रायपुर : उदयपुर चिंतन शिविर के बाद छत्तीसगढ़ में एक और दो जून को नव संकल्प शिविर का आयोजन किया गया (Congress two day Naval resolution camp in Raipur) है. जिसकी शुरुआत आज हुई. नव संकल्प शिविर में प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का एवं प्रदेश पदाधिकारी, विधायक, सांसद, जिला अध्यक्ष शामिल हुए. यह संकल्प शिविर रायपुर के कमल विहार स्थित माहेश्वरी भवन में चल रहा है.
क्यों हो रहा है नवसंकल्प शिविर : नवसंकल्प शिविर के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने चिंतन शिविर को लेकर कहा कि '' उदयपुर में जो तीन दिवसीय चिंतन शिविर हुआ था वहां जो प्रस्ताव पारित किए गए, फैसले लिए गए उसके अनुसार हमें आगे काम करना है. चाहे फिर वह राजनीतिक,कृषि, अर्थव्यवस्था, या सामाजिक न्याय का प्रस्ताव है. जो सारे प्रस्ताव आए हुए हैं, उसकी कॉपी का वितरण भी किया गया. वहां जो निर्देश दिए गए हैं और फैसले लिए गए हैं उसका पालन हम लोगों को प्रत्येक प्रदेश में करना है. आज देश के सभी राज्यों में दो दिवसीय संकल्प शिविर का आयोजन किया गया है. जिसमें आने वाले समय में उदयपुर में लिए गए संकल्प का क्रियान्वयन कैसे करना है. इस पर चिंतन किया जाएगा.
टीएस सिंहदेव भी हुए शामिल : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) चिंतन शिविर में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं ऐसा महसूस हो रहा है कि कांग्रेस और कांग्रेसजन आम लोगों से कुछ दूर हो गए हैं. राहुल गांधी का आज जो वीडियो चिंतन शिविर में दिखाया गया है, उसमें राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस और कांग्रेसजन आम जनों से दूर होते जा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी लोगों से बनी पार्टी है और जो उसका मूल डीएनए है यदि कहीं यह महसूस किया जा रहा है कि हमको लोगों के बीच में जाना है , उनसे संपर्क बनाकर उनकी बातों को आगे ले जाना है.
कितने विषयों पर हुई चर्चा : इसी कड़ी में छह प्रमुख विषय उठाए गए हैं. उस पर भी चिंतन शिविर में चर्चा की जाएगी.इस दौरान सिंहदेव ने कहा कि उदयपुर चिंतन शिविर में कहा गया था कि यदि कोई पद रिक्त है, तो उसे 90 से 180 दिन में भरा जाना है, मंडल स्तर पर समितियों का गठन करना है, 5 साल से अधिक कोई भी एक व्यक्ति एक पद पर नहीं बना रहेगा ,यह बातें उदयपुर के चिंतन शिविर में कही गई थी. एक परिवार में एक से ज्यादा व्यक्ति को टिकट नहीं मिलेगा, यह बातें भी आज सामने रखी गई. यह जरूर हो सकता है कि जो सदस्य पार्टी में 5 साल काम कर लिया है उस पर विचार किया जाएगा , लेकिन ऐसा नहीं होगा कि एक परिवार से 4-5 सदस्य को टिकट दी जाए.
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चिंतन शिविर में कितने हुए शामिल : कांग्रेस चिंतन शिविर में युवाओं और वरिष्ठ नेताओं के बीच 50-50 पदों को बांटने पर सहमति बनी है. जिलाध्यक्षों को संगठन में पदस्थ पदाधिकारियों की उम्र की जानकारी से साथ बुलाया गया है. वर्तमान में कई जिलों में 150 से 200 पदाधिकारी शामिल हैं. इसके साथ ही चुनाव में भी यही फार्मूला लागू होगा.एक परिवार एक टिकट पर पूर्व में आयोजित चिंतन शिविर में किया गया है. एक परिवार से एक व्यक्ति को टिकट देने पर भी से विचार किया गया है। यही नहीं, पांच साल तक पद पर रहने वाले नेता को तीन साल का अंतराल दिया जाएगा. ऐसे में संगठन इस बात की भी जानकारी जुटा रहा है कि कौन-कौन से पदाधिकारी पांच साल से ज्यादा समय से संगठन में पद पर हैं. कुछ पदाधिकारी निगम-मंडल के साथ संगठन में भी महत्वपूर्ण पदों पर हैं. ऐसे में इन पदाधिकारियों को एक पद छोड़ना पड़ सकता है.