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'मानव-हाथी द्वंद' रोकने पर राज्य सरकार का बड़ा फैसला, हाथियों के रास्ते में आए तो होगी गिरफ्तारी - public awareness

छत्तीसगढ़ में 'मानव-हाथी द्वंद' (Man-Elephant Duel) पर नियंत्रण (Control) करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला (Big Decision By The State Government) लिया है. अब हाथियों के पास या उनके विचरण मार्ग में मनाही के बावजूद जान-बूझकर आवाजाही करने वाले व्यक्ति के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम (Wildlife Protection Act) के तहत गिरफ्तारी (Arrest) सहित कार्रवाई की जाएगी.

State government's big decision to stop 'man-elephant conflict'
मानव-हाथी द्वंद' रोकने पर राज्य सरकार का बड़ा फैसला
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Published : Sep 23, 2021, 10:33 PM IST

Updated : Sep 23, 2021, 10:50 PM IST

रायपुरः छत्तीसगढ़ में 'मानव-हाथी द्वंद' (Man-Elephant Duel) पर नियंत्रण (Control) करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला (Big Decision By The State Government) लिया है. अब हाथियों के पास या उनके विचरण मार्ग में मनाही के बावजूद जान-बूझकर आवाजाही करने वाले व्यक्ति के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम (Wildlife Protection Act) के तहत गिरफ्तारी (Arrest) सहित कार्रवाई की जाएगी.

वन मंत्री मोहम्मद अकबर

यह फैसला वन मंत्री मोहम्मद अकबर (Forest Minister Mohammad Akbar) के निवास पर 'मानव-हाथी द्वंद पर नियंत्रण तथा प्रबंधन' (Control And Management Of Man-Elephant Conflict) संबंधी आयोजित बैठक (meeting) में लिया गया है. इसके लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है. साथ ही कहा है कि राज्य में मानव हाथी द्वंद को गंभीरता से लें और किसी तरह की लापरवाही ना बरतें.

यहां खुद बजरंगबली लड़ते हैं केस और सुनाते हैं फैसला ऑन द स्पॉट

'मानव-हाथी द्वंद' पर नियंत्रण पाने के निर्देश

मानव हाथी द्वंद में कमी लाने, सही नियंत्रण और समुचित प्रबंधन (Control And Proper Management) के लिए समन्वित प्रयास करें. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने हाथी द्वंद को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जंगली हाथियों के साथ साहचर्य हेतु ग्रामीणों में जन-जागरूकता (Public Awareness) प्रचार-प्रसार और ग्रामीणों को शिक्षा (Education To Villagers) तथा उनके साथ द्वंद से बचने के लिए उपायों का आदान-प्रदान किया जाय.

इसके साथ ही उन्होंने राज्य के जंगली हाथियों से प्रभावित 1 मंडलों में हाथियों के संरक्षण और मानव हाथी द्वंद को न्यूनतम करने के लिए विभिन्न प्रकार के नवाचार क्षमता विकास प्रशिक्षण (Speech Capacity Development Training) और जन-जागरूकता आदि कार्यक्रमों को भी बेहतर ढंग से संचालित किया जाय.राज्य में वर्तमान में 14 विभिन्न दलों में 266 जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं.

हाथी दलों का किया जाएगा नामकरण

इन हाथियों के दलों का नामकरण हेतु शीघ्रता-शीघ्र प्रस्ताव देने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं ताकि वहां विचरण कर रहे जंगली हाथियों के सुगमता पूर्वक निगरानी का कार्य किया जा सके. वन मंत्री ने कहा कि राज्य में जंगली हाथियों पर कुशलतापूर्वक निगरानी के लिए जल्द ही चिन्हित 12 हाथियों पर रेडियो कॉलिंग (Radio Calling) का कार्य भी किया जाएगा.

इसी तरह उन्होंने विचरण कर रहे जंगली हाथियों के बारे में क्षेत्र के आसपास के गांवों में मुनादी के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए. वहीं, विचरण कर रहे हाथियों की सुरक्षा के संबंध में भी विभागीय अधिकारियों को सजग होकर कार्य करने के लिए कहा.

रायपुरः छत्तीसगढ़ में 'मानव-हाथी द्वंद' (Man-Elephant Duel) पर नियंत्रण (Control) करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला (Big Decision By The State Government) लिया है. अब हाथियों के पास या उनके विचरण मार्ग में मनाही के बावजूद जान-बूझकर आवाजाही करने वाले व्यक्ति के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम (Wildlife Protection Act) के तहत गिरफ्तारी (Arrest) सहित कार्रवाई की जाएगी.

वन मंत्री मोहम्मद अकबर

यह फैसला वन मंत्री मोहम्मद अकबर (Forest Minister Mohammad Akbar) के निवास पर 'मानव-हाथी द्वंद पर नियंत्रण तथा प्रबंधन' (Control And Management Of Man-Elephant Conflict) संबंधी आयोजित बैठक (meeting) में लिया गया है. इसके लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है. साथ ही कहा है कि राज्य में मानव हाथी द्वंद को गंभीरता से लें और किसी तरह की लापरवाही ना बरतें.

यहां खुद बजरंगबली लड़ते हैं केस और सुनाते हैं फैसला ऑन द स्पॉट

'मानव-हाथी द्वंद' पर नियंत्रण पाने के निर्देश

मानव हाथी द्वंद में कमी लाने, सही नियंत्रण और समुचित प्रबंधन (Control And Proper Management) के लिए समन्वित प्रयास करें. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने हाथी द्वंद को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जंगली हाथियों के साथ साहचर्य हेतु ग्रामीणों में जन-जागरूकता (Public Awareness) प्रचार-प्रसार और ग्रामीणों को शिक्षा (Education To Villagers) तथा उनके साथ द्वंद से बचने के लिए उपायों का आदान-प्रदान किया जाय.

इसके साथ ही उन्होंने राज्य के जंगली हाथियों से प्रभावित 1 मंडलों में हाथियों के संरक्षण और मानव हाथी द्वंद को न्यूनतम करने के लिए विभिन्न प्रकार के नवाचार क्षमता विकास प्रशिक्षण (Speech Capacity Development Training) और जन-जागरूकता आदि कार्यक्रमों को भी बेहतर ढंग से संचालित किया जाय.राज्य में वर्तमान में 14 विभिन्न दलों में 266 जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं.

हाथी दलों का किया जाएगा नामकरण

इन हाथियों के दलों का नामकरण हेतु शीघ्रता-शीघ्र प्रस्ताव देने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं ताकि वहां विचरण कर रहे जंगली हाथियों के सुगमता पूर्वक निगरानी का कार्य किया जा सके. वन मंत्री ने कहा कि राज्य में जंगली हाथियों पर कुशलतापूर्वक निगरानी के लिए जल्द ही चिन्हित 12 हाथियों पर रेडियो कॉलिंग (Radio Calling) का कार्य भी किया जाएगा.

इसी तरह उन्होंने विचरण कर रहे जंगली हाथियों के बारे में क्षेत्र के आसपास के गांवों में मुनादी के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए. वहीं, विचरण कर रहे हाथियों की सुरक्षा के संबंध में भी विभागीय अधिकारियों को सजग होकर कार्य करने के लिए कहा.

Last Updated : Sep 23, 2021, 10:50 PM IST
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