रायपुर : पिछले ढाई साल से प्रदेश में बिना किसी मुश्किल के राजनीति को अपने हिसाब से चला रही कांग्रेस के लिए शायद सोमवार का दिन सबसे ज्यादा परेशानी वाला रहा. दरअसल कांग्रेस के विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर शनिवार रात अज्ञात लोगों ने पत्थर मारकर हमला कर दिया था. इसके बाद रामानुजगंज के इस कांग्रेस विधायक का सनसनीखेज बयान आया था कि उन पर जानलेवा हमला करने के पीछे टीएस सिंहदेव के लोग हो सकते हैं. उनके इस बयान को लेकर सोमवार को विधानसभा में विपक्ष ने सत्ता पक्ष को सवालों के घेरे में ले लिया.
प्रदेश में पहली बार हुई इस तरह की घटना !
मानसून सत्र के पहले दिन सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद बीजेपी ने इस मुद्दे पर जमकर बवाल मचाया. बीजेपी ने विधायक बृहस्पति सिंह पर हुए हमले और उनके आरोप को आधार बनाकर बघेल सरकार पर ताबड़तोड़ प्रश्नों की बौछार कर दी. बृहस्पति सिंह ने कहा था कि इस हमले के पीछे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का हाथ हो सकता है. इसको लेकर विपक्ष ने सवाल उठाना शुरू कर दिया. सबसे पहले पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि एक सदस्य द्वारा दूसरे सदस्य पर जानलेवा हमला कराने का आरोप लगाया गया है. ये घटना काफी गंभीर और शर्मनाक है, सदन के इतिहास में ये पहली घटना है, एक पार्टी के सदस्य अपनी ही पार्टी के मंत्री पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया है. इसके बाद भाजपा सदस्यों ने इस मुद्दे पर सदन से स्वतः कार्रवाई करने की मांग की है.
विधायक बृहस्पति सिंह पर हमले मामले में विपक्ष का हंगामा, सदन समिति से जांच कराने की मांग
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि ढाई साल में कांग्रेस के कितने रूप देखने को मिल रहे हैं, अंदर ही अंदर बड़ा विभाजन दिख रहा है. छत्तीसगढ़ में 15 साल में ऐसा मौका नहीं देखा, जो अभी दिख रहा है. विधायक पर हमला होना ये जांच का भी विषय है. नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि, ये कांग्रेस ही नहीं छत्तीसगढ़ के लिए दुर्भाग्यजनक घटना है, सदन की कमेटी से इसकी जांच होनी चाहिए. इसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि विपक्ष मीडिया में छपी खबरों के आधार पर मुद्दा बना रहा है. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में कहा- सभी विधायकों की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है और इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. वहीं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि प्रदेश में किसी विधायक पर हमला नहीं हुआ है. एफआईआर के मुताबिक सुरक्षाकर्मी पर हमला हुआ है.
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दिल्ली जा रहे पुनिया एयरपोर्ट से लौटे
सदन में जिस तरह से बृहस्पति सिंह और टीएस सिंहदेव के मामले में विपक्ष मुखर था और सिंहदेव के पक्ष में सरगुजा में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. सरगुजा के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे सिंहदेव के खिलाफ साजिश बताया. इसकी खबर पार्टी आलाकमान तक पहुंच गई. पिछले तीन दिनों से प्रदेश में दौरे पर रहे पीएल पूनिया आज दिल्ली लौट रहे थे तभी अचानक वे एयरपोर्ट से सीधे विधानसभा के लिए रवाना हो गए. यहां उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, बृहस्पति सिंह समेत कुछ और नेताओं से बात की. हालांकि बाहर निकलने पर उन्होंने इस विषय पर बस इतना कहा कि, ये मामला खत्म हो चुका है. उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. पुनिया ने इसे बृहस्पति सिंह का निजी मामला बता दिया.
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कांग्रेस को अंदर से सुलगा देने वाला क्या है ये पूरा मामला ?
दरअसल शनिवार रात को कांग्रेस विधायक के काफिले पर अंबिकापुर में पत्थर से हमला हुआ. इसे लेकर बृहस्पति सिंह का बयान आया कि, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के लोगों ने उन पर जानलेवा हमला किया है. क्योंकि उन्होंने कुछ दिन पहले मीडिया में उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तारीफ की थी और उनके द्वारा अच्छे काम किए जा रहे हैं इसके चलते उन्हें 20-25 सालों तक कोई नहीं सत्ता से हटा नहीं सकता. इसको लेकर शायद सिंहदेव के लोग नाराज हैं. इसके बाद उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अगर मेरा मर्डर करा कर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन जाते हैं तो उन्हें मुबारक. बस इसी मामले को लेकर आज विधानसभा में विपक्ष ने सरकार को घेरा है. संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में भी ये मामला सुलगता रहेगा.