्य दिनों में महज 20 से 25 लाख रुपए की बिक्री होती थी.

नहीं हुई एक भी रजिस्ट्री

लॉकडाउन के दौरान पिछले 40 दिनों से जमीनों की रजिस्ट्री का काम भी ठप पड़ा हुआ है. अगर पंजीयन कार्यालय की बात की जाए, तो सरगुजा के पंजीयन कार्यालय को 29 करोड़ 60 लाख का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए दिया गया था. वहीं लॉकडाउन शुरू होने के पहले लगभग 77 प्रतिशत का लक्ष्य पूरा हो गया था, जिसमें 23 करोड़ 83 लाख के आय की प्राप्ति 6 हजार 489 दस्तावेजों का पंजीयन करके की गई थी.

लॉकडाउन में कार्यालय खोलने की मिली छूट

पंजीयन कार्यालय खुलने से उम्मीद जताई जा रही थी कि यहां लोगों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ेगी, लेकिन सोमवार को उप पंजीयक कार्यालय के बाहर सन्नाटा छाया रहा. हालांकि एक शख्स ने अपना ऑनलाइन पंजीयन कराया था, लेकिन वो भी देर शाम तक रजिस्ट्री के लिए नहीं पहुंचा.

कार्यालयों में ऑनलाइन अपॉइंटमेंट का नियम लागू

बता दें कि अब पंजीयन कार्यालय में भीड़ को कम करने के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट का नियम लागू किया गया है, जिसके तहत जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले पक्षकारों को विभाग के पोर्टल या मोबाइल एप से पंजीयन करना होगा. वहीं कार्यालय में उन्हीं पक्षकारों और गवाहों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जिन्होंने पहले से ऑनलाइन बुकिंग कराई हो.

लॉकडाउन अवधि में स्टाम्प वेंडरों और दस्तावेज लेखकों को निर्धारित कार्यस्थल जैसे उप पंजीयक कार्यालय, जिला पंजीयक कार्यालय, तहसील परिसर, कलेक्ट्रेट परिसर और न्यायालय परिसर के अन्य शासकीय कार्यालय परिसर में बैठकर काम करने की अनुमति नहीं होगी. जहां संपत्ति है, उसी से संबंधित पंजीयन कार्यालय में दस्तावेज पंजीयन के लिए स्वीकार किए जाएंगे.

पढ़ें: शराब दुकान खुलते ही टूट पड़े मदिरा प्रेमी, कड़ी धूप में अपनी बारी का किया इंतजार

वहीं आगामी आदेश तक अन्य तहसीलों के दस्तावेजों का पंजीयन जिला मुख्यालय में वर्जित होगा. पंजीयन कार्यालयों में दस्तावेजों के पंजीयन के अलावा सर्च और नकल के आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे. सबसे बड़ी बात यह है कि गवाह और पक्षकारों को अब पंजीयन कार्यालय में आने से पहले अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा.

सरगुजा : लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है और इसी के साथ ग्रीन जोन में शामिल जिले और शहरों को दी गई छूट के तहत शासकीय कार्यालयों में भी कामकाज शुरू हो गया है.

सरगुजा में एक दिन में ही हुई 64 लाख की शराब बिक्री

रजिस्ट्री का काम भी शुरू हो गया है, साथ ही शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं. 40 दिनों के बंद के बाद की बात की जाए, तो शासकीय कार्यालयों में स्थिति सामान्य रही और अधिकारी-कर्मचारी पुराने पेंडिंग फाइल निपटाते नजर आए, जबकि पंजीयन कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन इन सब के विपरीत शराब दुकान के बाहर सुबह 6 बजे से ही लोगों की लाइन देखी गई.

Liquor sales of 64 lakhs in one day in Surguja
पंजीयन कार्यालय में पसरा रहा सन्नाटा

कड़ी धूप के बाद भी लोगों ने कतार में लगकर शराब की खरीदी की. यह स्थिति शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र की शराब दुकानों में भी देखने को मिली और देर शाम तक जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक एक दिन में जिलेवासियों ने 64 लाख की शराब खरीदी हुई है.

Liquor sales of 64 lakhs in one day in Surguja
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

शराब दुकानों के सामने लोगों की भीड़

लॉकडाउन में शासन ने शराब दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है, जिसके तहत सोमवार को जिलेभर के देशी-विदेशी शराब दुकानों में लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली. बता दें कि शहर के गंगापुर, गाड़ाघाट और भगवानपुर की अंग्रेजी शराब और एक देशी शराब दुकान के साथ ही लखनपुर, सीतापुर और बतौली में भी शराब की दुकानें संचालित हैं, जहां सुबह से ही लोगों की भीड़ देखने को मिली.

6 बजे से ही शराब दुकानों में लोगों की कतारें लगनी शुरू

शराब दुकानों के संचालन की अनुमति मिलने के बाद दुकानों के बाहर गोल घेरे बनाए गए हैं, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की तैयारी भी की गई है. सोमवार सुबह 6 बजे से ही शहर और ग्रामीण क्षेत्र में शराब दुकानों में लोगों की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं.

64 लाख रुपए की शराब बिक्री

सुबह से लेकर शाम 7 बजे तक शराब बिक्री का कारोबार चलता रहा. इस दौरान लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा था. वहीं साबुन और हैंड सेनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई थी, हालांकि कई शराब दुकानों में लोगों को मनपसंद शराब नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी भी जताई. लोगों का कहना था कि उन्हें ब्रांडेड शराब नहीं मिल पाई, हालांकि देर शाम तक जिले की सात शराब दुकानों में 64 लाख रुपए के शराब की बिक्री हुई है, जबकि सामान्य दिनों में महज 20 से 25 लाख रुपए की बिक्री होती थी.

नहीं हुई एक भी रजिस्ट्री

लॉकडाउन के दौरान पिछले 40 दिनों से जमीनों की रजिस्ट्री का काम भी ठप पड़ा हुआ है. अगर पंजीयन कार्यालय की बात की जाए, तो सरगुजा के पंजीयन कार्यालय को 29 करोड़ 60 लाख का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए दिया गया था. वहीं लॉकडाउन शुरू होने के पहले लगभग 77 प्रतिशत का लक्ष्य पूरा हो गया था, जिसमें 23 करोड़ 83 लाख के आय की प्राप्ति 6 हजार 489 दस्तावेजों का पंजीयन करके की गई थी.

लॉकडाउन में कार्यालय खोलने की मिली छूट

पंजीयन कार्यालय खुलने से उम्मीद जताई जा रही थी कि यहां लोगों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ेगी, लेकिन सोमवार को उप पंजीयक कार्यालय के बाहर सन्नाटा छाया रहा. हालांकि एक शख्स ने अपना ऑनलाइन पंजीयन कराया था, लेकिन वो भी देर शाम तक रजिस्ट्री के लिए नहीं पहुंचा.

कार्यालयों में ऑनलाइन अपॉइंटमेंट का नियम लागू

बता दें कि अब पंजीयन कार्यालय में भीड़ को कम करने के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट का नियम लागू किया गया है, जिसके तहत जमीन की रजिस्ट्री कराने वाले पक्षकारों को विभाग के पोर्टल या मोबाइल एप से पंजीयन करना होगा. वहीं कार्यालय में उन्हीं पक्षकारों और गवाहों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जिन्होंने पहले से ऑनलाइन बुकिंग कराई हो.

लॉकडाउन अवधि में स्टाम्प वेंडरों और दस्तावेज लेखकों को निर्धारित कार्यस्थल जैसे उप पंजीयक कार्यालय, जिला पंजीयक कार्यालय, तहसील परिसर, कलेक्ट्रेट परिसर और न्यायालय परिसर के अन्य शासकीय कार्यालय परिसर में बैठकर काम करने की अनुमति नहीं होगी. जहां संपत्ति है, उसी से संबंधित पंजीयन कार्यालय में दस्तावेज पंजीयन के लिए स्वीकार किए जाएंगे.

पढ़ें: शराब दुकान खुलते ही टूट पड़े मदिरा प्रेमी, कड़ी धूप में अपनी बारी का किया इंतजार

वहीं आगामी आदेश तक अन्य तहसीलों के दस्तावेजों का पंजीयन जिला मुख्यालय में वर्जित होगा. पंजीयन कार्यालयों में दस्तावेजों के पंजीयन के अलावा सर्च और नकल के आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे. सबसे बड़ी बात यह है कि गवाह और पक्षकारों को अब पंजीयन कार्यालय में आने से पहले अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना होगा.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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