हैदराबाद\रायपुर: आपने जवानों को देश की सीमा पर तैनात होते तो कई बार देखा होगा, जहां वे दिन-रात, धूप-बारिश और ठंड में देश की रक्षा करते हैं. इसके अलावा वे प्राकृतिक आपदाओं से लड़कर भी अपनी ड्यूटी निभाते हैं, लेकिन आपने सुरक्षाकर्मियों को किसी पेड़ की सुरक्षा करते नहीं देखा होगा. रायसेन के विश्व प्रसिद्ध स्थान सांची में एक ऐसा पेड़ है, जिसकी सुरक्षा में चौबीसों घंटे सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं. जीं हां आपने सही सुना. सांची में एक ऐसा पीपल का पेड़ (Peepal tree in Sanchi ) है जिसकी सुरक्षा 24 घंटे की जाती है. बाकायद इसके लिए जवानों की ड्यूटी लगाई जाती हैं.
रायसेन जिले के विश्व प्रसिद्ध स्थान सांची में पीपल के एक पेड़ की पिछले 9 सालों से सुरक्षा की जा रही है. चिलचिलाती धूप हो या फिर कड़ाके की ठंड सुरक्षा गार्ड इसकी हर वक्त सुरक्षा करते हैं. पीपल के इस पेड़ की सुरक्षा के लिए 1-4 सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं.
भगवान बुद्ध को ज्ञान मिलने वाले पेड़ का अंश है ये पीपल का पेड़
निर्माणाधीन सांची बौद्ध यूनिवर्सिटी (Sanchi Buddhist University) में पीपल के इस पेड़ को श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने लगाया था. इसके लिए सरकार को यह पेड़ सुरक्षाकर्मियों के हवाले करना पड़ा. 12 सितंबर 2012 को श्रीलंका से लाया गया बोधि वृक्ष वहां के राष्ट्रपति ने लगाया था. यह वहीं पीपल के पेड़ का अंश है जिसके नीचे बैठकर भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था. इस लिहाज से ये बेहद खास है. इस पेड़ की सुरक्षा के लिए 24 घंटे यहां सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं.