रायपुर : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर सूर्य देव की पूजा रविवार को सुबह की जाए तो उसका फल बेहद कल्याणकारी होता है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान सूर्य की उपासना का फल जल्दी मिलता है. सूर्य देव की आराधना सिर्फ साधु-संतों ने नहीं बल्कि प्रभु श्री राम ने भी की थी.भगवान सूर्यदेव की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने पर जीवन में सफलता और मानसिक शांति प्राप्त होती (worship method of sun god) है.सूर्यदेव की उपासना करके यश में वृद्धि होती और रोगों से भी मुक्ति मिलती है. अपनी इच्छा पूर्ति के लिए पूजा के साथ उनका उपवास और मंत्रों का जाप बहुत लाभकारी होता है. रविवार को अगर इन मंत्रों का जाप किया तो लाभ तुरंत मिल सकता है.
कैसे करें सूर्य की पूजा : हिन्दू धर्म में सुबह के समय भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है. रविवार को (Sunday Worship of suryadeo) सूर्य देव का पूजन करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखें. सूर्य के उदय होने से पहले स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें. अर्घ्य देते समय सूर्यदेव की ओर न देखकर जल प्रवाह में सूर्य की किरणों की ओर देखें. अक्षत (चावल), गुड़, गंगाजल और कुमकुम के साथ तांबे के लोटे से अर्घ्य अर्पित करें. अर्घ्य देते समय मंत्रों का सात बार जाप करें. अर्घ्य देने के पश्चात सूर्य देव से अपनी गलतियों की क्षमा मांगनी चाहिए. संध्या समय भी एक बार अर्घ्य दें.अब सूर्यदेव के मंत्रों का उच्चारण करें. नियमित रूप से आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें. सूर्यदेव से स्वस्थ तन, मन व यश प्राप्ति की कामना करें.
इन मंत्रों का करें उच्चारण: अगर आप सूर्यदेव की पूजा कर रहे हैं तो इन मंत्रों का उच्चारण कर सकते हैं.
ॐ मित्राय नम: , ॐ रवये नम: , ॐ सूर्याय नम: , ॐ भानवे नम: , ॐ घृणि सूर्याय नमः
रविवार के दिन क्या करें : रविवार के दिन लाल-पीले रंग के कपड़े, गुड़ और लाल चंदन का इस्तेमाल करना चाहिए. रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित हैं और इस दिन सूर्यदेव के लिए व्रत रखना चाहिए. इस व्रत में आपको केवल फलाहार का सेवन करना चाहिए. ध्यान रखें कि रविवार के दिन व्रत कर रहे हैं तो गलती से भी सूर्य अस्त से पहले नमक का उपयोग नहीं करना चाहिए. सूर्य अस्त होने से पहले फीका या मीठा ही खाएं. रविवार के दिन घर के सभी सदस्यों के माथे पर चंदन का तिलक लगाना चाहिए.उत्तर-पूर्व दिशा को ईशान कोण नाम से जाना जाता है. इस दिशा का आधिपत्य सूर्यदेव के पास है. इस दिशा में बुद्धि और विवेक से जुड़े कार्य करने चाहिए.
भूलकर भी न करें ये काम: जो लोग सूर्यदेव का उपवास करते (Dont forget to do this work on Sunday) हैं, उन्हें इस दिन नमक व तेल से बने खाद्य पदार्थ नहीं खाना चाहिये. उपवास के दौरान दिन में एक बार फलाहार करें. आमतौर पर लोग रविवार को ही बाल कटाते हैं परंतु मान्यता है कि इस दिन बाल कटाने से सूर्य कमजोर होता है. इस दिन तेल मालिश भी नहीं करते हैं क्योंकि यह सूर्य का दिन होता है और तेल शनि का होता है.रविवार के दिन पैसों से संबंधित कोई कार्य नहीं करना चाहिए. कोशिश करें इस दिन किसी प्रकार से लेन—देन नहीं किया जाए.