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अंबिकापुर: स्वास्थ्य मंत्री ने जिला अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन का किया लोकार्पण

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Published : Sep 3, 2019, 2:21 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया.

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण

अंबिकापुर: जिले के सबसे बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया. इसके साथ ही रेडियो डायग्नोस्टिक कक्ष, ओ.टी. कक्ष, डायलिसिस कक्ष और रेडियोग्राफी कक्ष का लोकार्पण किया गया. इस कार्यक्रम में नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत भी मौजूद रहे.

लंबे समय से मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सिटी स्कैन मशीन खराब होने की वजह से पूरे संभाग से इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. अस्पताल परिसर में सिटी स्कैन मशीन नहीं होने से मरीजों को निजी डायग्नोस्टिक सेंटर जाना पड़ता था. जिससे ग्रामीण अंचल से आए मरीजों को दिक्कत होती थी.

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण

लगातार हो रही थी सिटी स्कैन मशीन की मांग

  • लगातार सिटी स्कैन मशीन के लिए लोगों की मांग उठ रही थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन नई सिटी स्कैन मशीन लगाने की बात कह कर टालता रहा.
  • इसकी खबर कई बार समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दिखाई जा चुकी थी. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने हरकत में आते हुए SECL बिश्रामपुर से बात की.
  • SECL बिश्रामपुर ने अपने CSR मद से 5 करोड़ रूपए मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सिटी स्कैन मशीन लगाने के लिए दिया.
  • वहीं इसके भवन के लिए DMF मद से 25 लाख 10 हजार और विधायक निधि से 4 लाख 30 हजार रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है.
  • ओटी कांप्लेक्स के लिए डीएमएफ मद से 90 लाख 62 हजार की स्वीकृति की गई थी.

'बेहतर इलाज मुहैया कराना ही हमारी सरकार की प्राथमिकता'

वहीं सिंहदेव ने कहा कि, 'सीटी स्कैन मशीन लगने से संभाग के लोगों को जांच के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और कम खर्च में उनका इलाज हो सकेगा.'

  • उन्होंने कहा कि, 'कम खर्च में बेहतर इलाज मुहैया कराना ही हमारी सरकार की प्राथमिकता है. इसी उद्देश्य को लेकर प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं.'
  • स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, 'प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी जिला अस्पतालों में सिटी स्कैन मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. इसके साथ ही जिला अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए निजी क्षेत्रों के डॉक्टरों की सेवाएं लेने के आदेश विभाग की ओर से जारी किए गए हैं.
  • दूरस्थ अंचलों के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने के लिए आवश्यक प्रयास किया जाएगा, ताकि लोगों को अस्पताल पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े.

पढ़ें- सुरक्षा को लेकर बीजेपी के सवाल पर सीएम के जवाब, - 'हर स्थिति से निपटने के लिए हैं तैयार'

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन तो आ गई लेकिन सीटी स्कैन मशीन लगाने के लिए उपयुक्त भवन न होने से सिटी स्कैन मशीन का काम अधर में लटका हुआ था. जिसके बाद आनन-फानन में सिटी स्कैन मशीन के लिए भवन बनाया गया और 1 सितंबर को इसका लोकार्पण किया गया.

अंबिकापुर: जिले के सबसे बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया. इसके साथ ही रेडियो डायग्नोस्टिक कक्ष, ओ.टी. कक्ष, डायलिसिस कक्ष और रेडियोग्राफी कक्ष का लोकार्पण किया गया. इस कार्यक्रम में नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत भी मौजूद रहे.

लंबे समय से मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सिटी स्कैन मशीन खराब होने की वजह से पूरे संभाग से इलाज कराने आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. अस्पताल परिसर में सिटी स्कैन मशीन नहीं होने से मरीजों को निजी डायग्नोस्टिक सेंटर जाना पड़ता था. जिससे ग्रामीण अंचल से आए मरीजों को दिक्कत होती थी.

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण

लगातार हो रही थी सिटी स्कैन मशीन की मांग

  • लगातार सिटी स्कैन मशीन के लिए लोगों की मांग उठ रही थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन नई सिटी स्कैन मशीन लगाने की बात कह कर टालता रहा.
  • इसकी खबर कई बार समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दिखाई जा चुकी थी. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने हरकत में आते हुए SECL बिश्रामपुर से बात की.
  • SECL बिश्रामपुर ने अपने CSR मद से 5 करोड़ रूपए मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सिटी स्कैन मशीन लगाने के लिए दिया.
  • वहीं इसके भवन के लिए DMF मद से 25 लाख 10 हजार और विधायक निधि से 4 लाख 30 हजार रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है.
  • ओटी कांप्लेक्स के लिए डीएमएफ मद से 90 लाख 62 हजार की स्वीकृति की गई थी.

'बेहतर इलाज मुहैया कराना ही हमारी सरकार की प्राथमिकता'

वहीं सिंहदेव ने कहा कि, 'सीटी स्कैन मशीन लगने से संभाग के लोगों को जांच के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और कम खर्च में उनका इलाज हो सकेगा.'

  • उन्होंने कहा कि, 'कम खर्च में बेहतर इलाज मुहैया कराना ही हमारी सरकार की प्राथमिकता है. इसी उद्देश्य को लेकर प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं.'
  • स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, 'प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी जिला अस्पतालों में सिटी स्कैन मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. इसके साथ ही जिला अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए निजी क्षेत्रों के डॉक्टरों की सेवाएं लेने के आदेश विभाग की ओर से जारी किए गए हैं.
  • दूरस्थ अंचलों के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने के लिए आवश्यक प्रयास किया जाएगा, ताकि लोगों को अस्पताल पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े.

पढ़ें- सुरक्षा को लेकर बीजेपी के सवाल पर सीएम के जवाब, - 'हर स्थिति से निपटने के लिए हैं तैयार'

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन तो आ गई लेकिन सीटी स्कैन मशीन लगाने के लिए उपयुक्त भवन न होने से सिटी स्कैन मशीन का काम अधर में लटका हुआ था. जिसके बाद आनन-फानन में सिटी स्कैन मशीन के लिए भवन बनाया गया और 1 सितंबर को इसका लोकार्पण किया गया.

Intro:अम्बिकापुर- जिले के सबसे बड़े अस्पताल मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव के कर कमलों से आज सिटी स्कैन मशीन का लोकार्पण हुआ । इसके साथ ही रेडियो डायग्नोस्टिक कक्ष ,ओटी कक्ष, डायलिसिस कक्ष ,और रेडियोग्राफी कक्ष का लोकार्पण किया गया इस दौरान खान नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत भी मौजूद रहे।


Body:आपको बता दे कि लंबे समय से मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सिटी स्कैन मशीन खराब होने के कारण पूरे संभाग से इलाज कराने आए मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता था । अस्पताल परिसर में सिटी स्कैन मशीन नहीं होने से मरीजों को निजी डायग्नोस्टिक सेंटर का रुख करना पड़ता था ।जिससे ग्रामीण अंचल से आए मरीज दलालों के चंगुल में फस सिटी स्कैन के लिए मोटी रकम गंवा देते थे ।लगातार लोगो की मांग सिटी स्कैन मशीन को शुरू करने की हो रही थी , लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने सिटी स्कैन मशीन ज्यादा पुराना होने का हवाला देकर और नए लगाने की बात कर टाल देते थे । जिसकी खबर कई बार समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से दिखाया गया था जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आते हुए एसईसीएल बिश्रामपुर से बात करने पर एसईसीएल बिश्रामपुर ने अपने सीएसआर मद से 5 करोड़ रूपया मेडिकल कॉलेज अस्पताल को सिटी स्कैन मशीन लगाने के लिए दिया।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन तो आ गई लेकिन सीटी स्कैन मशीन लगाने के लिए उपयुक्त भवन ना होने से सिटी स्कैन मशीन का काम लटक गया था , जिसके बाद आनन-फानन में सिटी स्कैन मशीन के लिए भवन बनाया गया और आज 1 सितंबर को छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की उपस्थिति में लोकार्पण किया गया।


Conclusion:मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थापित 128 स्लाइस की सीटी स्कैन मशीन की स्थापना एसईसीएल बिश्रामपुर द्वारा सीएसआर मद से 5 करोड़ रुपए की लागत से किया गया ।

वही इसके भवन के लिए डीएमएफ मद से 25 लाख 10 हजार एवं विधायक मद से 4 लाख 30 हजार रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।

ओटी कांप्लेक्स के लिए डीएमएफ मद से 90 लाख 62 हजार की स्वीकृति की गई थी।

वहीं टी एस सिंह देव ने कहा कि सीटी स्कैन मशीन स्थापना हो जाने से संभाग के लोगों को जांच के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और कम खर्च में कि उनका इलाज हो सकेगा ।

उन्होंने कहा कि कम खर्च में बेहतर इलाज मुहैया कराना ही हमारी सरकार की प्राथमिकता है इसी उद्देश्य को लेकर प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी जिला अस्पतालों में सिटी स्कैन मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही जिला अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी तथा विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी दूर करने के लिए निजी क्षेत्रों के डॉक्टरों की सेवाएं लेने के आदेश विभाग द्वारा जारी किए गए दूरस्थ अंचलों के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधनों के द्वारा प्रयास किया जाएगा ताकि लोगों को अस्पताल पहुंचने में इसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े।

बाईट 01- टी एस सिंह देव (स्वास्थ्य मंत्री छत्तीसगढ़ शासन)
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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