रायपुर: छत्तीसगढ़ की जेलों में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी करने के लिए अब सेंट्रल जेल में सोलर फेंसिंग लगाने का काम पूरा कर लिया गया है. रायपुर सेंट्रल जेल समेत प्रदेश के 22 जेलों में सोलर फेंसिंग लगाया गया है. प्रदेश के 20 जेलों में सोलर पॉवर प्लांट भी लगा दिया गया है. इन जेलों में प्लांट लगने से अतिरिक्त बिजली का खर्च नहीं आएगा.
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छत्तीसगढ़ के कई जिलों में कैंदियों के फेंसिंग तोड़कर भागने की खबर मिल रही थी. प्रशासन ने जेल की सुरक्षा को कड़ी करते हुए अब सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं. प्रदेश के कुल 22 जेलों में सोलर फेंसिंग लगाई गई है. अब जेल पार कर भागने और इसके अंदर-बाहर से सामान पैकिंग की घटनाओं में कमी आई है.
CCTV कैमरे से हो रही पूरी निगरानी
जेल की सुरक्षा के लिए सभी जिलों में बाहर और अंदर की सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे लगाए गए हैं. हाई रेंज वाले कैमरों से जेल की पूरी निगरानी रखी जा रही है. इसके अलावा जेल परिसर में जैमर भी लगाया गया है, जिससे अंदर किसी भी फोन का नेटवर्क न मिल पाए.
बिजली का खर्च होगा कम
प्रदेश के 20 जेलों में सोलर पॉवर प्लांट लगाने के बाद अब जेलों में अतिरिक्त बिजली खर्च का भार नहीं आएगा. साथ ही बिजली की बचत और पर्यावरण के अनुकूल सोलर एनर्जी के जरिए जेलों में सुरक्षा के अलावा अन्य चीजें भी संचालित होगी.
डीआईजी जेल केके गुप्ता ने बताया के प्रदेश की सभी जेलों में सुरक्षा-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह सिस्टम लगाया गया है. अगर जेल से कोई कैदी भागने की कोशिश करेंगे, तो दीवार पर लगा सोलर फेंसिंग उसे करंट का झटका देगा. सेंट्रल जेल समेत प्रदेश के 22 जिलों में सोलर फेंसिंग, सोलर सिक्योरिटी सिस्टम लगाया गया है. अब जेलों से कैदियों के भागने की घटना भी बंद हो गई है. यह सिस्टम नए जेल में भी लग चुका है. सुकमा, नारायणपुर में दोबारा शुरू किए गए जेल में भी यह सिस्टम जल्द लगाया जाएगा.