सरगुजाः छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले सरगुजा जिले के मैनपाट में लंबे समय के बाद फिर एक बार गोतमी हाथियों के दल ने अपनी मौजूगी दर्ज कराई है. जहां हाथियों ने रिहायशी इलाके डांड़केसरा में घुसकर जमकर उत्पात मचाया है.
मैनपाट में लंबे के समय के बाद एक बार फिर हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया है. गोतमी हाथियों ने 2 मकानों को क्षतिग्रस्त करते हुए 2.5 क्विंटल चावल और 2 क्विंटल धान को चट कर गया है. गोतमी हाथियों के दल ने मैनपाट इलाके में अभी तक किसी की जान नहीं ली है, लेकिन हाथियों के आमद के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
हाथियों के आने से हो रहा नुकसान
हाथियों के दल आने से काफी नुकसान हो रहा है. ये हाथी भोजन नहीं मिलने से गुस्सैल प्रवृति के हो जाते हैं. रिहायशी इलाके में ग्रामीणों के मकानों के अंदर अचानक घुस जाते हैं. जिसके बाद घर में रखें अनाज को चट कर जाते हैं. गोतमी हाथियों के दल ने मैनपाट में गेहूं की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचाया है.
मैनपाट में 9 हाथियों के दल ने फिर मचाया तांडव
ग्रामीणों की बढ़ी चिंता
ग्रामीण अपनी फसल को लेकर काफी चिंतित हो गए हैं. मैनपाट वन विभाग का अमला ग्रामीणों को जल्द से जल्द मुआवजा देने के लिए प्रकरण तैयार कर रहा है. साथ ही इसकी भरपाई करने की बात कर रहा है. मैनपाट वनपरिक्षेत्र के प्रभारी रेंजर फेंकू प्रसाद चौबे ने बताया कि लगातार उनकी टीम गजराज से बचने के लिए मैदानी इलाकों में जाकर ग्रामीणों को जागरूक करने का काम कर रही है.