सरगुजा : सावन के पावन महीने में अंबिकापुर के कांवड़िए जल लेकर कैलाश गुफा के लिए निकलते हैं. कोरोना काल के बाद शुरु हुई कांवड़ यात्रा में सुरक्षा को लेकर पुलिस के सामने बड़ी चुनौती थी.लिहाजा कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए खुद जिले के कप्तान सामने आए हैं.सरगुजा के आईपीएस अधिकारी सुनील वर्मा आम कांवड़ियों की तरह पैदल 80 किलोमीटर लंबी कैलाश गुफा की यात्रा पर निकले हैं.
पहली बार देखा ऐसा अफसर : सरगुजा में ऐसा पहली बार देखा गया जब कोई अधिकारी किसी धार्मिक यात्रा में इस तरह से शामिल हुआ हो. भले ही इसके पीछे श्रद्धालुओं को सुरक्षा देने की मंशा हो,लेकिन पूरे दल बल के साथ श्रद्धालुओं के साथ पैदल यात्रा करना आसान काम नहीं है. आपको बता दें कि अंबिकापुर के शंकर घाट स्थित बांक नदी से आज हजारों की संख्या में कांवरियों का हुजूम जल चढ़ाने कैलाश गुफा के लिए रवाना हुआ है. 80 किलोमीटर की यात्रा 3 दिन में पूरी कर कांवरिएं कैलाश गुफा में जल चढ़ाएंगे.
"सूचना थी की कोविड के कारण लंबे समय तक कांवड़ यात्रा बंद थी. इस साल 2 लाख से अधिक लोगों के निकलने की जानकारी थी. जिसमें अधिक संख्या में महिलाओं को भी शामिल होना था. इसलिए मैं और पूरी टीम कांवड़ यात्रा के साथ पैदल चल रहे हैं. भीड़ के साथ हमारे जवान बिना वर्दी के चल रहे हैं. मैं भी वर्दी में नही हूं. अलग-अलग जोन बनाये गए हैं. हर जोन के प्रभारी उस क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे हैं . मैं तो पूरी यात्रा में ही साथ हूं" - सुनील शर्मा एसपी सरगुजा
बुध का कर्क राशि में होगा उदय,जानिए किन राशियों में होगा असर |
सड़क सुरक्षा नियमों को लेकर बनाएं फिल्म जीतें इनाम |
छत्तीसगढ़ में औसत से कम हुई बारिश,जानिए क्या हैं कारण |
सुरक्षा के साथ कर रहे हैं यात्रा : यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था बनी रहे लोगों को कोई तकलीफ ना हो इसलिये खुद सरगुजा पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा कांवरियों के साथ पैदल यात्रा करते नजर आए. पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा के मुताबिक वे खुद 80 किलोमीटर का सफल पैदल तय कर कावरियों के साथ उनकी सुरक्षा के लिए कैलाश गुफा तक जा रहे हैं. वहीं सरगुजा एसपी ने असामाजिक तत्वों को चेतावनी दी है कि कांवड़ यात्रा में बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.