सरगुजा: छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष के अंत मे विधानसभा चुनाव हैं. प्रदेश में सत्ता स्थापित करने राजनीतिक दलों की कवायद तेज हो गई है. कांग्रेस का अभेद किला सरगुजा, जहां भाजपा की स्थिति हमेशा खराब रही है. यहां पहली बार भाजपा के छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर पहुंचे हैं. वे यहां संभाग स्तरीय बैठक में शामिल हुए. साथ ही विधानसभा चुनाव जीतने का मंत्र कार्यकर्ताओं को दे रहे हैं. इस दौरान छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने प्रेस वार्ता की और पत्रकारों से मुखातिब हुए.
भाजपा में 40 फीसदी नये चेहरे: मीडिया के सवाल पर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने बड़े संकेत दिये हैं. उन्होंने कहा कि "भाजपा के 5 चुनावों का इतिहास रहा है कि 30 से 40 फीसदी चेहरे बदले जाते है. जब चेहरे बदले नहीं जाएंगे, तो नए चेहरे कहां से आएंगे. इंतजार करिए हम 2023 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे." ओम माथुर का इशारा उन पुराने चेहरों की ओर है, जो वर्षों से टिकट लेकर जमे हुये हैं. उनकी विधानसभा के आलवा पार्टी में उनका कोई खास योगदान नहीं होता है. मतलब पार्टी इनके जगह नये चेहरों को मौका दे सकती है.
90 फीसदी उपेक्षित लोग बैठक में शामिल: छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने बताया "इस बैठक में उपेक्षित पदाधिकारियों की 90 फीसदी उपस्थिति रही. कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर बूथ स्तर पर मजबूत करने को लेकर कार्य किया जा रहा है. ताकि केंद्र सरकार की योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने के साथ राज्य सरकार के भ्रष्टाचार को लोगों को बता सकें. इसके लिए कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है."
सरगुजा संभाग में सभी सीटों पर जीत का दावा: छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि "हम अपनी गलतियों को सुधारने की दिशा में भी काम कर रहे हैं. जिसके कारण पिछले चुनाव में हार मिली थी. हम ऐसे चेहरे चुनाव में उतारेंगे, जो जीत सकें. वो भाजपा की सतत प्रक्रिया है. इस बार सरगुजा संभाग में सभी सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ ही प्रदेश में सरकार बनाएंगे.
ओम माथुर ने 6 जिलों के बीजेपी नेताओं की ली बैठकें: छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर सरगुजा में संभाग स्तरीय कोर कमेटी की बैठक लेने पहुंचे हुए थे. यहां उन्होंने संभाग के 6 जिले सरगुजा, कोरिया, बलरामपुर, जशपुर, एमसीबी, सूरजपुर जिले के मंडल अध्यक्ष, भाजपा जिला अध्यक्षो की बैठक ली है. अब देखना यह होगा की वर्षों से कांग्रेस के जिस अभेद किले को ढहाने में भाजपा असफल रही है. उस सरगुजा की 14 में से कितनी सीटें अपने खाते में डालने में भाजपा कामयाब हो पाती है.