रायपुर : राजधानी के कई पार्क उपेक्षा का शिकार हैं. इन पार्क में झूले तो हैं लेकिन उनकी हालत ऐसी है कि उनमें झूलना मुमकिन नहीं है. जिले में सैकड़ों की संख्या में गार्डन और चिल्ड्रन पार्क बनाए गए. लेकिन कुछ ही पार्क ऐसे होंगे जिनमें मेंटेनेंस का काम होता है. राजधानी में अधिकतर पार्क की हालत चिंताजनक है. शंकर नगर सेक्टर-2 काली माता वार्ड का श्रीबालाजी पार्क भी प्रशासनिक अनदेखी की वजह से जर्जर हो गया है. यहां बच्चे मजबूरन टूटे हुए झूले झूल रहे हैं.
पार्क में खेल रहे बच्चों ने बताया कि झूले सिर्फ शो पीस के लिए लगे हुए हैं. झूला टूटा हुआ है और वह मजबूरी में टूटे हुए झूलों से ही काम चला रहे हैं. ना ही झूले का मेंटेनेंस किया जा रहा है और ना ही काम किया जा रहा है. कई बार चोट भी लग जाती है. शिकायत करने के बाद भी अब तक झूला नहीं बनवाया गया है.
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उद्यान में पहुंचे लोगों ने कहा कि जिस तरह से पार्क का रख रखाव और मेंटेनेंस होना चाहिए था वैसा नहीं हो रहा है. बच्चे उत्साह के साथ गार्डन में आते हैं, लेकिन टूटे झूले देखकर निराश होकर लौट रहे हैं. उन्होंने पार्षद से मांग की है कि इस उद्यान को जल्द से जल्द ठीक करा दें.
उद्यान में शौचालय की व्यवस्था नहीं
पार्क में आने वाले लोगों की शिकायत है कि वे सुबह और शाम पार्क में आते हैं, लेकिन वहां शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से कई बार असुविधा होती है. ऐसे में उन्हें घर वापस लौटना पड़ता है.
पार्षद ने जल्द ठीक किए जाने की कही बात
ETV भारत ने वार्ड पार्षद अमितेश भारद्वाज से इस विषय पर बात की. उन्होंने कहा कि गार्डन में जिम का सामान भी लगा हुआ है और झूले भी लगे हुए हैं. लेकिन जो झूले लगे हुए हैं वे निगम से संबंधित नहीं है. वहां लगे हुए झूले का जल्द सुधार किया जाएगा और जो जिम के सामान डैमेज हुए हैं उसके लिए नगर निगम के अधिकारियों को सूचित किया गया है. पार्षद ने बताया कि वहां की सबसे बड़ी समस्या थी कि, सुबह मॉर्निंग वॉक करने वालों के लिए वॉशरूम की व्यवस्था नहीं थी. नगर निगम ने 1 लाख की राशि से वॉशरूम बनाने की व्यवस्था की है.