सरगुजा : संभाग में इस बार कई सीटें हाई प्रोफाइल हो चुकी हैं. क्योंकि दोनों ही पार्टियों ने कई दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने भरतपुर सोनहत से केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह को तो रामानुजगंज सीट से पूर्व राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम को प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी के कद्दावर नेता रामविचार के सामने कांग्रेस ने अम्बिकापुर के मेयर और पेशे से डॉक्टर अजय तिर्की पर दांव खेला है. नेताम एक बड़ा नाम हैं. लेकिन इस क्षेत्र में अजय तिर्की की जमीनी पकड़ बेहद मजबूत है. इसलिए मुकाबला एकतरफा बिल्कुल नहीं होगा.
सियासी दिग्गज के सामने आम आदमी : एक तरफ एक बड़ा सियासी चेहरा है तो दूसरी तरफ एक साधारण नेता जो आरएमओ के पद से स्तीफा देकर राजनीति में आये और दो बार मेयर बने जनता किसको नाकरती है और किसके सर पे जीत का सेहरा बंधेगा. हमने भाजपा प्रत्याशी रामविचार नेताम से बातचीत की और कुछ सवालों के जरिये क्षेत्र का सियासी हाल जानने का प्रयास किया है.
सवाल : कितनी चुनौती है, क्या वर्तमान विधायक के खिलाफ गुस्सा है?
जवाब : रामानुजगंज विधानसभा में जनता ने इस बार पहले ही चुनाव कर लिया है. इस बार भारतीय जनता पार्टी का कमल छाप वहां जीतेगा. वर्तमान विधायक तो हैं नहीं एक नया प्रत्याशी है.
सवाल : एक डॉक्टर को प्रत्याशी बनाया गया है.?
जवाब : लोग चाहते हैं कि वो डॉक्टरी पेशा ना छोड़ें, हॉस्पिटल बनवाये हैं उसका अच्छे से संचालन करें, लोगों की सेवा करें.
सवाल : जातिगत समीकरण में वर्तमान कांग्रेस विधायक के समाज से खैरवार समाज की संख्या सबसे अधिक है है कैसे सधेगा?
जवाब : कांग्रेस ने जो आत्मघाती निर्णय लिए हैं मैं समझता हूं कि उसका खामियाजा तो कांग्रेस ही भुगतेगी.
सवाल : आपकी जीत का मंत्र क्या होगा, कौन से वो मुद्दे हैं जिनको लेकर आप जनता के बीच जा रहे हैं?
जवाब : वहां की जनता का असीम प्यार है मेरे साथ, मैं उनको देवता और देवी के रूप में मानता हूं. उनका आशीर्वाद राम विचार नेताम को मिलेगा.
सवाल : नक्सल समस्या के समय आप गृहमंत्री रहे हैं, जनता उस समय को किस तरह देखती है?
जवाब : उस समय की कल्पना करते हैं जब लोग तो सिहर जाते हैं, उस समय एक मात्र भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, गृहमंत्री के रूप में राम विचार नेताम मुख्यमंत्री के रूप में रमन सिंह और एक विश्वसनीय और जिम्मेदार पुलिस अधिकारी कल्लूरी साहब थे. इसको जनता आदर और सम्मान के साथ आज भी देखती है.