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EXCLUSIVE: कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपना देहदान करने को तैयार ये अंतरराष्ट्रीय तैराक

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Published : Apr 21, 2020, 3:43 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

भारत समेत पूरे विश्व में कोरोना की वैक्सीन बनाने की कवायद चल रही है. लेकिन अब तक इसमें सफलता नहीं मिली है. अंबिकापुर के शरद दुबे ने कोरोना वायरस की वैक्सीन की टेस्टिंग में अपना शरीर सरकार को दान देने की घोषणा की है.

announcement of Body donation
शरद दुबे, अंतरराष्ट्रीय तैराक

सरगुजा: कोरोना महामारी से जंग में सभी देशवासी अपनी भूमिका सुनिश्चित करके योगदान दें रहे हैं. इसी कड़ी में अंबिकापुर के अंतरराष्ट्रीय तैराक शरद दुबे ने कोरोना वायरस की वैक्सीन की टेस्टिंग में अपना शरीर सरकार को दान देने की घोषणा की है. ETV भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो वो कोरोना वायरस की वैक्सीन की टेस्टिंग में अपना शरीर सरकार को दान कर देंगे. इसके लिए शरद ने जायज कारण देते हुए यह तर्क भी दिया है कि शायद उनसे अच्छा मानव शरीर भारत सरकार को इस वैक्सीन की टेस्टिंग के लिए नहीं मिलेगा, क्योंकि उनके फेफड़े बहुत मजबूत हैं. वो कहते हैं कि जब से उन्होंने होश संभाला है तब से तैराकी कर रहे हैं और तैराकी में उन्होंने जीवन भर फेफड़े ही तो फुलाए हैं.

कोरोना वैक्सीन की टेस्टिंग के लिए देह दान की घोषणा

बचपन से ही देश सेवा का सपना देखने वाले शरद को देश की सेवा करने का यह सबसे अच्छा अवसर दिखा और उन्होंने यह घोषणा कर दी. बता दें कि शरद सरगुजा जिला प्रशासन के ट्राइबल विभाग में कोच के पद नियुक्त हैं और वर्तमान में अंबिकापुर स्वीमिंग पूल में ट्रेनर की जिम्मेदारी सम्भाल रहे हैं, शरद ने कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वीमिंग मुकाबलों में मेडल हासिल किए हैं और प्रदेश का नाम रोशन किया है.

जज्बे को सलाम

भारत सहित विभिन्न देशों में कोरोना की वैक्सीन बनाने की कवायद चल रही है लेकिन अब तक इसमें सफलता नहीं मिली है. इसकी टेस्टिंग में क्या किसी मानव शरीर की जरूरत पड़ेगी या नहीं यह भी नहीं कहा जा सकता लेकिन फिर भी अंबिकापुर के 51 वर्षीय शरद दुबे के जज्बे और बहादुरी के लिए एक सलाम तो बनता है.

सरगुजा: कोरोना महामारी से जंग में सभी देशवासी अपनी भूमिका सुनिश्चित करके योगदान दें रहे हैं. इसी कड़ी में अंबिकापुर के अंतरराष्ट्रीय तैराक शरद दुबे ने कोरोना वायरस की वैक्सीन की टेस्टिंग में अपना शरीर सरकार को दान देने की घोषणा की है. ETV भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो वो कोरोना वायरस की वैक्सीन की टेस्टिंग में अपना शरीर सरकार को दान कर देंगे. इसके लिए शरद ने जायज कारण देते हुए यह तर्क भी दिया है कि शायद उनसे अच्छा मानव शरीर भारत सरकार को इस वैक्सीन की टेस्टिंग के लिए नहीं मिलेगा, क्योंकि उनके फेफड़े बहुत मजबूत हैं. वो कहते हैं कि जब से उन्होंने होश संभाला है तब से तैराकी कर रहे हैं और तैराकी में उन्होंने जीवन भर फेफड़े ही तो फुलाए हैं.

कोरोना वैक्सीन की टेस्टिंग के लिए देह दान की घोषणा

बचपन से ही देश सेवा का सपना देखने वाले शरद को देश की सेवा करने का यह सबसे अच्छा अवसर दिखा और उन्होंने यह घोषणा कर दी. बता दें कि शरद सरगुजा जिला प्रशासन के ट्राइबल विभाग में कोच के पद नियुक्त हैं और वर्तमान में अंबिकापुर स्वीमिंग पूल में ट्रेनर की जिम्मेदारी सम्भाल रहे हैं, शरद ने कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वीमिंग मुकाबलों में मेडल हासिल किए हैं और प्रदेश का नाम रोशन किया है.

जज्बे को सलाम

भारत सहित विभिन्न देशों में कोरोना की वैक्सीन बनाने की कवायद चल रही है लेकिन अब तक इसमें सफलता नहीं मिली है. इसकी टेस्टिंग में क्या किसी मानव शरीर की जरूरत पड़ेगी या नहीं यह भी नहीं कहा जा सकता लेकिन फिर भी अंबिकापुर के 51 वर्षीय शरद दुबे के जज्बे और बहादुरी के लिए एक सलाम तो बनता है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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