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कोरोना वैक्सीनेशन के लिए छत्तीसगढ़ में बनाए गए 700 केंद्र-सिंहदेव - कोरोना वैक्सीनेशन

कोविड-19 टीकाकरण की व्यवस्थाओं को लेकर ETV भारत की टीम ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से खास बातचीत की है. मंत्री सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन पर बड़ा बयान दिया है.

Corona vaccination in Chhattisgarh
मंत्री टीएस सिंहदेव
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Published : Dec 26, 2020, 9:53 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: कोविड-19 की वैक्सीन कई अलग-अलग दवा संस्थाओं ने बना ली है. अब भारत में वैक्सीन के उपयोग जल्द शरू किए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी कह दिया है कि जनवरी में वैक्सीन आ जाएगी. लिहाजा ETV भारत की टीम ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से जाना कि छत्तीसगढ़ में साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा की आबादी के लिए वैक्सीनेशन के क्या इंतजामात है ?

मंत्री टीएस सिंहदेव EXCLUSIVE

सवाल-छत्तीसगढ़ में किस तरह होगा कोरोना का वैक्सीनेशन ?

जवाब-अबतक किसी भी दवा कंपनी को अनुमति नहीं मिली है, लेकिन उम्मीद है की जनवरी तक किसी वैक्सीन को अनुमति मिल जाएगी. इसके लिए छत्तीसगढ़ में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग से जारी नियमों का पालन किया जा रहा है. पहले से वैक्सीनेशन केंद्र स्थापित हैं, उनमें रखरखाव की व्यवस्था सहित 82 नए केंद्र बनाए गए हैं. सबसे अहम बात ये है कि वैक्सीन की पूरी मॉनीटरिंग ऑनलाइन एप्लिकेशन से होगी, इसके लिए एक एप्लिकेशन तैयार किया गया है, जिसमें वैक्सीन के फैक्ट्री से निकलने से लेकर किसी व्यक्ति के शरीर में इंजेक्ट किए जाने तक के सभी स्टेज की मॉनिटरिंग ऑनलाइन होगी. यह एप इस बात की भी निगरानी करेगा की वैक्सीन तय तापमान में हैं या नहीं.

सवाल-वैक्सीनेशन सेंटर में किस तरह की व्यवस्था होगी ?

जवाब- जैसा पोलिंग बूथ होता है, वैसा ही 3 कमरों का वैक्सीनेशन सेंटर होगा, जिसमें पहले कमरे के बाहर भी कुछ लोग रहेंगे, जो इस बात की तस्दीक करेंगे की उस व्यक्ति का नंबर आया है या नहीं. फिर पहले कमरे में वेटिंग रूम जैसा माहौल होगा, जहां लोग बैठकर अपनी बारी का इंतजार करेंगे. दूसरे कमरे में वैक्सीन लगेगी और फिर तीसरे कमरे में आधे घंटे तक बैठना होगा. ताकी वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव होता है तो हेल्थ टीम तत्काल उसे रिकवर करेगी.

पढ़ें-EXCLUSIVE: वैक्सीन सबको मिलेगी, पहली प्राथमिकता में कोरोना वॉरियर्स: डॉ.नितिन एम नागरकर

वैक्सीनेशन सेंटर के तीसरे रूम में AEFI मैनेजमेंट किट उपलब्ध रहेगी, जिसमें कई जीवन रक्षक दवाइयां जैसे एड्रेनेलिन, हाइड्रोकार्टिसोन, रिंजर लैक्टेट, 5%डेक्सट्रोस सहित अन्य सर्किकल मेडिकल इक्यूपमेंट उपलब्ध रहेंगे, जिससे वैक्सीन के दुष्प्रभाव से लोगों को बचाया जा सकेगा. सिंहदेव ने कहा कि वैक्सीन के दुष्प्रभाव की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन ये सारी व्यवस्था की जाएगी.

सवाल- छत्तीसगढ़ में वैक्सीन को रखने की क्या व्यवस्था है ?

जवाब- वैक्सीन सबसे पहले छत्तीसगढ़ के हेल्थ वर्कर्स को दी जाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार को सूची भेज दी गई है, 85 हजार लीटर वैक्सीन रखने की व्यवस्था छत्तीसगढ़ में कर ली गई है. इसके अलावा हेल्थ स्टाफ को ट्रेनिंग भी दी गई है. हालांकी, वैक्सीनेशन के लिए सब पहले से ट्रेंड हैं लेकिन फिर भी नई चीजों से अपडेट रहने के लिये ट्रेनिंग दी गई है. वैक्सिनेशन के 3 प्रकार होते हैं, लेकिन यहां इंट्रा मस्कुलर वैक्सीन लगाने की तैयारी है.

पढ़ें-कोविड-19 टीकाकरण व्यवस्था के परीक्षण के लिए अगले हफ्ते चार राज्यों में पूर्वाभ्यास

सवाल- कोरोना के नए स्ट्रेन से लड़ने सरकार की क्या तैयारी है ?

जवाब- ब्रिटेन में नए और खतरनाक कोरोना के प्रकार पाए जाने के बाद छत्तीसगढ़ में इन देशों से आए लोगों के सवाल पर मंत्री सिंहदेव ने बताया कि देश में 6 लेबोरेट्री में जेनेटिक टेस्ट होते हैं. इनके सैंपल इनमें से किसी लैब में भेजे जाएंगे, जहां कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के जेनेटिक सीक्वेंसिंग की जांच होगी. जांच में यह पता लगाया जाएगा की यह वहीं कोविड-19 है या फिर इसका जीन्स बदल रहा है, यह कहीं VOI2020/12/1 वेरिएंट तो नहीं है.

सरगुजा: कोविड-19 की वैक्सीन कई अलग-अलग दवा संस्थाओं ने बना ली है. अब भारत में वैक्सीन के उपयोग जल्द शरू किए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी कह दिया है कि जनवरी में वैक्सीन आ जाएगी. लिहाजा ETV भारत की टीम ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से जाना कि छत्तीसगढ़ में साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा की आबादी के लिए वैक्सीनेशन के क्या इंतजामात है ?

मंत्री टीएस सिंहदेव EXCLUSIVE

सवाल-छत्तीसगढ़ में किस तरह होगा कोरोना का वैक्सीनेशन ?

जवाब-अबतक किसी भी दवा कंपनी को अनुमति नहीं मिली है, लेकिन उम्मीद है की जनवरी तक किसी वैक्सीन को अनुमति मिल जाएगी. इसके लिए छत्तीसगढ़ में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग से जारी नियमों का पालन किया जा रहा है. पहले से वैक्सीनेशन केंद्र स्थापित हैं, उनमें रखरखाव की व्यवस्था सहित 82 नए केंद्र बनाए गए हैं. सबसे अहम बात ये है कि वैक्सीन की पूरी मॉनीटरिंग ऑनलाइन एप्लिकेशन से होगी, इसके लिए एक एप्लिकेशन तैयार किया गया है, जिसमें वैक्सीन के फैक्ट्री से निकलने से लेकर किसी व्यक्ति के शरीर में इंजेक्ट किए जाने तक के सभी स्टेज की मॉनिटरिंग ऑनलाइन होगी. यह एप इस बात की भी निगरानी करेगा की वैक्सीन तय तापमान में हैं या नहीं.

सवाल-वैक्सीनेशन सेंटर में किस तरह की व्यवस्था होगी ?

जवाब- जैसा पोलिंग बूथ होता है, वैसा ही 3 कमरों का वैक्सीनेशन सेंटर होगा, जिसमें पहले कमरे के बाहर भी कुछ लोग रहेंगे, जो इस बात की तस्दीक करेंगे की उस व्यक्ति का नंबर आया है या नहीं. फिर पहले कमरे में वेटिंग रूम जैसा माहौल होगा, जहां लोग बैठकर अपनी बारी का इंतजार करेंगे. दूसरे कमरे में वैक्सीन लगेगी और फिर तीसरे कमरे में आधे घंटे तक बैठना होगा. ताकी वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव होता है तो हेल्थ टीम तत्काल उसे रिकवर करेगी.

पढ़ें-EXCLUSIVE: वैक्सीन सबको मिलेगी, पहली प्राथमिकता में कोरोना वॉरियर्स: डॉ.नितिन एम नागरकर

वैक्सीनेशन सेंटर के तीसरे रूम में AEFI मैनेजमेंट किट उपलब्ध रहेगी, जिसमें कई जीवन रक्षक दवाइयां जैसे एड्रेनेलिन, हाइड्रोकार्टिसोन, रिंजर लैक्टेट, 5%डेक्सट्रोस सहित अन्य सर्किकल मेडिकल इक्यूपमेंट उपलब्ध रहेंगे, जिससे वैक्सीन के दुष्प्रभाव से लोगों को बचाया जा सकेगा. सिंहदेव ने कहा कि वैक्सीन के दुष्प्रभाव की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन ये सारी व्यवस्था की जाएगी.

सवाल- छत्तीसगढ़ में वैक्सीन को रखने की क्या व्यवस्था है ?

जवाब- वैक्सीन सबसे पहले छत्तीसगढ़ के हेल्थ वर्कर्स को दी जाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार को सूची भेज दी गई है, 85 हजार लीटर वैक्सीन रखने की व्यवस्था छत्तीसगढ़ में कर ली गई है. इसके अलावा हेल्थ स्टाफ को ट्रेनिंग भी दी गई है. हालांकी, वैक्सीनेशन के लिए सब पहले से ट्रेंड हैं लेकिन फिर भी नई चीजों से अपडेट रहने के लिये ट्रेनिंग दी गई है. वैक्सिनेशन के 3 प्रकार होते हैं, लेकिन यहां इंट्रा मस्कुलर वैक्सीन लगाने की तैयारी है.

पढ़ें-कोविड-19 टीकाकरण व्यवस्था के परीक्षण के लिए अगले हफ्ते चार राज्यों में पूर्वाभ्यास

सवाल- कोरोना के नए स्ट्रेन से लड़ने सरकार की क्या तैयारी है ?

जवाब- ब्रिटेन में नए और खतरनाक कोरोना के प्रकार पाए जाने के बाद छत्तीसगढ़ में इन देशों से आए लोगों के सवाल पर मंत्री सिंहदेव ने बताया कि देश में 6 लेबोरेट्री में जेनेटिक टेस्ट होते हैं. इनके सैंपल इनमें से किसी लैब में भेजे जाएंगे, जहां कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के जेनेटिक सीक्वेंसिंग की जांच होगी. जांच में यह पता लगाया जाएगा की यह वहीं कोविड-19 है या फिर इसका जीन्स बदल रहा है, यह कहीं VOI2020/12/1 वेरिएंट तो नहीं है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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