सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये की लागत से बने रिंग रोड में गड़बड़ी की खबर ETV भारत ने प्रमुखता से दिखाई थी. अब कांट्रेक्टर और केस में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की कवायद भी आरटीआई कार्यकर्ता कर रहे हैं. इस केस में करीब 3 हजार पेज की शिकायत पेश करते हुए आरटीआई कार्यकर्ता ने कोतवाली थाने में ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ अपराध दर्ज किए जाने की मांग की है. आरटीआई कार्यकर्ता ने यह भी कहा है कि अगर पुलिस मामला दर्ज नहीं करती तो वे इस केस को न्यायालय में लेकर जाएंगे.
अंबिकापुर शहर में रिंग रोड का निर्माण करीब 100 करोड़ की लागत से किया गया है. इस रिंग रोड में ड्राइंग डिजाइन के साथ-साथ नियमों की अनदेखी करते हुए सड़क का निर्माण किया गया है. ETV भारत ने पहले भी रिंग रोड के निर्माण में गड़बड़ी की खबर को उजागर किया था. आरटीआई कार्यकर्ता दिनेश सोनी ने इस मामले की 3 हजार पेज की शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई है. आरटीआई कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि ड्रेनेज की व्यवस्था के साथ-साथ पौधे लगाने और चेक टाइल्स लगाने के नाम पर राशि तो निकाल दी गई, लेकिन इसका काम सड़क पर नहीं कराया गया, यहीं कारण है कि सड़क नियमों के तहत नहीं बनी और इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. आरटीआई कार्यकर्ता ने करीब 3 हजार पेज की शिकायत की कॉपी कोतवाली थाने में पेश करते हुए कांट्रेक्टर और अधिकारी के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की है.
पढ़ें- छत्तीसगढ़ में लगी देश की पहली ELCA मशीन, लेजर से भाप बनकर उड़ेगा हार्ट ब्लॉकेज
अधिकारियों की मिलीभगत का लगाया आरोप
आरटीआई कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि मुख्य ठेकेदार ने रिंग रोड के काम को पेटी कांट्रैक्टर को दे दिया था, जो नियमों के खिलाफ है. अधिकारियों ने इसे संज्ञान में लेने के बजाय ठेकेदार का बिल पास कर दिया. ऐसे में ठेकेदार के साथ-साथ अधिकारियों की मिलीभगत भी मामले में दिखती है. आरटीआई कार्यकर्ता ने यह भी कहा है कि अगर पुलिस इस मामले में अपराध नहीं करती तब यह मामला न्यायालय में पेश किया जाएगा. इधर, कोतवाली पुलिस ने 3 हजार पेज के शिकायत पत्र को जांच के बाद मामले में आगे की कार्रवाई करने की बात कही है.