सरगुजा: रमन सरकार के दौरान जिले में हुए विकासकार्यों में अब भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं. वर्तमान की कांग्रेस सरकार ने इसपर संज्ञान लेते हुए इसकी जड़ें खोदनी शुरू कर दी है. ताजा मामला सरगुजा के करजी क्षेत्र का है. जहां घुनघुट्टा श्याम परियोजना नहर की माइनर गेट मरम्मत और पुलिया निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं.
दरअसल, कांग्रेस नेता और जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने जिला प्रशासन पर डीएमएफ मद के पैसों का बंदरबांट करने का आरोप लगाया है. आरोप है रमन सरकार में हुए निर्माण कार्यों में इस मद से 52- 52 लाख रुपये खर्च कर 2 पुलिया का निर्माण किया गया था. मामले में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के बाद जब मंत्री टीएस सिंह देव के साथ टीम ने जांच की तो दोनों पुलिया का स्टीमेट महज 20 से 22 लाख का ही दिख रहा है.
इधर, नहर में माइनर गेट की मरम्मत के नाम पर लगभग एक लाख रुपये प्रति गेट खर्च किया गया है, जबकी माइनर गेट की स्थिति यह है कि, मरम्मत के नाम पर कहीं 2-4 बोरी सीमेंट का ही काम किया गया है. इतना ही नहीं गेट के नाम पर पैसे तो खर्च कर दिए गए हैं, लेकिन कहीं भी गेट नहीं लगाया गया है.
नहर पर 27 माइनर गेट की मरम्मत के लिए 23 लाख रुपये खर्च किये गये हैं. बताया जा रहा है कि, मंत्री के नेतृत्व में जांच टीम को मौके पर ऐसा कुछ भी नहीं मिला है. 27 गेट की मरम्मत के नाम पर महज खानापूर्ती की गई है और कुछ गेट ही गायब हैं.
जिले में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड से करीब 1 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लग रहा है. जिसकी प्राथमिक जांच खुद सूबे में मंत्री टीएमसिंह देव कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि, सिंहदेव इन कामों से संतुष्ट नहीं हैं. अब देखना होगा कि मामले में क्या कार्रवाई होती है.