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सरगुजा में गरीब बच्चों के लिए वरदान बना जिला पंचायत का प्रयास , JEEE और NEET में छात्र चयनित - poor children in Surguja

अम्बिकापुर के सरकारी शिक्षकों ने कमाल कर दिया है. जुगाड़ के संसाधन में नि:शुल्क कोचिंग चलाकर गरीब बच्चों का भविष्य बनाया है. इस कोचिंग से तीन बच्चे JEEE और 6 बच्चे नीट क्वॉलीफाई कर चुके हैं. बड़ी बात ये है कि यह कोचिंग किसी भी प्राइवेट कोचिंग से कम नही था. यहां हर सोमवार बच्चों का टेस्ट लिया जाता था. एग्जाम के लिए मटेरियल भी उपलब्ध कराए जाते थे.Surguja Students selected in JEEE and NEET

सरगुजा में गरीब बच्चों के वरदान बना जिला पंचायत का प्रयास
सरगुजा में गरीब बच्चों के वरदान बना जिला पंचायत का प्रयास
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Published : Oct 10, 2022, 6:37 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा : जिला पंचायत सरगुजा और शिक्षा विभाग के सामूहिक प्रयास ने चमत्कार कर दिया (District Panchayat effort became boon) है. सरगुजा के ग्रामीण क्षेत्र के शासकीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने JEEE और NEET क्वॉलीफाई किया (Surguja Students selected in JEEE and NEET) है. सिर्फ 45 दिन की ऑनलाइन क्लास और उसके बाद कुछ दिनों तक ऑफलाइन कक्षाओं के द्वारा, सरकारी स्कूल के टीचरों ने ही यह कमाल कर दिखाया है. इस कोचिंग के माध्यम से जिले से 3 बच्चे JEEE और 6 बच्चे NEET क्वॉलीफाई कर चुके (poor children in Surguja ) हैं.

सरगुजा में गरीब बच्चों के वरदान बना जिला पंचायत का प्रयास
किसके प्रयास से राह हुई आसान : यह अनूठा काम जिला पंचायत सरगुजा के प्रयास से संभव हुआ. जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने इसमें रुची ली और शिक्षा विभाग, आदिवासी विभाग के सहयोग से JEEE और NEET की निःशुल्क कोचिंग शुरू कराई थी. क्योंकी ग्रामीण क्षेत्रों की सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का ना तो सामर्थय होता है की वो प्राइवेट कोचिंग ले सकें और ना ही गावं और घर में पढ़ने का माहौल होता है. हॉस्टल और मेस भी निःशुल्क : अम्बिकापुर में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था की गई. आदिवासी विभाग ने यह व्यवस्था की थी. होस्टल में रहने के कारण बच्चों को घर के अतिरिक्त कार्य नही करने पड़े और यहां हर समय सिर्फ पढ़ने का ही माहौल मिला. यहां रहने वाले बच्चों को खाना और नास्ता का भी प्रबंध किया गया. हॉस्टल के मेस में ही छात्र-छात्राओं को खाना दिया जाता था. मल्टीपर्पज में क्लास : मल्टीपर्पज स्कूल अम्बिकापुर में इन छात्र-छात्राओं के कोचिंग की क्लास लगाई गई. 8 शिक्षक रेगुलर शासकीय हैं. जो सेवाएं दे रहे हैं. तो वहीं जिला पंचायत ने बेहतर कोचिंग के लिये 4 शिक्षक बाहर से अरेंज किये हैं. पहले वर्ष यहां 108 बच्चे कोचिंग ले रहे थे. इनमें से 9 बच्चों को सफलता मिली है. इस सफलता के बाद शिक्षा विभाग बेहद उत्साहित है और इसे और वृहद रूप देकर अगले वर्ष से ज्यादा से ज्यादा बच्चों को सुविधा देना चाहता है. इलाज की भी व्यवस्था : JEE के छात्रों के कम्यूटर विषय संबंधित कोचिंग के लिये कम्यूटर भी उपलब्ध कराया गया. इसके साथ ही हॉस्टेल में ही छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता था. बीमार होने पर डॉक्टर हॉस्टल में आकर ही इलाज करते थे.इस कोचिंग में पढ़ने वाले 6 बच्चों ने नीट क्वालीफाई किया है. नीट क्वालीफाई करने वाले बच्चे एसटी वर्ग से प्रमोद सोनवानी- 351 अंक, ज्ञानदीप-तिग्गा-324 अंक, बिंदिया पैकरा-312 अंक, राजकमल पैकरा-274 अंक, जागेश्वरी-185 अंक शामिल हैं. वहीं एक छात्र ओबीसी वर्ग से है. अर्पित साहू जिनको 212 अंक प्राप्त हुये हैं. वहीं JEEE में सतीश कुमार, भोला प्रसाद और लछमनिया पैकरा का चयन हुआ है.

ये भी पढ़ें- अंबिकापुर का संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय,जानिए किन विषयों में होती है पढ़ाई



व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा : जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे ने बताया "8 शिक्षक रेगुलर और 4 शिक्षक बाहर से लिये गये है. 108 बच्चे पढ़ रहे थे. 9 बच्चों के चयन के बाद हम सब काफी उत्साहित हैं. इस वर्ष संचालित व्यवस्था को अगले और और भी बेहतर करने की योजना है. हम कलेक्टर साहब से निवेदन करेंगे कि वो DMF से कुछ राशि उपलब्ध कराएं जिससे इस व्यवस्था को और बेहतर किया जा सके"

सरगुजा : जिला पंचायत सरगुजा और शिक्षा विभाग के सामूहिक प्रयास ने चमत्कार कर दिया (District Panchayat effort became boon) है. सरगुजा के ग्रामीण क्षेत्र के शासकीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने JEEE और NEET क्वॉलीफाई किया (Surguja Students selected in JEEE and NEET) है. सिर्फ 45 दिन की ऑनलाइन क्लास और उसके बाद कुछ दिनों तक ऑफलाइन कक्षाओं के द्वारा, सरकारी स्कूल के टीचरों ने ही यह कमाल कर दिखाया है. इस कोचिंग के माध्यम से जिले से 3 बच्चे JEEE और 6 बच्चे NEET क्वॉलीफाई कर चुके (poor children in Surguja ) हैं.

सरगुजा में गरीब बच्चों के वरदान बना जिला पंचायत का प्रयास
किसके प्रयास से राह हुई आसान : यह अनूठा काम जिला पंचायत सरगुजा के प्रयास से संभव हुआ. जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने इसमें रुची ली और शिक्षा विभाग, आदिवासी विभाग के सहयोग से JEEE और NEET की निःशुल्क कोचिंग शुरू कराई थी. क्योंकी ग्रामीण क्षेत्रों की सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का ना तो सामर्थय होता है की वो प्राइवेट कोचिंग ले सकें और ना ही गावं और घर में पढ़ने का माहौल होता है. हॉस्टल और मेस भी निःशुल्क : अम्बिकापुर में लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था की गई. आदिवासी विभाग ने यह व्यवस्था की थी. होस्टल में रहने के कारण बच्चों को घर के अतिरिक्त कार्य नही करने पड़े और यहां हर समय सिर्फ पढ़ने का ही माहौल मिला. यहां रहने वाले बच्चों को खाना और नास्ता का भी प्रबंध किया गया. हॉस्टल के मेस में ही छात्र-छात्राओं को खाना दिया जाता था. मल्टीपर्पज में क्लास : मल्टीपर्पज स्कूल अम्बिकापुर में इन छात्र-छात्राओं के कोचिंग की क्लास लगाई गई. 8 शिक्षक रेगुलर शासकीय हैं. जो सेवाएं दे रहे हैं. तो वहीं जिला पंचायत ने बेहतर कोचिंग के लिये 4 शिक्षक बाहर से अरेंज किये हैं. पहले वर्ष यहां 108 बच्चे कोचिंग ले रहे थे. इनमें से 9 बच्चों को सफलता मिली है. इस सफलता के बाद शिक्षा विभाग बेहद उत्साहित है और इसे और वृहद रूप देकर अगले वर्ष से ज्यादा से ज्यादा बच्चों को सुविधा देना चाहता है. इलाज की भी व्यवस्था : JEE के छात्रों के कम्यूटर विषय संबंधित कोचिंग के लिये कम्यूटर भी उपलब्ध कराया गया. इसके साथ ही हॉस्टेल में ही छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता था. बीमार होने पर डॉक्टर हॉस्टल में आकर ही इलाज करते थे.इस कोचिंग में पढ़ने वाले 6 बच्चों ने नीट क्वालीफाई किया है. नीट क्वालीफाई करने वाले बच्चे एसटी वर्ग से प्रमोद सोनवानी- 351 अंक, ज्ञानदीप-तिग्गा-324 अंक, बिंदिया पैकरा-312 अंक, राजकमल पैकरा-274 अंक, जागेश्वरी-185 अंक शामिल हैं. वहीं एक छात्र ओबीसी वर्ग से है. अर्पित साहू जिनको 212 अंक प्राप्त हुये हैं. वहीं JEEE में सतीश कुमार, भोला प्रसाद और लछमनिया पैकरा का चयन हुआ है.

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व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा : जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे ने बताया "8 शिक्षक रेगुलर और 4 शिक्षक बाहर से लिये गये है. 108 बच्चे पढ़ रहे थे. 9 बच्चों के चयन के बाद हम सब काफी उत्साहित हैं. इस वर्ष संचालित व्यवस्था को अगले और और भी बेहतर करने की योजना है. हम कलेक्टर साहब से निवेदन करेंगे कि वो DMF से कुछ राशि उपलब्ध कराएं जिससे इस व्यवस्था को और बेहतर किया जा सके"

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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