सरगुजा: दरिमा एयरपोर्ट पर अचानक उस वक्त हड़कंप मच गया जब इंटेलिजेंस ब्यूरो, पुलिस और एयरपोर्ट प्रबंधन को एक प्लेन हाइजैक कर रनवे पर उतारने की जानकारी मिली. जानकारी के बाद एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया और आनन-फानन में डॉग स्क्वॉयड, बम निरोधी दस्ता के साथ पूरी फोर्स को एयरपोर्ट पर तैनात कर दिया गया. बाद में पता चला कि यह एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा किया गया एंटी हाइजैक मॉकड्रिल है.
45 मिनट तक चला मॉक ड्रिल
मॉकड्रिल को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया. 45 मिनट तक चला यह मॉकड्रिल सुबह 11.30 बजे शुरू हुआ था जो 12.15 में खत्म हुआ. मॉकड्रिल का उद्देश्य भविष्य में होने वाले इस तरह के किसी भी खतरे और परिस्थिति से निपटने के लिए किया गया था. इसकी रिपोर्ट बीसीएएस को भी भेजी जाएगी.
हाइजैक की स्थिति से निपटने के लिए मॉकड्रिल
इसी साल जनवरी में एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा बम थ्रेट को लेकर भी एक मॉकड्रिल किया गया था. इसके बाद आज (गुरुवार) दरिमा हवाई पट्टी पर एंटी हाइजैक मॉक ड्रिल किया गया. इस मॉक ड्रिल के तहत प्लेन हाइजैक होने की सूचना मिलने और उसे दरिमा एयरपोर्ट के रनवे पर उतारने की जानकारी एटीसी के माध्यम से मिलने के बाद पूरे हवाई पट्टी को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. एयरपोर्ट पर डॉग और बम स्क्वॉयड की टीम अंदर जाने वाले हर व्यक्ति की जांच कर रही थी.
बोलेरो को बनाया प्लेन
एंटी हाइजैक मॉकड्रिल के दौरान एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा प्लेन की जगह प्रतीक के तौर पर एक बोलेरो को रखा गया था. हाइजैक प्लेन को रनवे पर उतारने, उनकी डिमांड से लेकर हाईजैकर्स के पकड़े जाने तक की प्रक्रिया पूरी की गई. अब प्रबंधन इसकी रिपोर्ट ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्युरिटी (बीसीएएस) को भेजेगा. एयरपोर्ट डायरेक्टर सुरेश बंबुलदिया ने बताया की गुरुवार को हुए हाइजैक मॉकड्रिल को सफलतापूर्वक कंडक्ट किया गया है. यह एक नियमित प्रक्रिया है जो सुरक्षा मानकों और भविष्य में आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखकर की जाती है.