सरगुजा : जिले के लुंड्रा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सेमरडीह की डेढ़ वर्षीय कुपोषित बच्ची की अंबिकापुर में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र में इलाज के दौरान मौत हो गई है. परिजनों का आरोप है कि इलाज के अभाव में बच्ची की मौत हुई है.
बीते 3 सितंबर को महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारियों ने शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात मासूम सिमरन की तबीयत खराब होने पर पोषण पुनर्वास केन्द्र लाया था, लेकिन परिजनों के कहने पर भी उसे डाक्टर के पास नहीं ले जाया गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
परिजनों ने लगाया डॉक्टर पर आरोप
परिजन केन्द्र के संचालक डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं कि इलाज के अभाव में सिमरन की मौत हुई है. मौत की खबर किसी को पता न चले इसलिए बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया गया और आनन-फानन में शव को गांव रवाना कर दिया गया.
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इस तरह की आशंका
वहीं विभाग के अधिकारी मौत की वजह बच्ची के गले में कुछ फंसा होना बता रहे हैं. सिमरन की मौत होने के बाद ये सवाल उठ रहा है कि आखिर डेढ़ साल की बच्ची के गले में क्या फंसा था कि उसकी मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक जिस लुण्ड्रा ब्लॉक बच्ची रहने वाली है, उस क्षेत्र में सबसे अधिक कुपोषित बच्चों की पहचान हुई है. सिमरन की मौत के बाद क्षेत्र और गांव के जनप्रतिनिधि इस केन्द्र में बच्चा भेजने से डर रहे हैं.