सरगुजा: बिशुनपुर प्राथमिक स्कूल का भवन जर्जर है. बरसात के दिनों में क्लासरूम की छत से पानी टपकता है. आलम यह है कि क्लासरूम में पानी भरने की वजह से शिक्षकों को बच्चों को पढ़ने के लिए दूसरी क्लास में बैठाना पड़ता है.
बार-बार फरियाद के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है. स्कूल में पढ़ाने वाले टीचरों ने अपने खर्चे से स्कूल की छत पर प्लास्टिक की शीट लगा दी, जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों को भीगने से बचाया जा सके.
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जिला शिक्षाधिकारी ने नहीं उठाया फोन
हमारी टीम ने नौनिहालों की फरियाद लेकर जिला शिक्षाधिकारी के दफ्तर के कई बार चक्कर काटे. लेकिन हम जब-जब गए साहब नहीं मिले. फोन पर भी डीईओ साहब ने बात नहीं की और मीटिंग का बहाना बनाकर टाल दिया.
कब सुधरेंगे हालात
वैसे भी किसी ने क्या खूब कहा है, आइना वही रहता है, चेहरे बदल जाते हैं. सूबे में सरकार बदली, मुख्यमंत्री बदले, हुक्मरान बदले, लेकिन नहीं बदली तो बिशुनपुर प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की किस्मत.