सरगुजा: जिले में कोरोना वैक्सीन का प्रिकॉशनरी बूस्टर डोज लगना शुरू भी नहीं हो सका (Booster dose not available in Surguja) है. कोमिर्बिडिटी वाले लोगों को बूस्टर डोज जरूरी है, लेकिन किसी को भी बूस्टर डोज मिल ही नहीं रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बूस्टर डोज लगाने के लिये निजी नर्सिंग होम्स को अधिकृत किया गया है. लेकिन निजी नर्सिंग होम इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं. आलम यह है कि, सरगुजा के 40 निजी नर्सिंग होम में से सिर्फ 2 ने ही बूस्टर डोज के लिये प्रयास शुरू किये हैं. लेकिन कहीं भी बूस्टर डोज की वैक्सीन उपलब्ध नहीं है.
बड़ी बात यह है कि, सरकारी अस्पताल में बूस्टर डोज लगाने के लिये कोई गाइड लाइन नहीं है. बूस्टर डोज सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों में ही लगाया जा सकता है. सरगुजा के प्राइवेट अस्पताल बूस्टर डोज लगाने में रुचि ही नहीं ले रहे हैं. आलम ये है कि शहर के सिर्फ 2 हॉस्पिटल अरिहंत और माताराजरानी ने ही बूस्टर डोज के लिए सहमति जताई है.
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. राजेश भजगावली ने इस विषय में बताया कि निजी अस्पतालों को पंजीयन कराकर सीधे वैक्सीन लेनी है. इसके लिये वैक्सीन की कीमत के साथ 150 रुपये सर्विस चार्ज अस्पताल ले सकेंगे. वैक्सीन की कीमत वैक्सीन की कंपनी के अनुसार होगी. फिलहाल वैक्सीन के एक डोज की कीमत 385 रुपये बताई जा रही है.
बहरहाल कोरोना महामारी ने कई तरह के बदलाव विश्व भर में कर दिये. एक समय इसके बचाव की उम्मीद भी नहीं थी. लेकिन वैक्सीन के रूप में लोगों को जीवन की उम्मीद दिखी. अब फर्स्ट और सेकेंड डोज के बाद बूस्टर डोज की एडवाइज दी जा रही है. लेकिन सरगुजा में बूस्टर डोज उपलब्ध ही नहीं है.