रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. डुमरतराई में करोबारी पर जानलेवा हमला कर 50 लाख की लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने रेकी की थी. पूरी वारदात को 11 आरोपियों ने मिलकर अंजाम दिया है. उसके बाद दो अन्य आरोपियों ने एटीएम से पैसे निकालने में मदद किया था. यानी 13 आरोपियों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने दो नाबालिग समेत कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के कब्जे से करीब 8 लाख रुपये समेत 5-5 मोबाइल और बाइक बरामद किया है.
कब हुई थी लूट: पूरा मामला माना थाना क्षेत्र के डूमरतराई इलाके का है. जहां 16 मई की रात अनाज कारोबारी नरेंद्र खेतपाल मार्केट से अपने घर लौट रहा था. इसी दौरान पीछे से आए 11 बाइक सवारों ने उन्हें घेर लिया. इसके बाद डंडे से बुरी तरह उनकी पिटाई कर दी. रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए थे. जिसके बाद प्रार्थी नरेंद्र खेतपाल ने माना थाना से शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने शिकायत में 50 लाख रुपये की लूट की शिकायत की थी. हालांकि रायपुर पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने 12 से 15 लाख रुपये लूट की बात कही है. आरोपियों के कब्जे से करीब 8 लाख रुपये बरामद किया है.
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ऐसे पकड़े गए आरोपी: रायपुर ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि "आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद शहर से फरार होने की फिराक में थे. आरोपियों के पास प्रार्थी का एटीएम भी था. जिसमें एटीएम का कोड भी लिखा हुआ था. आरोपियों ने अलग-अलग बैंकों से 40-40 हजार रुपये भी प्रार्थी के खाते से निकाले थे. पुलिस को मुजगहन थाना क्षेत्र के एक खेत में प्रार्थी के बैंक के पासबुक मिले थे. उसके बाद पुलिस ने उसी क्षेत्र में पूछताछ शुरू की. एटीएम से निकाले गए पैसों के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है.
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मास्टरमाइंड अब भी है फरार: एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर (Raipur Rural Additional SP Kirtan Rathore) ने बताया कि पूछताछ में आरोपी शिव कुमार कोसले के खुलासा किया है कि "पूरे घटना का मास्टरमाइंड देवेंद्र घृतलहरे और अजय उर्फ अज्जू है, जो डूमरतराई थोक बाजार में हमाली का काम कर चुका है. अज्जू और देवेंद्र को पता था कि प्रार्थी रोजाना शाम के समय अपने बैग में रख कर नकदी रकम लेकर जाता हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए देवेंद्र और अजय ने प्रार्थी से नगदी रकम लूट करने की योजना बनाई थी. वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी देवेंद्र धृतलहरे, अजय उर्फ अज्जू और तिलक फरार हैं. इन्हें पकड़ने के लिए एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट की टीम लगी हुई है, जो लगातार इनकी पतासाजी कर रही है. वहीं बाकी 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. सभी के खिलाफ डकैती के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.