अंबिकापुर: सरगुजा संभाग में नाबालिग लड़कियों के गुम होने और नाबालिग लड़कों को काम दिलाने के बहाने बाहर ले जाने और उन्हें प्रताड़ित करने के मामले लगातार सामने आते रहे हैं. पुलिस ऐसे मामलों में जांच करती है और एक एक कर कार्रवाई करती है. लेकिन इस बार अंबिकापुर पुलिस ने विशेष टीम बनाई जिसने 1 महीने में ही 13 नाबालिग को उनके घर पहुंचा दिया. पुलिस की स्पेशल टीम दरिमा, सीतापुर सहित रायगढ़, सूरजपुर और पड़ोसी राज्या झारखंड और महाराष्ट्र रवाना हुई.
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13 नाबालिग में 12 लड़कियां: महीनेभर के अंदर 13 गुम नाबालिग की वापसी हुई है. जिनमें 12 लड़कियां और एक लड़का है. सभी मामलों में पुलिस ने धारा 363 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी. 5 मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. स्पेशल टीम की इस बड़ी सफलता पर पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने टीम के 14 सदस्यों को 7 हजार रुपये कैश और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
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बच्चों की मजबूरी का उठाते हैं फायदा: सरगुजा संभाग के अंबिकापुर, बलरामपुर और जशपुर क्षेत्र में नाबालिग व बालिग लड़कों और लड़कियों को नौकरी लगाने का झांसा देकर बड़े शहरों में ले जाया जाता है. वहां उन्हें प्रताड़ित किया जाता है. पहले भी कई बार पुलिस ने इस तरह के मामलों में कार्रवाई कर बड़े शहरों से किशोरों की घर वापसी करवाई है, लेकिन इस बार एक साथ 13 नाबालिग घर पहुंचे हैं.