सरगुजा: कोविड वैक्सीन की कालाबाजारी के मामले में डॉक्टर सहित 5 स्वास्थ्यकर्मियों पर FIR दर्ज करने के साथ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है. यह अनुशंसा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त सचिव डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने की है.
अंबिकापुर के कमलेश नेत्रालय में अनाधिकृत रूप से वैक्सीन लगाए जाने के मामले में प्रशासन ने अस्पताल के खिलाफ अपराध दर्ज किया था. मामले की जांच इंसिडेंट कमांडर और एसडीएम प्रदीप साहू कर रहे थे. एसडीएम ने जांच प्रतिवेदन कलेक्टर के माध्यम से शासन को सौंप दिया है. जांच में दोषी पाए जाने पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की अनुशंसा पर संयुक्त सचिव ने FIR दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
बीते दिनों 18 वर्ष से ऊपर वालों का टीकाकरण शुरू होते ही अंबिकापुर के कमलेश नेत्रालय में वैक्सीन लगाए जाने की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से की गई थी. जिसके बाद प्रशासन के यहां छापामार कार्रवाई की थी और जांच की जा रही थी. इस मामले में प्राइवेट अस्पताल को वैक्सीन देने वाले चेन की पड़ताल की जा रही थी. जांच पूरी होने के बाद कमलेश नेत्रालय के संचालक अभिजीत जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ अनुज कुमार, वैक्सीन और कोल्ड चेन मैनेजर प्रवीण घोष और सूरजपुर जिले के वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर अविकल गुप्ता के खिलाफ FIR के साथ कार्रवाई किए जाने की अनुशंसा की गई है.
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वैक्सीन की कालाबाजारी करने वाले इन स्वास्थ्यकर्मियों के साथ और कितने लोग शामिल है? या फिर बड़े अधिकारियों को बचा कर इन कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिराई जा रही है. ये बड़े सवाल है? प्रशासन और खासकर स्वास्थ्य मंत्री को अपने गृह जिले में हुए इस गंभीर अपराध की जड़ें टटोलने की जरूरत है.