सरगुजा : भारतीय जनता पार्टी देशभर में संगठन चुनाव करा रही है, संगठन की जिम्मेदारी नए हाथों में सौंपने के उद्देश्य से कार्यकर्ताओं के माध्यम से मंडल और जिला अध्यक्ष का चयन किया जाना है, लेकिन सरगुजा में भाजपा में गुटबाजी और गैर-लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया जैसी बात सामने आ रही है, भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही संगठन चुनाव का बहिष्कार कर दिया और अब ये कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व से शिकायत करने की बात कह रहे हैं.
दरअसल, जिले के दरिमा मंडल का चुनाव भाजपा कार्यालय संकल्प भवन में किया गया और इसमें गुरु शरण सिंह को दरिमा मंडल का नया अध्यक्ष चुना गया, जिसके बाद भाजपा कार्यालय में विरोध के स्वर बुलंद हो गए. दरिमा मंडल के महामंत्री राजू पांडेय सहित कई कार्यकर्ता चुनाव प्रक्रिया का विरोध करते हुए नारेबाजी करने लगे और आरोप लगाया कि, कार्यकर्ताओं की मर्जी के खिलाफ बंद लिफाफे से नाम निकालकर मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
मंडल महामंत्री ने लगाया आरोप
मंडल महामंत्री राजू पांडेय ने आरोप लगाया कि, 'जिस शख्स को दरिमा मंडल के बूथ की जानकारी नहीं है, जो भाजपा के खिलाफ अन्य दल से विधानसभा चुनाव लड़ चुका है, उसे मंडल अध्यक्ष बनाया गया है. नेता अपना रबर स्टांप मंडल अध्यक्ष बनाने के लिए ये सब कर रहे हैं'.
जिला उपाध्यक्ष ने आरोपों को किया खारिज
वहीं भाजपा के जिला उपाध्यक्ष और दरिमा मंडल के चुनाव प्रभारी दिनेश साहू ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, 'जिन्हें चुना गया है उनके साथ कार्यकर्ताओं का समर्थन ज्यादा था, इस तरह की कोई बात नहीं है'.
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विरोध के स्वर तेज
नव निर्वाचित मंडल अध्यक्ष गुरु शरण ये तो मानते हैं की उन्होंने पहले अलग दल से चुनाव लड़ा था, लेकिन उनका कहना है कि, 'कार्यकर्ताओं का समर्थन उनके साथ है'.
बहरहाल प्रदेश में सत्ता खो चुकी भाजपा में अंतर्कलह की बातें पहले भी सामनें आती थीं, लेकिन पार्टी अनुशासन के आगे कार्यकर्ता खुलकर सामने नहीं आते थे, लेकिन इस बार अंतर्कलह सबके सामने आ गई और अब भाजपा कार्यकर्ता ही विरोध के स्वर बुलंद कर रहे हैं.