सरगुजा: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना खतरे के निशान तक पहुंच गया है. अब गंभीर कदम उठाने शुरू करने पड़ेंगे. भीड़ को रोकना होगा. सारे प्रबंध करने पड़ेंगे. सिंहदेव ने उदाहरण दिया कि पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से ऊपर हो गया है, ये खतरे की घंटी है. अब बांध में पानी ऊपर से बहने की हालात में है. अब गेट खोलना पड़ेगा, नहीं तो बांध के लिए खतरा हो सकता है.
टीएस सिंहदेव ने कहा कि अगर संक्रमण नहीं रुकता तो कभी न कभी ऐसे कदम उठाने पड़ेंगे, जिससे लोगों को कठिनाई हो. लेकिन कोरोना अगर सामाजिक व्यवहार से हम नियंत्रित नहीं कर रहे हैं तो सिर्फ लॉकडाउन ही विकल्प बचता है. लोग अपील नहीं मानते हैं तो लॉकडाउन ही लगाना पड़ता है.
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लॉकडाउन कोरोना का निदान नहीं: सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी कहा कि लॉकडाउन कोरोना का निदान नहीं है लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए लगाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना सर्दी-खांसी जैसी बीमारियों की तरह कोरोना भी आने वाले कुछ सालों तक हमारे बीच में रहेगा. कोरोना के फैलाव को लॉकडाउन से रोका जा सकता है.
छत्तीसगढ़ में बेकाबू हालात, डरा रही हैं मौतें
छत्तीसगढ़ में सोमवार को 13 हजार 576 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. रिकॉर्ड 107 लोगों की मौत हुई है. प्रदेश के 28 जिलों में से 20 जिलों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. रविवार को कोरोना पॉजिटिव संख्या में कुछ कमी आने के बाद सोमवार को फिर आंकड़ा बढ़ गया. दुर्ग जिले में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है. लॉकडाउन के 8 दिन पूरे होने के बाद भी दुर्ग में कोरोना के डराने वाले आंकड़े और मौतें सामने आ रही है. यहां सोमवार को 11 लोगों की मौत हुई. रायपुर में कोरोना से 51 लोगों की जान गई. आज से प्रदेश के चार जिलों गरियाबंद, जांजगीर चांपा, सरगुजा, सूरजपुर में शाम 6 बजे से लॉकडाउन प्रभावी हो जाएगा.