सरगुजा: 3 दिवसीय मैनपाट महोत्सव का आगाज 12 फरवरी से हुआ. 3 दिन का मैनपाट महोत्सव 14 फरवरी को समाप्त होगा. छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव के दूसरे दिन के आयोजन का शुभारंभ करने पहुंचे. मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैनपाट महोत्सव का आयोजन पर्यटन के विकास के दृष्टिकोण से किया जाता है. लेकिन इस आयोजन से एक दूसरे की संस्कृतियों को जानने समझने का अवसर भी मिलता है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्थानीय छत्तीसगढ़ी कलाकारों की प्रस्तुति होती है. साथ ही देश के ख्याति प्राप्त कलाकारों को भी समझने का अवसर मिलता है. सिंहदेव ने जिला प्रशासन को आयोजन के लिए बधाई दी है. मंत्री सिंहदेव मैनपाट महोत्सव के दूसरे दिन के समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. मंत्री टीएस सिंहदेव ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इसके बाद उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के बाद विभिन्न विभागों के स्टाल के जरिए विभाग के उत्कृष्ट कार्यों का निरीक्षण किया.
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पहले दिन पहुंचे थे सीएम और अन्य मंत्री
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को मैनपाट महोत्सव का शुभारंभ किया. सीएम ने स्टॉल्स का निरीक्षण किया. इस दौरान सीएम ने कहा कि सरगुजा की संस्कृति और सभ्यता प्राचीन है. यहां के गीत, संगीत और करमा नृत्य को हर कोई जानता है. सरगुजा में भोजपुरी के साथ तिब्बती संस्कृति की विविधता मैनपाट में देखने को मिलती है. छत्तीसगढ़ से भगवान राम का इतिहास जुड़ा है. यह उनका ननिहाल रहा है. तो यहां से बौद्ध कालीन इतिहास भी जुड़ा है और उसकी निशानी भी यहां मिलती है. इस दौरान खाद्य मंत्री अमरजीत भगत औऱ स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम भी पहुंचे थे.