रायपुर: राजधानी के बहुचर्चित प्रवीण सोमानी अपहरण कांड मामले के मास्टरमाइंड पप्पू चौधरी को लेने गई रायपुर पुलिस को गुजरात से खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. रायपुर पुलिस इसकी मुख्य वजह पप्पू चौधरी के खिलाफ दर्जनों अपराध दर्ज होने के चलते गृह मंत्रालय ने उसकी एक राज्य से दूसरे राज्य जाने की गतिविधियों पर रोक लगा लगाने की बात कह रही है. जिसके चलते गुजरात की कोर्ट ने उन्हें प्रोडक्शन रिमांड देने से इनकार कर दिया है. अब रायपुर पुलिस नए वारंट के तहत पप्पू चौधरी को लेने की तैयारी कर रही है. जिसमें कुछ और औपचारिकताओं को पूरा कर टीम रवाना करने की बात कह रही है.
देश के कई राज्यों में पप्पू के खिलाफ दर्ज है मामले
पप्पू चौधरी को गुजरात की वापी पुलिस ने मुंबई के हीरा कारोबारी के अपहरण के एवज में 30 करोड़ की फिरौती की रकम लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. उसके बाद से पप्पू चौधरी सूरत जेल में बंद है. देश में अपहरण उद्योग का बेताज बादशाह चंदन सुनार गैंग के कुख्यात सदस्य पप्पू चौधरी के खिलाफ देश के कई राज्यों में दर्जनों गंभीर केस दर्ज हैं. रायपुर में भी उसके खिलाफ उद्योगपति प्रवीण सोमानी अपहरण कांड के मामले में केस रजिस्टर है. जिसके चलते पुलिस कई दफे सूरत से उसे रायपुर लाने की कोशिश कर चुकी है. लेकिन इस बार भी रायपुर पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा.
प्रवीण सोमानी अपहरण कांड के मास्टरमाइंड को 2 साल बाद रायपुर लाएगी पुलिस
सोमानी अपहरणकांड में 2 सप्ताह बाद पुलिस को मिली थी सफलता
8 जनवरी 2020 को उद्योगपति प्रवीण सोमानी का सिलतरा स्थित उनकी फैक्ट्री से घर जाने के दौरान अपराधियों ने अपहरण कर लिया था. उद्योगपति के अपहरण के बाद राजधानी में सनसनी फैल गई थी. उद्योगपति की तलाश के लिए पुलिस ने दो हफ्ते की कड़ी मशक्कत के बाद गुत्थी सुलझा कर प्रवीण सोमानी को लखनऊ के पास से सकुशल बरामद किया था. अपहरण कांड में रायपुर पुलिस गैंग के अनिल चौधरी, मुन्ना, कालिया, प्रदीप, बाबू सहित आधा दर्जन शातिर आरोपियों को यूपी, बिहार और ओडिशा से गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. मास्टरमाइंड पप्पू ही बचा था. जिसे लेने रायपुर पुलिस की 7 सदस्यीय टीम सूरत गई थी. लेकिन सूरत से रायपुर लाने की इजाजत पुलिस को नहीं मिली.