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विधायक बृहस्पति सिंह पर हमले मामले में विपक्ष का हंगामा, सदन समिति से जांच कराने की मांग

विधानसभा के पहले दिन विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले का मुद्दा गरमाया रहा. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ढाई साल पूरा होते-होते कांग्रेस विभाजित हो गई है. विपक्ष ने विधायक पर हुए हमले को लेकर सदन समिति से जांच कराए जाने की मांग की है.

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विधायक को लेकर हंगामा
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Published : Jul 26, 2021, 4:33 PM IST

Updated : Jul 26, 2021, 5:15 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले दिन रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले का मुद्दा गरमाया रहा. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसी सदस्य का अपने ही मंत्री को लेकर जान का खतरा होने का आरोप लगाना बेहद ही शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि अगर विधायक ही सुरक्षित नहीं है तो जनता की रक्षा कौन करेगा. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां सरकार अपने ही दल के विधायकों की रक्षा नहीं कर पा रही है.

पूर्व सीएम रमन सिंह

बृजमोहन अग्रवाल ने सदन समिति से जांच कराए जाने की मांग की है. इस पर पूर्व गृहमंत्री और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने भी इस पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

विधानसभा अध्यक्ष के प्रस्ताव को विपक्ष ने मानने से किया इंकार

विपक्ष लगातार पीड़ित पक्ष को सदन में सुनने की मांग करता रहा. आसंदी ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से पूछा कि आप 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे हैं, क्या एक पक्ष को सुनकर निर्णय लिया जा सकता है? इस पर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि ये मामला अलग है, ये विशिष्ट मामला है.

सीएम बघेल ने विपक्ष को घेरा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सदन के सदस्यों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है. इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. विपक्ष के सदस्य परंपरा की बात करते हैं, लेकिन ये कौन-सी परंपरा है कि आसंदी के निर्देश के बाद भी सुना नहीं जा रहा है, ये कौन सी परंपरा है कि एक सदस्य कुछ कह रहा है तो बाकी सभी सदस्य खड़े हुए हैं.

हाईवोल्टेज ड्रामा: सिंहदेव और बृहस्पति सिंह आए एक साथ नजर, बाबा बोले- 'भावनाओं में आकर दिया होगा बयान'

मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि विपक्ष ने अखबारों के समाचारों को देखकर अपनी बात रखी है. इस पर जेसीसी(जे) विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि अखबारों के कतरन के आधार पर चर्चा नहीं हो सकती है, लेकिन इस सदन में करतनों पर चर्चा हुई है. ये मुद्दा अब सिर्फ राज्य का नहीं रहा, राष्ट्रीय स्तर का हो गया है, ऐसे में विपक्ष के मांग पर विचार किया जाए. लगातार होते हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही भोजन अवकाश के लिए 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.


ढाई साल आते-आते कांग्रेस पूरी तरह हो गई है विभाजित : डॉ रमन सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ढाई साल आते-आते कांग्रेस के कई रूप दिख रहे हैं. कांग्रेस में अंदर ही अंदर बड़ा विभाजन देखने को मिल रहा है. ऐसा लगता है कि, ढाई साल आते-आते कांग्रेस पूरी तरह से विभाजित हो गई है. छत्तीसगढ़ में 15 साल में ऐसा नहीं देखा जो अभी देखने को मिल रहा है. ये जांच का भी विषय है.

कब हुआ था विधायक बृहस्पति सिंह पर हमला

गौरतलब है कि शनिवार देर रात रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर सरगुजा क्षेत्र में हमला हुआ था. हमले में विधायक की कार को रोककर कुछ युवकों ने जमकर तोड़फोड़ की थी. जानकारी के मुताबिक जिस गाड़ी पर हमला हुआ बृहस्पति सिंह खुद उसमें बैठे हुए थे. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद बृहस्पति सिंह और सिंहदेव विधानसभा में पहुंचे

हंगामे की मुख्य वजह माने जाने वाले बृहस्पति सिंह और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव चर्चा की शरुआत में सदन में मौजूद नहीं थे. हंगामा शुरू होने के कुछ देर बाद पहले बृहस्पति सिंह सदन में पहुंचे फिर उसके पांच मिनट बाद सिंहदेव भी पहुंच गए. दोनों नेता हंगामे के दौरान सीट पर चुपचाप बैठे दिखे.

पहले दिन दिवंगत नेताओं को दी गई श्रद्धांजलि

विधानसभा का मानसून सत्र सुबह 11 बजे से शुरू हुआ था. सदन में पूर्व विधायक गुलाब सिंह, सोमप्रकाश गिरी, बालाराम वर्मा, पूर्व सांसद करुणा शुक्ला, विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान, पूर्व मंत्री डॉ. शक्राजीत नायक, पूर्व सांसद रामाधार कश्यप, खेलनराम जांगड़े और पूर्व विधायक बलराम सिंह बैस को श्रद्धांजलि दी गई. सीएम भूपेश ने दिवंगत सदस्यों को दी श्रद्धांजलि दी. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी दिवंगत नेताओं को याद करते हुए उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी है.जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता धर्मजीत सिंह ने भी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देते हुए उनके कार्यों को याद किया. सदन में मौजूद अन्य सदस्यों ने भी दिवंगत पूर्व सदस्यों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी.

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22 वर्ष पूर्व कारगिल में आज ही के दिन विजय प्राप्त किया था. उसे याद करते हुए कारगिल में शहीद जवानों को भी सदन में श्रद्धांजलि दी गई. विधानसभा की परंपरा है कि श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए रोकने के बाद फिर शुरू किया गया.

5 दिन विधानसभा का मानसून सत्र चलेगा. सत्र के दौरान 5 बैठके होंगी. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, मंत्री टीएस सिंहदेव, मोहम्मद अकबर के साथ नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी बैठक में शामिल हुए.

रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले दिन रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले का मुद्दा गरमाया रहा. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसी सदस्य का अपने ही मंत्री को लेकर जान का खतरा होने का आरोप लगाना बेहद ही शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि अगर विधायक ही सुरक्षित नहीं है तो जनता की रक्षा कौन करेगा. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां सरकार अपने ही दल के विधायकों की रक्षा नहीं कर पा रही है.

पूर्व सीएम रमन सिंह

बृजमोहन अग्रवाल ने सदन समिति से जांच कराए जाने की मांग की है. इस पर पूर्व गृहमंत्री और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने भी इस पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

विधानसभा अध्यक्ष के प्रस्ताव को विपक्ष ने मानने से किया इंकार

विपक्ष लगातार पीड़ित पक्ष को सदन में सुनने की मांग करता रहा. आसंदी ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से पूछा कि आप 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे हैं, क्या एक पक्ष को सुनकर निर्णय लिया जा सकता है? इस पर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि ये मामला अलग है, ये विशिष्ट मामला है.

सीएम बघेल ने विपक्ष को घेरा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सदन के सदस्यों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है. इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. विपक्ष के सदस्य परंपरा की बात करते हैं, लेकिन ये कौन-सी परंपरा है कि आसंदी के निर्देश के बाद भी सुना नहीं जा रहा है, ये कौन सी परंपरा है कि एक सदस्य कुछ कह रहा है तो बाकी सभी सदस्य खड़े हुए हैं.

हाईवोल्टेज ड्रामा: सिंहदेव और बृहस्पति सिंह आए एक साथ नजर, बाबा बोले- 'भावनाओं में आकर दिया होगा बयान'

मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि विपक्ष ने अखबारों के समाचारों को देखकर अपनी बात रखी है. इस पर जेसीसी(जे) विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि अखबारों के कतरन के आधार पर चर्चा नहीं हो सकती है, लेकिन इस सदन में करतनों पर चर्चा हुई है. ये मुद्दा अब सिर्फ राज्य का नहीं रहा, राष्ट्रीय स्तर का हो गया है, ऐसे में विपक्ष के मांग पर विचार किया जाए. लगातार होते हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही भोजन अवकाश के लिए 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.


ढाई साल आते-आते कांग्रेस पूरी तरह हो गई है विभाजित : डॉ रमन सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ढाई साल आते-आते कांग्रेस के कई रूप दिख रहे हैं. कांग्रेस में अंदर ही अंदर बड़ा विभाजन देखने को मिल रहा है. ऐसा लगता है कि, ढाई साल आते-आते कांग्रेस पूरी तरह से विभाजित हो गई है. छत्तीसगढ़ में 15 साल में ऐसा नहीं देखा जो अभी देखने को मिल रहा है. ये जांच का भी विषय है.

कब हुआ था विधायक बृहस्पति सिंह पर हमला

गौरतलब है कि शनिवार देर रात रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर सरगुजा क्षेत्र में हमला हुआ था. हमले में विधायक की कार को रोककर कुछ युवकों ने जमकर तोड़फोड़ की थी. जानकारी के मुताबिक जिस गाड़ी पर हमला हुआ बृहस्पति सिंह खुद उसमें बैठे हुए थे. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद बृहस्पति सिंह और सिंहदेव विधानसभा में पहुंचे

हंगामे की मुख्य वजह माने जाने वाले बृहस्पति सिंह और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव चर्चा की शरुआत में सदन में मौजूद नहीं थे. हंगामा शुरू होने के कुछ देर बाद पहले बृहस्पति सिंह सदन में पहुंचे फिर उसके पांच मिनट बाद सिंहदेव भी पहुंच गए. दोनों नेता हंगामे के दौरान सीट पर चुपचाप बैठे दिखे.

पहले दिन दिवंगत नेताओं को दी गई श्रद्धांजलि

विधानसभा का मानसून सत्र सुबह 11 बजे से शुरू हुआ था. सदन में पूर्व विधायक गुलाब सिंह, सोमप्रकाश गिरी, बालाराम वर्मा, पूर्व सांसद करुणा शुक्ला, विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान, पूर्व मंत्री डॉ. शक्राजीत नायक, पूर्व सांसद रामाधार कश्यप, खेलनराम जांगड़े और पूर्व विधायक बलराम सिंह बैस को श्रद्धांजलि दी गई. सीएम भूपेश ने दिवंगत सदस्यों को दी श्रद्धांजलि दी. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी दिवंगत नेताओं को याद करते हुए उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी है.जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता धर्मजीत सिंह ने भी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देते हुए उनके कार्यों को याद किया. सदन में मौजूद अन्य सदस्यों ने भी दिवंगत पूर्व सदस्यों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी.

बीजेपी प्रदेश प्रभारी को 'फूलन देवी' बोलने पर मुस्कराने लगे CM भूपेश, विधायक ने लगाए ठहाके

22 वर्ष पूर्व कारगिल में आज ही के दिन विजय प्राप्त किया था. उसे याद करते हुए कारगिल में शहीद जवानों को भी सदन में श्रद्धांजलि दी गई. विधानसभा की परंपरा है कि श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए रोकने के बाद फिर शुरू किया गया.

5 दिन विधानसभा का मानसून सत्र चलेगा. सत्र के दौरान 5 बैठके होंगी. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, मंत्री टीएस सिंहदेव, मोहम्मद अकबर के साथ नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी बैठक में शामिल हुए.

Last Updated : Jul 26, 2021, 5:15 PM IST
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